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तुम मेरी बीवी ले जाओ / मैं तेरी बीवी ले जाऊँ

Saturday, July 4, 2015

आकाश और नजाकत अली दोनों ब्लू फ़िल्म देखते देखते एक दूसरे की बीवियों को देखने लगे आकाश नजाकत अली की बीवी नगीना की चूंचियां देखने लगा और नजाकत अली आकाश की बीवी अर्चना की चूंचियां देखने लगा दोनों बीवियाँ एक दूसरे के शौहर को बड़े प्यार से देखने लगी और मुस्कराने लगी दोनों की बड़ी बड़ी मस्त चूंचियां ब्रा के बाहर निकलने को व्याकुल थीं उधर स्क्रीन पर बीवियों की अदला बदली हो चुकी थी वे दोनों एक दूसरे की बीवियाँ को चोदने में जुटे थे इन चारों की नज़र जब फ़िर ब्लू फ़िल्म पर पड़ी तो वे अपने आपको रोक नही सके आकाश ने नगीना को अपनी तरफ़ खींच लिया और नजाकत ने अर्चना को . अब वे दोनों एक दूसरे की बीवी के कपड़े उतारने लगे आखिर में दोनों के बदन पर ब्रा व पैंटी बची इसी तरह दोनों बीवियाँ भी एक दूसरे के हसबैंड के कपड़े उतारने लगीं दोनों हसबैंड केवल चड्ढी में आ गए फ़िर आकाश ने नगीना की ब्रा खोल कर फेंक दी उसकी दोनों चूंचियां सहलाने लगा नगीना की चूंचियां बड़ी मस्त थी आकाश मजे लेकर चूंचियों से खेलने लगा उधर नजाकत अली ने अर्चना की ब्रा खोल दी अर्चना की चूंचियां उछल कर उसके हाथ में आ गयीं नजाकत उन पर टूट पड़ा दोनों हाथों से चूंचियों को दबाने का मजा लेने लगा इतने में नजाकत ने उसकी पैंटी भी उतार दी अर्चना की बिना झांट की चूत सबके सामने आ गयी नजाकत चूत को सहलाने लगा और फ़िर झुक कर चाटने लगा अर्चना बड़े मजे से चूत चटवाने लगी दूसरी तरफ़ आकाश ने नगीना को बिल्कुल नंगी कर दिया उसका हाथ नगीना की चूत पर चला गया नगीना भी अपनी झांट बना कर आयी थी चिकनी चूत आकाश को बहुत खूबसूरत लग रही थी वह चूत सहला कर उसे चाटने में जुट गया दोनों बीवियाँ बड़े मजे से एक दूसरे के मियां को चूत चटवा रही थी

थोडी देर में नगीना उठी और आकाश की नेकर नीचे घसीट कर उसे एकदम नंगा कर दिया और आकाश की तरफ़ मुस्करा कर देखा फ़िर लंड को मूठी में लेकर सहलाने लगी लौडा एकदम टन्ना गया

बोली :- वाह वाह क्या लौडा है यार कितना कड़क है आज मेरी चूत को पता चलेगा की चोदने वाला लौडा कैसा होता है

उसका सुपाडा खोलकर उसके चारों तरफ़ जबान फिराने लगी आकाश को अपार आनंद आने लगा. उधर अर्चना ने नजाकत की नेकर उतार कर फेंक दी उसका लौडा टन्ना कर अर्चना के हाथ में आ गया अर्चना ने जैसे ही उसे हिलाया और दो चार बार ऊपर नीचे किया लंड साला हिनहिनाने लगा

बोली :- बाप रे बाप इतना बड़ा कटा लंड बहन चोद ऐसा खड़ा हो गया की जैसे अभी अभी चूत की सवारी करेगा उसने लंड को एक थप्पड़ मार कर कहा भोसड़ी के पहले मैं तुम्हे चूसूंगी तब तू मेरी चूत में जाएगा

इस तरह नगीना और अर्चना दोनों एक दूसरे के हसबैंड का लंड चूसने लगी

अब नगीना ने आकाश का लौडा पकड़ कर अपनी चूत में घुसेदा और बोली भोसड़ी के आकाश अब तुम मेरी बुर खूब कस कस कर चोदो साली का भरता बनादो मेरी बुर मुझे बहुत परेशान करती है साली हमेशा लौडा माँगा करती है इसको पता चले की लौडा कैसा होता है उधर अर्चना अपनी दोनों टाँगें फैलाकर नजाकत अली से बोली मादर चोद नजाकत अली तुम अपना लौडा पूरा का पूरा मेरी बुर में पेल दो मेरी इस बेशरम चूत को चोद चोद कर पानी पिला दो भोसड़ी की हर रोज़ लंड लंड चिल्लाती रहती है आज इसको पता चले की लौडा कैसा होता है इस तरह अर्चना और नगीना दोनों एक दूसरे के हसबैंड से चुदवाने लगी तब तक आकाश बोला यार नजाकत अली तेरी बीवी तो चुदवाने में बड़ी मस्त है बड़ा मजा दे रही है मेरे लौडे को लगता है पराये मर्दों से चुदवाने में बड़ी माहिर है इससे पहले की नजाकत जबाब देता नगीना ख़ुद बोल पड़ी और नही तो क्या मैं अब तक कई मर्दों से चुदवा चुकी हूँ और मैं बताऊँ भोसड़ी के आकाश तुमभी नए नही हो तुम्हारा लौडा बतला रहा है की तुम भी परायी बीवियों को चोद चुके हो उधर अर्चना बोली यार नगीना तेरे शौहर का लौडा भी कई बीवियों को चोद चुका है क्योकि इसका लंड परायी बीवियों की चूत में जाकर दूना हो जाता है नजाकत अली बोला यार आकाश तुम्हारी बीवी की चूत बड़ी मस्त है मेरा लौडा खूब मस्ती कर रहा है वैसे तो मैंने कई बीवियाँ चोदी है लेकिन जो मजा तुम्हारी बीवी में है कहीं नही इतने में दोनों बीवियों ने पीछे चुदवाया और फ़िर चूंची चुदवाई आखिर में दोनों लंड लगभग एक साथ ही झड़ गए दोनों ने एक दूसरे के हसबैंड के झड़ते हुए लंड को खूब चाटा

दूसरी ट्रिप में नगीना आकाश के ऊपर नंगी लेटी हुई उसके लंड से खेलने लगी और अर्चना नजाकत अली के ऊपर नंगी लेटकर उसका लंड सहलाने लगी अचानक अर्चना ने पूंछा नगीना वह बताओ तुमको पराये मर्दों से चुदवाने का चस्का कब से लगा ?

नगीना आकाश के लंड को चूम कर बोली :- मैं उस समय १८ साल की थी मेरी चूंची बड़ी हो गयी थी चूत हर तरह से तैयार थी मैंने सबसे पहले अपने जीजा का लंड पकड़ा था फ़िर भाभी के भाई का पकड़ा और फ़िर एक दिन अपने एक बॉय फ्रेंड का मैंने पहली बार अपने बॉय फ्रेंड से चुदवाया था यह सब हो जाने के बाद एक दिन मैं अपनी खाला के घर गयी थी रात में बाथ रूम जा कर वापस आ रही थी तो नीचे की लाइट दिखी मैंने धीरे से नीचे झाँका अन्दर का सीन देख कर दंग रह गयी मेरी खाला एकदम नंगी होकर मेरे अब्बा का लौडा हिला रही थी मैंने पहली बार अब्बा का लौडा देखा साला क्या जबरदस्त लौडा है उनका, फ़िर थोड़ा और झुकी तो देखा की मेरी अम्मी मेरे खालू का लंड पकड़ कर सहला रही है, उनका भी लौडा बहन चोद कम नही था अब मुझे यह जानने में देर नही लगी की वे दोनों एक दूसरे के शौहर से चुदवाने जा रही है हुआ भी यही मेरा अब्बा मेरी खाला को चोदने लगा और खालू मेरी अम्मी को चोदने लगा इस अदला बदली के खेल को मैंने पूरा देखा दूसरे दिन भी ऐसाही हुआ उस रात को खाला मेरे अब्बा का लौडा हिलाती हुई बोली अरी दीदी अब नगीना को भी लौडा पकड़ना सिखा देना चाहिए अब वह जवान हो गयी है उसकी बड़ी बड़ी चूंची हो गयी है और झांटे भी अच्छी खासी निकल आयी है मैं तो मन ही मन खुश होने लगी मेरी अम्मी बोली तो पहले किसका लंड उसके हाथ में रखोगी ? खाला ने कहा जीजा का और किसका मैं तो चकित हो गयी सोचने लगी मैं अब्बा का लंड कैसे सबके सामने पकड़ लूंगी तब तक खाला फ़िर बोली देखो दीदी एक बात तो सच है की नगीना का बाप जीजा नही है वो दिल्ली वाला आदमी है जिससे तुमने ट्रेन में चुदवाया था इसलिए नगीना इनका लंड पकडेगी तो क्या हुआ वैसे भी हम लोगों में बाप का पता लगाना बड़ा मुस्किल है हमारा तो असली बाप साला एक विदेशी था अम्मी मान गयी तब मेरी खाला ऊपर आयीं और मुझे जगाकर नीचे ले गयीं बोली नगीना अब तुम जवान हो जवानी का मज़ा देने के लिए तुमको हमने बुलाया है ऐसा कह कर वो मेरे सामने नंगी हो गयी और मुझसे नंगी होने के लिए कहा मैं पहले तो शर्माने का नाटक किया फ़िर हो गयी वो बोली देखो नगीना तेरा अब्बा असली अब्बा नही है मैंने कहा क्या कह रही हो खाला उसने खुलासा किया देखो हम लोगों में सब चलता है मर्द जिसको चाहते है जब चाहते है चोद लेते है औरत जिससे चाहती है जब चाहती है चुदवा लेती है ऐसे ही तुम्हारी अम्मी ने कई मर्दों से चुदवाया था अब कौन असली बाप है किसी को क्या पता और फ़िर तुम्हारे असली बाप का क्या कहे मुझे अपने असली बाप का पता नही है ऐसा कह कर मेरा हाथ मेरे अब्बा के लंड पर रख दिया और कहा इसे खूब प्यार करो जैसे तेरी अम्मी मेरे शौहर के लंड का कर रही है मैं वैसे ही करने लगी लौडा एकदम से टन्ना गया इसके बाद फ़िर मुझे खालू का लंड पकड़ा दिया उस दिन मैंने दोनों लंड का स्वाद लिया और धीरे धीरे चुदवा भी लिया बस फ़िर रास्ता खुल गया इसके बाद तो मैंने घर के और बाहर के कई लंडों से चुदवाया शादी के पहले और बाद में भी इसलिए अब मुझे अदला बदली में ही मज़ा आता है अच्छा अर्चना अब तुम बताओ तुमने कब पकड़ा पहला लौडा ?

अर्चना बोली :- मैं भी मौसी के घर गयी थी मेरी मौसी ने शादी नही किया था मुझसे केवल ४ साल बड़ी थी गर्मी के दिन थे दोपहर का समय था मौसी ने मुझे अपने कमरे में बुलाया और बड़ी बेशर्मी से पूंछा अर्चना तुमने कभी लंड देखा है

मैंने कहा :- हाय, मौसी वह क्या कह रही है आप ?

मौसी :- इसमे क्या कहना अब तुम बड़ी हो गयी हो चूंची आ गयी है झांटें आ गयी है अब तो लंड की जरुरत है न ? मैंने कहा :- मौसी आप तो बड़ी बेशरम है
मौसी :- बेशर्मी से ही लंड चूत के खेल में मज़ा आता है क्या कोई लौडा पकड़ा है कभी तुमने ?

मैंने कहा :- नही

मौसी :- तब वह मेरे सामने एकदम नंगी हो गई और मुझे भी नंगी कर दिया मुझे अन्दर ले गई वहां पर एक आदमी केवल नेकर पहने खड़ा था मौसी ने कहा ये है बल्लू अंकल इनकी नेकर उतार कर इन्हे नंगा कर दो मैंने वैसा ही किया उनका लौडा उछल कर मेरे मुह के सामने आ गया

मैंने कहा :- अरे मौसी, लंड इतना बड़ा होता है क्या ? ऐसा कह कर मैंने लौडा पकड़ लिया और हिलाया फ़िर पीछे मुडी तो देखा एक और लौडा

मौसी :-अर्चना दूसरे हाथ से इनका लंड पकडो ये है गल्लू अंकल तुम्हारी सुरुआत दोदो लंड से होनी चाहिए ऐसा जिस लड़की के साथ होता है उसको ज़िन्दगी में लौडे आसानी से मिलते रहते है मैंने पहले ही सोच रखा था इस लिए तुमको यहाँ बुलवाया सच नगीना उस दिन मुझे जो लंड पकड़ने का मज़ा आया और फ़िर धीरे से चुदवाने का भी मज़ा आया उसे मैं कभी भी नही भूल सकती और तब से मुझे नए नए लंड पकड़ने का शौक हो गया

इतने में आकाश बोला यार नजाकत अली तेरी बीवी को चोदने में मुझे बड़ा मज़ा आने लगा है मैं इसको अपने घर ले जाकर खूब दिन रात चोदूंगा नजाकत अली बोला मुझे कोई ऐतराज़ नही है तू ले जा मैं तुम्हारी बीवी को ले जाता हूँ मुझे तो तुम्हारी बीवी की चूत और चूंची से इतना प्यार हो गया है की मेरा लौडा इनको छोड़ना को तैयार नही है थोडी देर में आकाश ने कहा यार एक प्लान है तुम मेरी बीवी को कलकत्ता ले जाओ उसने कलकत्ता नही देखा वहां की औरते बड़ी खूबसूरत होती है किसी कपल को पटा कर अदला बदली करके चुदाई करना फ़िर वापस आकर बताना और मैं तुम्हारी बीवी को लेकर जालंधर चला जाता हूँ वहां के लोग बड़े मस्त होते है अदला बदली के खेल में बड़ी रूचि लेते है मैं किसी कपल को पटा लूँगा और चोदा चोदी करके आऊंगा फ़िर तुमको सुनाऊंगा

नजाकत अली अर्चना को लेकर कलकत्ता जाने लगा राजधानी ट्रेन से वे दोनों ये सी फर्स्ट क्लास में सफर कर रहे थे थोडी देर में एक कपल आया वे दोनों भी जवान थे उनको देखते ही नजाकत अली के मुह में पानी आ गया क्योंकि उसकी बीवी बड़ी सुंदर थी इधर अर्चना ने उस आदमी को देखा और सेक्सी अदा से मुस्करा कर बोली क्या आप भी कलकत्ता जा रहे है वे बोले हां फ़िर सेटल होने के बाद हम दोनों कपल बात करने लगे उसका नाम था चंदन मुखर्जी और उसकी बीवी मिसेज़ चंद्रानी मुखर्जी करीब २ घंटे बीत जाने के बाद चंदन ने शराब की बोतल निकाली और नजाकत अली को ऑफर किया नजाकत अली बोला की एक पैग मेरी बीवी के लिए भी चंदन यह सुनकर खुश हुआ वह अपनी बीवी से बोला लो तुम्हारी भी कंपनी बन गयी अर्चना ने आगे बढ़कर शराब का गिलास उठाया और सबको चीर्स कह कर पीने लगी अब आगे की बात अर्चना के मुह से सुनिए :-

मैं शराब पीने में मस्त हो गयी मेरी नज़र चंदन पर थी और उसकी नज़र मेरी चूंचियों पर थी इसलिए मैं अपनी चूंचियां धीरे धीरे खोलने लगी उधर मैंने देखा की चंद्रानी ने भी अपने बिलायूज का एक बटन खोल रखा था जिस पर नजाकत अली की नज़र गडी थी होते करते एक पैग ख़तम हो गया मुझे दूसरा पैग मिला जिसे पीकर मैं कुछ करने के लिए तैयार हो गयी मैंने दरवाजा बंद किया और साडी बिलौज को खोल कर ब्रा और पेटी कोट पर आ गयी मेरी चूंचियां मजे से बाहर झांक रही थी मुझे देख कर चंद्रानी ने भी ऐसा ही किया उसकी चूंची देखकर मैं समझ गयी की अब काम बन जाएगा क्योकि मेरी चूंचियां उसकी चूंचियों से बड़ी थी जिसे देखकर चंदन की लार टपक रही थी हां चंद्रानी मुझसे गोरी ज्यादा थी उसकी गोरी गोरी चूंची पर नजाकत अली फ़िदा हो गया इतने में नजाकत ने अपना हाथ मेरी चूंचियों पर रख दिया और दबाने लगा थोडी देर में मैंने ब्रा भी उतार फेंकी अब मेरी दोनों चूंचियां एकदम नंगी थी नजाकत तो चूंचियों को मसलने में जुटा था उधर चंद्रानी ने भी ब्रा उतार दी उसकी चूंचियां साफ साफ दिख रही थी वे दोनों अपनी अपनी बीवी की चूंचियों से खेल रहे थे लेकिन एक दूसरे के सामने इतने में चंदन ने शराब का गिलास खाली किया और बोला यार नजाकत अली मैं अपनी बीवी तुमको देने के लिए तैयार हूँ क्या तुम अपनी बीवी मुझे दोगे ?उसने कहा ,अच्छा बीवियों की अदला बदली हां क्यो नही और उसने चंद्रानी का हाथ पकड़ कर अपनी बर्थ पर घसीट लिया उधर चंदन मुझे अपनी बर्थ पर ले गया और अपने दोनों हाथों से मेरी दोनों चूंचियां नोचने लगा चूसने लगा चूमने लगा ऐसा लगता था जैसे उसके मन की मुराद पूरी हो गयी मैंने मौका देखा और झट से पेटी कोट भी खोल डाला और उसको बिना झांट की चिकनी नंगी चूत दिखा दिया वह तो पागल हो गया दीवाना हो गया उसने जबान निकाला और चूत चाटने लगा मैंने मुड कर देखा तो नजाकत अली चंद्रानी की चूत चाटने में लगा था उसके दोनों हाथ चूंचियों को मसल रहे थे तीन पैग शराब पीने के बाद शर्म कैसी मैंने फ़ौरन चंदन को नंगा किया उसका लंड हाथ में लिया और हिला हिला कर खड़ा कर दिया साला गोरा तगड़ा लंड बड़ा प्यारा लग रहा था उधर से चंद्रानी बोली अर्चना कैसा है मेरे हसबैंड का लौडा ? मैंने कहा यार क्या मस्त है भोसड़ी का लंड तबतक उसने भी नजाकत अली को नंगा कर दिया उसका लंड जैसे ही पकड़ा वह फनफना उठा चंद्रानी बोली यार ये तो कटा लौडा है लेकिन बड़ा खूबसूरत है ऐसा कह कर लंड मुह में लिया और चूसने लगी इधर मैं भी चंदन का लौडा चूसने में जुट गई कभी लौडा मुह में कभी चूंचियों के बीच बार बार यही करती रही आखिकार चंदन मेरी चूंचियों पर झड़ गया चंदन ने मुझे बड़े प्यार से लिपटा लिया उधर नजाकत अली ने भी कभी मुह में डाला कभी चूंची के बीच आखिर में चंद्रानी ने लंड मुह से निकला ही नही और वह मुह में ही झड़ गया चंद्रानी सारा सीमेन चाट गयी नजाकत अली ने उसे प्यार से चिपका लिया इसके बाद हम चारों ने डिनर किया

उसके बाद रात में हम चारों बिल्कुल नंगे हो गए मैं चंदन के साथ लेट गयी और चंद्रानी नजाकत अली के साथ मैंने चंदन का लौडा पकड़ा और अपनी चूत में घुसेदा उसने चोदने शुरू कर दिया उधर नजाकत अली ने अपना लौडा चंद्रानी की चूत में पेल दिया हम एक दूसरे को देख देख कर एक दूसरे के हसबैंड से चुदवा रही थी आधे घंटे में एक शाट मारा फ़िर सब लोग नंगे ही सो गए सवेरा होने पर फ़िर एक एक बार चुदाई हुई मैं तो सोच कर आई थी की ट्रेन में नजाकत से खूब चुदायुंगी लेकिन एक नया लौडा मिलने परमेरी लार टपक गयी अब मैं दिन में उससे खूब चुदवा लूंगी चंदन ने फ़िर कलकत्ता में हमको तीन कपल से मिलवाया और हमने तीनो से चुब चुदवाया नजाकत अली ने तीनो चूतों को चोद कर खूब मज़ा लिया

दूसरी तरफ़ आकाश और नगीना जालंधर में जाकर एक होटल में ठहर गए सवेरे जब नास्ता कर रहे थे तो एक जोड़ा सामने बैठा था दोनों एक दूसरे को देख रहे थे फ़िर कुछ बातचीत हुई उसने अपना परिचय दिया बोला मैं टीटू हूँ और यह मेरी बीवी मिसेज़ मंजीत कौर टीटू ने कहा हम लोग शाम को जरुर मिलेंगे आपका कौन सा कमरा है आकाश ने बताया नंबर ११२ तो फ़िर अच्छा है हम लोग १११ में है अगल बगल उसने कहा शाम को चारों इकठ्ठा हुए टीटू के कमरे में टीटू ने ड्रिंक्स का इंतजाम रखा था चारों शरब पीने लगे

आकाश बोला :- यार टीटू तुम बहुत अच्छे आदमी हो सबका ख्याल रखते हो टीटू ने देख लिया की मेरी नज़र उसकी बीवी की चूंचियों पर है वह बोला यार मेरी बीवी तुमको अच्छी लगती है मैंने कहा यार अच्छी तो है ही, इसकी चूंचियां तुमको अच्छी लगती है , हां बहुत अच्छी लगती है टीटू ने अपनी बीवी की ब्रा उतार दी उसकी बड़ी बड़ी चूंचियां देख कर मेरा लौडा खड़ा हो गया टीटू ने मेरा हाथ पकड़ कर उसकी चूंचियों पर रख दिया और अपनी बीवी का हाथ पकड़ कर मेरे लंड पर रख दिया बस पल भर में ही हम दोनों नंगे हो गए उसकी बीवी मेरा लंड पकड़ कर बोली हाय रे क्या घोडे के जैसा लौडा है उधर मेरी बीवी यानी नगीना से न रहा गया वह स्वयं नंगी हो गयी और टीटू को नंगा कर दिया उसका लंड सहलाया साला मजे से खड़ा हो गया नगीना बोली टीटू भोसड़ी के इतना मजे दार लंड लेकर अब तक बैठे क्यों थे फ़िर हमने एक दूसरे की बीवी को खूब चोदा

टीटू बोला :- देखो मेरी बीवी की चूंचियां बड़ी बड़ी होने के कारन मुझे कपल बड़ी आसानी से मिल जाते है मैं तो इस होटल के हर एक कपल के पास जाकर खुले खुले शब्दों में कहता हूँ की तुम मेरी बीवी चोद लो और तुंरत अपनी बीवी की चूंचियां खोल कर दिखा देता हूँ बस मर्दों की लार टपक जाती है और मुझे उसकी बीवी चोदने को मिल जाती है तुम्हारी बीवी की चूंचियां तो बड़ी बड़ी है और मस्त है तुमको तो तमाम जोड़े मिल जायेगे बस आगे बढो मेरी तरह इस प्रकार जालंधर में मैंने चार जोडों के साथ बीवियाँ बदल बदल कर चुदाई की वापस आकर आकाश और नजाकत अली ने अपनी अपनी कहानी सुना कर मज़ा लिया एक महीने के बाद इन्होने फ़िर बीवियाँ बदली और इस बार आकाश नगीना चेन्नई गए और नजाकत अली अर्चना अहमदाबाद वहां से आने के बाद आपको सुनायेगे अपने अपने अनुभव

Main ne Bhabhi Ko Choda

Wednesday, December 24, 2014

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Sister is Very Garam - Hindi sex kahani

Sunday, December 21, 2014

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चूत की पूजा ( choot ki pooja )

न जाने कब से यह मेरे ख्याल में बस गया था मुझे याद तक नहीं, लेकिन अब 35 साल की उम्र में उस ख्वाहिश को पूरा करने की मैंने ठान ली थी। जीवन तो बस एक बार मिला है तो उसमें ही अपनी चाहतों और आरजू को पूरा करना है। क्या इच्छा थी यह तो बताना मैं भूल ही गया। तो सुनिए। मेरी इच्छा थी कि दुनिया की हर तरह की चूत और चूची का मज़ा लूँ ! गोरी बुर, सांवली बुर, काली बुर, जापानी बुर, चाइनीज़ बुर !
यूँ समझ लीजिये कि हर तरह की बुर का स्वाद चखना चाहता था। हर तरह की चूत के अंदर अपने लंड को डालना चाहता था।
लेकिन मेरी शुरुआत तो देशी चूत से हुई थी, उस समय मैं सिर्फ बाईस साल का था। मेरे पड़ोस में एक महिला रहती थी, उनका नाम था अनीता और उन्हें मैं अनीता आंटी कहता था। अनीता आंटी की उम्र 45-50 के बीच रही होगी, सांवले रंग की और लम्बे लम्बे रेशमी बाल के अलावा उनके चूतड़ काफी बड़े थे, चूचियों का आकार भी तरबूज के बराबर लगता था। मैं अक्सर अनीता आंटी का नाम लेकर हस्तमैथुन करता था।
एक शाम को मैं अपना कमरा बंद करके के मूठ मार रहा था। मैं जोर जोर से अपने आप बोले जा रहा था-
यह रही अनीता आंटी की चूत और मेरा लंड ...
आहा ओहो ! आंटी चूत में ले ले मेरा लंड ...
यह गया तेरी बुर में मेरा लौड़ा पूरा सात इंच ...
चाची का चूची .. हाय हाय .. चोद लिया ...
अनीता .. पेलने दे न ... क्या चूत है ... !
अनीता चाची का क्या गांड है ...!
और इसी के साथ मेरा लंड झड़ गया।
फिर बेल बजी ...मैंने दरवाज़ा खोला तो सामने अनीता आंटी खड़ी थी, लाल रंग की साड़ी और स्लीवलेस ब्लाउज में, गुस्से से लाल !
उन्होंने अंदर आकर दरवाज़ा बंद कर लिया और फिर बोली- क्यों बे हरामी ! क्या बोल रहा था? गन्दी गन्दी बात करता है मेरे बारे में? मेरा चूत लेगा ? देखी है मेरी चूत तूने...? है दम तेरी गांड में इतनी ?
और फिर आंटी ने अपनी साड़ी उठा दी। नीचे कोई पैंटी-वैन्टी नहीं थी, दो सुडौल जांघों के बीच एक शानदार चूत थी : बिलकुल तराशी हुई :बिल्कुल गोरी-चिट्टी, साफ़, एक भी बाल या झांट का नामो-निशान नहीं, बुर की दरार बिल्कुल चिपकी हुई !
ऐसा मालूम होता था जैसे गुलाब की दो पंखुड़ियाँ आपस में लिपटी हुई हों..
हे भगवान ! इतनी सुंदर चूत, इतनी रसीली बुर, इतनी चिकनी योनि !
भग्नासा करीब १ इंच लम्बी होगी।
वैसे तो मैंने छुप छुप कर स्कूल के बाथरूम में सौ से अधिक चूत के दर्शन किए होंगे, मैडम अनामिका की गोरी और रेशमी झांट वाली बुर से लेकर मैडम उर्मिला की हाथी के जैसी फैली हुई चूत ! मेरी क्लास की पूजा की कुंवारी चूत और मीता के काली किन्तु रसदार चूत।
लेकिन ऐसा सुंदर चूत तो पहली बार देखी थी।
आंटी, आपकी चूत तो अति सुंदर है, मैं इसकी पूजा करना चाहता हूँ .. यानि चूत पूजा ! मैं एकदम से बोल पड़ा।
"ठीक है ! यह कह कर आंटी सामने वाले सोफ़े पर टांगें फैला कर बैठ गई।
अब उनकी बुर के अंदर का गुलाबी और गीला हिस्सा भी दिख रहा था।
मैं पूजा की थाली लेकर आया, सबसे पहले सिन्दूर से आंटी की बुर का तिलक किया, फिर फूल चढ़ाए उनकी चूत पर, उसके बाद मैंने एक लोटा जल चढ़ाया।
अंत में दो अगरबत्ती जला कर बुर में खोंस दी और फिर हाथ जोड़ कर
बुर देवी की जय ! चूत देवी की जय !
कहने लगा ..
आंटी बोली- रुको मुझे मूतना है !
"तो मूतिये आंटी जी ! यह तो मेरे लिए प्रसाद है, चूतामृत यानि बुर का अमृत !"
आंटी खड़ी हो कर मूतने लगी, मैं झुक कर उनका मूत पीने लगा। मूत से मेरा चेहरा भीग गया था। उसके बाद आंटी की आज्ञा से मैंने उनकी योनि का स्वाद चखा। उनकी चिकनी चूत को पहले चाटने लगा और फिर जीभ से अंदर का नमकीन पानी पीने लगा .. चिप चिपा और नमकीन ..
आंटी सिसकारियाँ लेती रही और मैं उनकी बूर को चूसता रहा जैसे कोई लॉलीपोप हो.. मैं आनंद-विभोर होकर कहते जा रहा था- वाह रसगुल्ले सरीखी बुर !
फिर मैंने सम्भोग की इज़ाज़त मांगी !
आंटी ने कहा- चोद ले .. बुर ..गांड दोनों ..लेकिन ध्यान से !
मैं अपने लंड को हाथ में थाम कर बुर पर रगड़ने लगा .. और वोह सिसकारने लगी- डाल दे बेटा अपनी आंटी की चूत में अपना लंड !
अभी लो आंटी ! यह कह कर मैंने अपना लंड घुसा दिया और घुच घुच करके चोदने लगा।
"और जोर से चोद.. "
"लो आंटी ! मेरा लंड लो.. अब गांड की बारी !"
कभी गांड और कभी बुर करते हुए मैं आंटी को चोदता रहा करीब तीन घंटे तक ...
आंटी साथ में गाना गा रही थी :
तेरा लंड मेरी बुर ...
अंदर उसके डालो ज़रूर ...
चोदो चोदो, जोर से चोदो ...
अपने लंड से बुर को खोदो ...
गांड में भी इसे घुसा दो ...
फिर अपना धात गिरा दो ...
इस गाने के साथ आंटी घोड़ी बन चुकी थी और और मैं खड़ा होकर पीछे चोद रहा था। मेरा लंड चोद चोद कर लाल हो चुका था.. नौ इंच लम्बे और मोटे लंड की हर नस दिख रही थी। मेरा लंड आंटी की चूत के रस में गीला हो कर चमक रहा था।
जोर लगा के हईसा ...
चोदो मुझ को अईसा ...
बुर मेरी फट जाये ...
गांड मेरी थर्राए ...
आंटी ने नया गाना शुरू कर दिया।
मैं भी नये जोश के साथ आंटी की तरबूज जैसे चूचियों को दबाते हुए और तेज़ी से बुर को चोदने लगा .. बीच बीच में गांड में भी लंड डाल देता ... और आंटी चिहुंक जाती ..
चुदाई करते हुए रात के ग्यारह बज चुके थे और सन्नाटे में घपच-घपच और घुच-घुच की आवाज़ आ रही थी ..
यह चुदने की आवाज़ थी ... यह आवाज़ योनि और लिंग के संगम की थी ...
यह आवाज़ एक संगीत तरह मेरे कानों में गूँज रही थी और मैंने अपने लंड की गति बढ़ा दी।
आंटी ख़ुशी के मारे जोर जोर से चिल्लाने लगी- चोदो ... चोदो ... राजा ! चूत मेरी चोदो 

एक रात ki kahani

Tuesday, September 30, 2014

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शादीशुदा विवाहित महिला का यौवन - Hindi sex story

Wednesday, September 24, 2014

दोस्तो मुझे शुरू से ही शादीशुदा औरतो में दिलचस्पी ज़्यादा है। उसका कारण ये
है कि शादीशुदा औरतों का यौवन और उनके चेहरे पर शादी के बाद जो चमक नहोती है
उसे देखकर मेरे शरीर में एक बिजली सी दौड़ जाती है तब मुझसे अपने लिंग पर
काबू ही नहीं किया जाता और मुझे हस्तमैथुन करके इसे शांत करना पड़ता है।
हालाँकि कॉलेज में टॉपर होने की वजह से कई लड़कियाँ मुझसे बड़ी इंप्रेस्ड हैं
पर उनके यौवन में मुझे वो बात नज़र नहीं आती जो एक विवाहित महिला के यौवन में
होती है। शादी के बाद नया नया संभोग के बाद उनके शरीर में एक अलग ही बदलाव आ
जाता है। उनके नितंबो में जो कसाव और शरीर में जो भराव आता है उसकी बात कुछ
अलग ही होती है अभी कुछ ही समय की बात है उस समय मेरे घर में नये किरायेदार
आए। उनकी शादी को अभी दो ही साल हुए थे और वो पति पत्नी दोनो वर्किंग थे।
राजेश एक मल्टिनॅशनल कंपनी में जॉब करते थे और रीता मेरे ही कॉलेज में
प्रोफेसर थी। दोनो कुछ ही समय पहले दिल्ली में आए थे इसलिए उन्हें नये घर की
तलाश थी। चूँकि क्लास में हमेशा टॉप करता था तो अक्सर मेरी रीता से
सब्जेक्ट्स को लेकर बात होती थी। एक दिन उन्होने मुझसे किराए का घर ढूँदने के
बारे में पूछा तो मैंने उन्हें अपने घर को किराए पर लेने के लिए कहा, उन्हें
घर पसंद आ गया, और वो कॉलेज के पास भी था इसलिए उन्होंने घर किराए पर ले
लिया। मैंने उनसे घर पर पढ़ना शुरू किया और जब उनको करीब बैठ कर देखा तो मैं
पागल हो गया। रीता के शरीर में जो बात थी क्या कहने, एक दम गोरा रंग, बिल्कुल
स्लिम बॉडी और खड़ी हुई चुचियाँ, कद करीब पाँच फुट सात इंच और खूबसूरती इतनी
कि किसी का भी जी ललचा जाए। मेरे साथ भी ऐसा ही हुआ। अब पढ़ाई में तो दिमाग़
ही नहीं लगता था।

मैंने अक्सर उनके करीब जाने के मौके तलाशने शुरू कर दिए। एक बार उनके पति
किसी काम से कुछ से कुछ दिनों के लिए बाहर गये तब मैंने रीता के करीब जाने के
और मौके तलाशने शुरू कर दिए। उनके बेडरूम की एक खिड़की उस रात को खुली थी।
मैंने करीब आधी रात के समय उसमें झाँक कर देखना शुरू किया क्योंकि तब तक मेरे
सब घर वाले सो चुके थे। रीता के कमरे में जो नज़ारा था उसे देखकर मैं पागल हो
गया। रीता अपने बेड पर नग्न अवस्था में लेती हुई थी और अपनी योनि को मसल कर
कर सिसकियाँ ले रही थी। मानो ऐसा लग रहा था कि कितने दिनों संभोग न किया हो।
मेरे हाथ मेरे लिंग का कड़ापन महसूस कर रहे थे और मैंने तभी वहीं हस्तमैथुन
किया। रात भर मुझे नींद नहीं आई। अगले दिन कॉलेज से जब मैं वापिस आया तो देखा
मेरे सब घर वाले कहीं बाहर गये हुए थे मैंने घर की चाबी के लिये रीता से पूछा
तो रीता अपने कमरे से बाहर आई और मुझे बोली कि चाबी तो नहीं है पर तब तक के
लिए तुम मेरे कमरे मे बैठ जाओ। उस समय उन्होंने भी कॉलेज से आकर चेंज ही किया
था तो उन्होंने शॉर्ट नाइटी डाली हुई थी। वो मेरे सामने ही सोफे पर बैठ गयी
और मुझसे बातें करनी लगी। बातें करते हुए मुझे ध्यान आया कि जिस तरह टांगे
खोल कर वो बैठी थी उनकी जांघें दिखाई दे रही थी। और ध्यान देने पर मैंने पाया
कि उन्होंने अंदर कुछ नहीं डाला हुआ था। मेरे लिंग पर मेरा काबू न रहा और वो
टन कर खड़ा हो गया। तभी उन्होंने मुझसे कहा कि रात को चोरों की खिड़की में
देखना ठीक नहीं। मैं घबरा गया कि इन्हें कैसे पता चला कल रात के बारे में।
रीता - ये ठीक नहीं है कोई और रात को तुम्हें हस्तमैथुन करते हुए देख लेता
तो, मैं जो भी कर रही थी अपने कमरे में कर रही थी, आगे से ध्यान रखना। मैने
थोड़ा झुक कर उनकी टांगों के बीच में देखना शुरू कर दिया। रीता - ये क्या कर
रहे हो। कहाँ देख रहे हो? मैंने कहा अब तो मैं कमरे के अंदर हूँ। रीता - बड़े
समझदार बनते हो। वो मेरे मंसूबे जान गयी थी।मैंने हिम्मत कर के उनकी टाँगो पर
हाथ रख दिया।रीता - बस टाँगो से ही प्यार है या आगे भी बढ़ना है। वो बोली -
अक्सर राजेश तो बाहर रहते हैं और मुझे अकेले रहना पड़ता है। उन्हें मेरे यौवन
की प्यास की कोई कदर नहीं है। इसलिए मुझे अकेलेपन में यूं सिसकना पड़ता है।
पर तुम्हें कल रात देख कर मुझे भी कुछ हो गया। कितना बड़ा लिंग है तुम्हारा।
लगता है बड़ी ब्लू फ़िल्में देखते हो और हस्तमैथुन कर कर के ऐसा लंबा कर लिया
है। मैं इसका स्वाद चखना चाहती हूं अब तो मेरे दिल की बात उन्होंने कह दी।
मैंने अपने दोनो हाथों से उनकी जाँघो को सहलाना शुरू कर दिया। साथ ही उनके
होंठो की ओर अपने होंठ बढ़ा दिए, हम एक दूसरे को काफ़ी देर तक किस करते रहे और
फिर मैं उनके साथ उनके बेडरूम में चला गया।रीता - मेरा यौवन देखना चाहोगे और
ये कहते ही उन्होंने अपनी नाइटी उतार दी। सच में शादीशुदा औरत के नग्न जिस्म
को मैं पहली बार देख रहा था और बेकाबू होकर मैंने उनके बूब्स चूसने शुरू कर
दिए। और वो और कसते चले हो गये और पूरी तरह खड़े हो गये।रीता - पहले कभी
संभोग किया है। मैंने कहा - नहीं।तो फिर तो तुम अभी कच्चे हो,,, ये कहते हुए
उन्होंने मेरी पैंट उतार दी मैंने अंडरवेर नहीं पहना था और मेरा एक बार
स्खलित भी हो गया था। गीली पैंट देख कर रीता बोली। रीता - बस इतने में ही झड़
गया। तो तुम क्या करोगे। मैंने कहा - पहली बार किसी शादीशुदा को नग्न देखकर
ये झड़ गया। अभी दस बार और झड़ सकता है। तब मैंने कहा - मुझे आपकी योनि देखनी
है। वो बेड पर लेट गयी और अपनी टांगे खोल दी। मैंने पहली बार किसी चूत को
देखा था मैंने सीधा उसे चाटना शुरू कर दिया । रीता - अरे बड़े बेकाबू हो। चलो
कोई बात नहीं। पहली बार तो ऐसा ही होता है। मैंने अपनी जीभ उनकी योनि में
फिरानी शुरू कर दी। वो सिसकने लगी। मैंने जीभ को और अंदर डालना शुरू कर
दिया।रीता - अरे ऐसे चूसोगे तो मैं झड़ जाउंगी। मैंने स्पीड थोड़ी कम कर दी
और उनके ऊपर आकर उनके बूब्स दबाने शुरू कर दिए। रीता - मुझे तुम्हारे लिंग का
टेस्ट करना है। मैंने कहा तो आ जाओ सिक्स नाइन की पोज़िशन में रीता - वो क्या
है। मैंने कहा - ब्लू फिल्म्स नहीं देखी क्या कभी। रीता - वो तो तुम किड्स
देखते हो। हम तो वो सब असली में करते हैं। और मैंने उनको सिक्स नाइन की
पोज़िशन में लाकर अपना लिंग उनके मुँह में डाल दिया और उनकी योनि चाटने लगा।
हम दोनो ने अपनी स्पीड बढ़ा दी और मैंने देखा कि उनकी टाँगे कसती जा रही हैं
और एक दम उनकी योनि ने इतनी ज़ोर से मेरे मुँह पर अपना पानी झाड़ दिया कि
मेरा पूरा मुँह गीला हो गया। मैंने ऐसा पहले कभी ब्लू फिल्म्स में भी नहीं
देखा था।रीता - देखा लड़के इतना तुम्हारा दस बार में भी नहीं झड़ सकता जितना
हम एक बार में निकाल देते हैं। मैं बोला - इसके स्वाद में तो मज़ा आ गया और
कहा कि मेरा वीर्य भी तो चख कर देखो लो उन्होंने कहा - तो आ जाओ - पहले
उन्होंने मेरा लिंग अपने बूब्स में दबा कर ऊपर नीचे करना शुरू कर दिया, मुझे
मज़ा आने लगा। मेरा लिंग और कड़ा हो गया। तब उन्होने मेरे सुपाड़े को अपने
मुँह में ले लिया। धीरे धीरे वो उसे पूरा निगलने लगी। मेरी उत्तेजना चरम पर
जाने लगी और बंदूक की तरह मैंने उनके मुँह के अंदर वीर्य की धार मार दी। रीता
- ये तो अमृत से भी ज़्यादा स्वाद है। मज़ा आ गया। पर अब मेरी प्यास कौन शांत
करेगा। तुम तो दो बार झड़ चुके हो।अब तो तुम्हारा खड़ा नहीं रहेगा ज़्यादा
देर। मैंने कहा - मैं तो अभी पहले की तरह ही हूं और कई बार और मूठ की धार
छोड़ सकता हूं। पर आपका नहीं पता, इतना ज़्यादा झाड़ा है आपने, अब भी है
उत्तेजना आपमें बाकी?रीता - औरत की प्यास को मर्द कभी समझे ही नहीं। मेरा
शरीर जल्दी हुई मशाल की तरह है। तुम जैसे लड़को के तो कई लंड ‍जला सकता
है।मैंने कहा - ऐसी बात तो आ जाओ एक बार और मेरे लंड की गिरफ़्त में।रीता -
काफ़ी जल्दी काफ़ी कुछ सीख रहे हो मैंने कहा - आपका स्टूडेंट हूं ना रीता -
आओ कितने दिनों से ये सील टूटी नहीं है आओ इसे तार - तार कर दो।मैने अपना
सूपाड़ा उनकी चूत पर रख दिया और धीरे धीरे उस पर फेरने लगा। रीता - तुम तो
मुझे जला दोगे। प्लीज़ अब अंदर डाल दो।मैंने ज़ोर लगाना शुरू किया पर मेरा
इतना मोटा और कड़ा था कि अंदर नहीं जा रहा था आसानी से। मैंने ज़ोर लगाया तो
उनकी चीख निकल गयी। पर लंड अंदर नहीं गया और चूत से खून निकालने लगा। रीता -
सही में तुम तो मर्द से कुछ ज़्यादा ही हो। खून निकाल दिया मेरी चूत से पर
अंदर नहीं गया। थोड़ी सा झाग लगा कर साबुन का फिर कोशिश करो। मैं बाथरूम से
साबुन का झाग ले कर आया और उसे लॅंड पर मसल लिया। अब मैंने ज़ोर लगाना शुरू
किया। रीता दर्द से चिल्लाने लगी और मैंने फिर पूरी ताक़त लगा कर एक ज़ोर का
झटका दिया और मेरा लंड चूत से खून के छींटे मेरे मुँह पर मारते हुए अंदर चला
गया। रीता की साँस गले में ही अटक गयी। रीता - बड़ा दर्द हो रहा है पर ऐसा
मज़ा भी कभी नहीं आया। अब तो मेरी चूत को जला दो एक दम।मैंने झटके बढ़ने शुरू
कर दिए। उनके मुँह से उउऊहह आअहह आआआअहह की आवाज़ें तेज आ गयी।रीता - और ज़ोर
से, और ज़ोर से, फाड़ दो मुझे और मेरी चूत को मैने झटके बढ़ाने शुरू कर दिए और
उनकी चूची चूसनी शुरु कर दी। उनकी उत्तेजना और बढ़ने लगी और तब मैंने ध्यान
दिया उनके बूब्स और कड़े हो गये तब मुझे लगने लगा कि अब ये झड़ने वाली है
मैने झटके तेज कर दिए और तभी मेरा झड़ गया पर मैंने झटके देने चालू रखे और वो
इतनी गरम हो गयी कि उनका भी झड़ गया मैंने उनके पानी को अपने मुँह पर मसल
लिया और हम दोनो ठंडे पड़ गये। मैं उनके साथ ही उनके बिस्तर पर लेटा रहा कुछ
देर तक उनके साथ चिपक कर। अभी भी हम दोनो अपने जिस्म की सिरहन महसूस कर रहे
थे। रीता - तुम्हारा वीर्य तो मेरी चूत मे अंदर चला गया, अगर मैं प्रेग्नेंट
हो गयी तो, मैंने कहा चिंता मत करो बाज़ार में कई गोलियाँ आती है जो ऐसा होने
पर भी प्रेग्नेन्सी रोक देती है।वो ले लेना और मैं फिर अपने कपड़े पहन कर
बाज़ार चला गया गोलियाँ लाने। अब ये सिलसिला कई दिनों तक चला।

एक व्यक्तिगत अनुभव

मैं कॉलेज़ का विद्यार्थी हूँ और मेरे कॉलेज में नया बैच आया था। उन्हीं में
एक लड़की थी शीना ! दिखने में अच्छी थी पर कभी मैंने उसके बार में गलत नहीं
सोचा था क्यूँकि एक तो मैं सीनियर और दूसरा उस लड़की की आवाज़ इतनी मधुर है कि
कोई भी उससे बात करके ही खुश हो जाये। वो मेरे से काफी घुल मिल गई थी,
धीरे-धीरे एक दूसरे के घर भी आना-जाना चालू हो गया। वो मेरे घर के पास में ही
रहती थी।
परीक्षा का समय करीब आने लगा था। एक दिन उसने मुझे कॉल किया और बोली- सर,
मुझे एक विषय में दिक्कत आ रही है, कल मेरा प्रैक्टिकल है, मुझे पढ़ा दीजिये !
मैंने कहा- इतनी रात में?वो बोली- सर, प्लीज़ !
मैं अपने घर वालों से आज्ञा लेकर उसके घर चला गया। उस दिन मैंने उसे पहली बार
नाइटी में देखा था वो भी गुलाबी रंग की ! क्या गज़ब लग रही थी !


जुलाई के महीने में काफ़ी गर्मी हो जाती है, मुझे भी गर्मी लग रही थी तो मैंने
उससे बोला और उसने एसी चला दिया। मैं उसके बैठ गया, पढ़ाते-पढ़ाते मुझे नींद की
झपकी आने लगी और मैं सो गया। जब उसने मुझे देखा तो मुझे आवाज़ दी पर मैं जागा
ही नहीं। तब उसने मुझे हिलाया। उस दिन पहली बार मुझे उसने मुझे छुआ था, क्या
नाज़ुक स्पर्श था उसका !

खैर मैं उठा और अपना चेहरा धोया ताकि नींद न आए। मैं आकर उसे दोबारा पढ़ाने
लगा और उसका सब काम ख़त्म करवाकर अपने घर वापिस आकर सो गया। उस दिन से वो
मेरे सपनों में आने लगी। मुझे लगा यह सब गलत है तो मैंने उससे बात करना बंद
कर दिया लेकिन उसे अच्छा नहीं लगा कि मैं उसे नज़रंदाज़ करूँ ! क्यूंकि जब भी
वो मेरे सामने आती थी, मैं उस जगह से ही हट जाता था।

लेकिन एक दिन वो मेरे घर ही आ गई, मेरी मम्मी से पूछा कि मैं कहाँ हूँ तो
मम्मी ने बोला- अपने कमरे में !

वो अंदर आ गई और मैं एकदम से उसे यहाँ देखकर फंस गया, मैंने सोचा- बेटा अब
कहां जाओगे !

उसने मुझसे पूछा- क्या बात है आप मुझे नज़रंअदाज़ क्यूँ कर रहे हो?

तो मैंने उससे बोला- मैं नज़रंदाज़ नहीं कर रहा हूँ ! बस थोड़ा व्यस्त था !

तो बोलने लगी- नज़रअंदाज़ करने में और व्यस्त होने में बहुत फर्क है ! मैं सब
समझती हूँ, आप मुझसे बात ही नहीं करना चाहते हो !

और रोने सा चेहरा बना लिया !

अब दोस्तो, मैं भी तो इन्सान ही हूँ न ! क्या करता ! फिसल गया !

मैं उससे बोला- चलो ! कहीं घूम कर आते हैं !

और हम घूमने के लिए निकल गए। तब उसने मुझसे दोबारा से पूछा- आप मुझे से बात
क्यूँ नहीं कर रहे थे?

मैं फिर से टालने की कोशिश करने लगा, वो मुझसे जिद्द करने लगी- सही सही बताओ
कि क्या बात है?

तब मैंने उसे बता दिया कि ऐसी-ऐसी बात है ! इसलिए मैं तुम्हें नज़रंअदाज़ कर
रहा था !

तो वो शरमा गई और मुझसे बोलने लगी- आप मेरे सबसे अच्छे दोस्त हो !

खैर कुछ दिन बीत गए, एक दिन दोपहर में उसका कॉल आया- आप क्या कर रहे हो?

मैं बोला- कुछ नहीं ! मूवी देख रहा हूँ !

वो बोली- मैं घर पर अकेली हूँ और बोर हो रही हूँ ! आप आ जाओ, यहीं बैठ कर
देखते हैं ना मूवी !

तो मैंने बोला- ठीक है !

और मैं डीवीडी लेकर उसके घर चला गया। डीवीडी प्लेयर मैं डीवीडी लगा कर हम
दोनों मूवी देखने लगे। मूवी में ऐक्टर इमरान हाश्मी था तो उसका एक सीन आ गया
और वो इतना जबरदस्त सीन था कि मेरी तो हालत ही ख़राब हो गई। मैंने शीना की
तरफ देखा तो उसकी भी हालत ख़राब हो चुकी थी।

मैंने उससे पूछा- क्या हुआ?

तो उसने मुझसे बोला- राज, आई लव यू !

मैं उससे ऐसी बात सुनकर हक्का-बक्का रह गया। मेरा तो उस पर उसी दिन दिल आ गया
था। खैर मैंने उसको गले लगा लिया और उसे चूमने लगा इमरान हाश्मी स्टाइल में !

और पता नहीं क्या हुआ कि मेरे हाथ अपना आप उसके वक्ष पर पहुँच गए, उसके नरम
स्तनों का अनुभव क्या गज़ब था कि बयान नहीं कर सकता !

दोस्तो, एक बात बता दूँ- सेक्स ऐसी चीज़ है जिसे आप जिसे आराम से करोगे उतना
ही ज्यादा मज़ा आएगा। मतलब हर एक शॉट की गर्मी का अनुभव करो। कभी भी आपने
शादीशुदा लोगों को फटाफट सेक्स करते नहीं देखा होगा और ना ही कभी सुना होगा।
वास्तव में जब तक एक दूसरे की भावना को नहीं समझते, मज़ा नहीं आता ! ये
तेज़-तेज़ शॉट्स साला सब ब्लू फिल्मों से देख-देख कर लोग करने लगते हैं,
इसमें कोई सेक्स का मज़ा नहीं आता है। दोस्तो, बल्कि आप जल्दी थक भी जाते हो
सेक्स का मज़ा ही आराम से एकदम चाय की चुस्की के जैसे जितने आराम से करोगे
उतना ज्यादा मज़ा बढ़ता है।

खैर जब मैंने उसके स्तन दबाये तो उसे इतने मज़ा आने लगा कि उसने मुझे जोर से
अपने बाँहों में जकड़ लिया और हम एक दूसरे को चूमते हुए ही बेड पर लेट गए और
काफी देर तक ऐसे ही पड़े रहे। अब अचानक मेरा सेल बजा और मेरा ध्यान टूटा, और
किसी जरुरी काम की वजह से जाना पड़ गया।

मैं वहाँ से चला आया।

कहते हैं ना जो होता है अच्छे के लिए होता है !

मेरा काम हो जाने के बाद मैंने उसे काल करके पूछा- क्या कर रही हो?

तो उसने मुझे बोला- आज रात को मम्मी-पापा कोई नहीं है, आप आ जाओ ! यहाँ आओ
प्लीज़ !

मैंने बोला- ठीक है !

मैंने अपने घर जाकर खाना खाया और अपनी किताबें और एक कंडोम का पैकेट लेकर
उसके घर चल दिया। जब उसके घर पहुंचा तो वो खाना बना रही थी। वो मुझसे खाना
खाने का बोलने लगी।

मैंने बोला- नहीं, मैं खाकर आया हूँ !

तो बोलने लगी- नहीं थोड़ा तो खाना पड़ेगा ! मैं आपके लिए बना रही हूँ !

फिर उसके इतना कहने पर मैंने बोला- ठीक है, थोड़ा खा लूँगा !

जब खाना बन गया तो उसने बोला- मैं नहा कर आती हूँ !

तो मैंने सोचा- चलो, मैं भी साथ मैं ही नहा लेता हूँ !

और उसके साथ बाथरूम में चला गया और पहले तो कपड़े उतारे फिर शॉवर चालू किया।
हम दोनों ने साथ में शॉवर लिया। नहाने के बाद मैंने उसे अपनी बाँहों में
उठाया और बेड पर ले जाकर लेटा दिया। उसका पूरा शरीर तौलिए से पौंछ दिया। फिर
रसोई में जाकर फ़्रिज से एक बर्फ़ का टुकड़ा ले आया और उसके टॉप पर बर्फ फेरने
लगा और उसका पानी चूसने लगा और धीरे-धीरे नीचे उतरने लगा- स्तन, फिर नाभि !
सबसे ज्यादा मज़ा यहीं आता है दोस्तो ! नाभि में पानी भर के पिया। जब नीचे
उतरा तो उसकी चूत की गर्मी से बर्फ १० सेकंड में ही पानी हो गई। मैं उसकी चूत
को चाटने लगा। क्या टेस्ट था दोस्तो ! आप सोच भी नहीं सकते हो ! उस समय
निकलने वाली आवाजें इतना मज़ा देती हैं कि पूछो मत ! जोश चार गुना बढ़ जाता है।
सेक्स ऐसी चीज़ है जिसे आप जब तक खुद सही ढंग से करोगे नहीं तो मज़ा नहीं आएगा।

मैंने उसे इतना ज्यादा चाट चाट कर बेहाल कर दिया था कि वो बस आऽऽआ अह करती रह
गई, लेटे-लेटे आहें ही भरती रही और मेरे सर के बालों को नोचने लगी। कुछ ही
देर में वो स्खलित हो गई। मैंने उसके पूरे रतिरस को चूस लिया और उसके बगल से
जाकर लेट गया।

फिर वो उठी, मेरे लंड को हाथ में लिया और उसे प्यार से सहलाने लगी और उसके
बाद उसे लॉलीपोप के जैसे चूसने लगी। धीरे धीरे लंड महाराज अपनी असली औकात में
आ गए और फनफनाने लगे खड़े होकर !

वो एकदम से डर गई- ये क्या हो गया ?

मैंने उसे प्यार से समझाया कि कुछ नहीं, यही तो मज़ा है इसका असली ! पगली ! और
उसे चूसने के लिए कहता रहा। जब बहुत देर हो गई तो मैंने उसको बगल से लिटाया
और उसके पैरों को अपने कंधे पर रखने के बाद अपने लंड पर एक कंडोम चढ़ाया। फिर
उसकी चूत पर थोड़ी देर तक धीरे धीरे ऊपर ही रगड़ता रहा तो वो कराहने लगी-
आह्ह्ह प्ल्ज्ज्ज़ अब डाल दो ! रहा नहीं जाता है मुझसे ! मैंने कहा- सब्र करो
जानू ! सब्र का फल मीठा होता है !

और एकदम से एक तगड़ा शॉट लगा दिया। वो इसके लिए अभी तैयार नहीं थी और एकदम से
दर्द के मारे बहुत जोर से चीख पड़ी- आआह्छ !

मैंने जल्दी से उसके होटों को अपने होठों से दबा लिया और थोड़ी देर आराम से
पड़ा रहा। थोड़ी देर के बाद उसने जब सांस ली तो मैंने एक और तगड़ा झटका लगा
दिया और उसकी चीख निकल गई- आआआअह्ह्ह्ह माआआआ !

उसकी हालत ऐसी हो गई थी कि उसकी आँखों से आंसू निकलने लगे।

मैंने कहा- यदि कोई तकलीफ़ है तो रहने दो !

तो बोली- नहीं, आराम से करो बस !

मैंने धीरे-धीरे करके अपना ७″ का लंड पूरा अंदर कर दिया और हर एक शॉट के मज़े
लेने लग गया- अ आया !

उससे पूछा- क्यूँ तुम्हें भी मज़ा आ रहा है ना?

तो बोली- जान ! हाँ ऐसा मज़ा कभी नहीं आया आआअह्ह्ह्ह्ह ! ऐसा सुख किसी चीज़
में नहीं है, जानू, तुम बहुत ही बढ़िया कर रहे हो !

और धीरे धीरे करके मैंने स्पीड बढ़ा दी और करीब 15 मिनट के बाद मैं स्खलित हो
गया। इतनी देर में वो भी दो बार डिस्चार्ज हो चुकी थी। फिर मैं उसे अपनी
बाँहों में जकड़ कर बगल में लेट गया और थोड़ी खामोशी का मज़ा लेने लग गया। फिर
मैंने उसे जोर से चूम लिया गालों पर ! उसने भी लेटे-लेटे मेरी छाती के बालों
में ऊँगली घुमाना चालू कर दी।

दोस्तो, ऐसा लग रहा था जैसे कि मैं जन्नत में घूम रहा हूँ।

जब हम बिस्तर से उठे तो बिस्तर पर खून के लाल-लाल निशान बन गए थे। वो देख कर
डर गई।

उसके बाद हम एक साथ नहाये, खाना खाया और फिर लेट गए। उस रात मैंने उसे 3-4
बार चोदा। सुबह जब मैं जाने लगा तो उसने मुझे किस दिया और बोलने लगी- आगे जब
भी मौका मिलेगा हम यह करेंगे !

अब मेरी पढ़ाई ख़त्म हो चुकी है, मैंने उसके साथ कई बार सेक्स किया और किस्मत
कि उसके बाद मुझे दो और लड़कियों से सेक्स करने का मौका मिला, कभी किसी और
दिन सुनाऊंगा उनकी बातें।

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Thursday, September 11, 2014

Hi, mera naam raj hai.ye bat us samay ki hai jab main 28 sal ka tha. Mere chacha ki ladaki ka naam shalu hai. Wo us samay 23 ki thi aur 2 sal pahale uski shadi hui thi.lekin usko bacha nahin hone ke karan uski sas ne lad jhagd kar usko mayke bhej diya. Aur talak ka notice bhej diya.isliye wo bahut hi udas rahati thi.har samay talak ki chinta aur udhar chut ki aag. Ek din wo hamare ghar aai .us samay ghar par aur koi nahin tha.maine use baithaya aur chai pilai. Uske bad just simply poocha 'shalu teri problem kya hai. Usne kaha bacha nahin hone ke karan wo log mujhe talak de rahe hain. Maine poocha bacha kyon nahin ho raha, tum doctor ko dikhao,to usne bataya mere me koi kharabi nahin hai. Aur bhaiya bacha kya ungali se hoga, wo kuch karate hi nahin,karana chahate hain to bhi nahin hota.maine kaha tab talak karake doosari shadi kar lo.wo boli bhiya ek to pitaji ki meri doosari shadi karane ki haisiyat nahin hai, dosare main unse badala lena chahati hoon kyonki unhone jan bujh kar ek kuwari ladaki ki jindagi kyon barbad ki.main bola bat to thik hai lekin ye to tabhi hoga jab wo tujhe le jayenge. Bina bacha hue wo le nahin jayenge. Itana sun kar wo bebasi se majboor hokar rone lagi. Boli meri to takdir hi kharab hai bhaiya, mujhe koi rasta nahin dikh raha hai. Akhir me main jahar khakar jan de doongi.

Main use santawana dene ke liye apani bahon me lekar puchkarne laga aur chup karane ki koshish karane laga.to wo awesh me aakar aur jor se lipat gai. Eka ek use un dino ki bat yaad aa gai jab hum log bahut chote the aur gudda gudia khela karate the. Aur us khel me main hamesha uska dulha banata tha.aur hum log khali ragada ragadi karte the, kyonki aur kuch aata bhi nahin tha . Un lino ko yaad karake wo boli, bhaiya ek bat kahoon, main bola ' haan kaho.wo boli bachpan me aap hamesha mere dulha banate the , aaj mujhe sach me aapki jaroorat hai, ek yahi rasta mujhe dikh raha hai meri musibat ko hal karane ka ki aap mujhe ek bacha de do.main bola bachpan ki bat alag hai ,tu pagal hai ye kaise ho sakata hai, akhir tu meri bahan lagati hai.wo boli bhaiya ye bat himmat karake itana khul kar maine aapko kah di,har kisi se to nahin kah sakati.phir main kisase sambadh karoon.ghar se bahar ke aadmi se karoongi to bahut badnami hogi.bhiya tumhe ye kam karana hi hoga ,meri jindagi ka sawal hai ,nahin main sachmuch jahar kha loongi.aise kaha kar wo aur jor se rone lagi. Maine ghabrakar kar use chup karane ke liye jor se lipata liya aur uski pith aur bal sahala kar matha chumane laga. Aur yahi par gazab ho gaya. Wo buri tarah se mere se lipat gai aur mujhe pagalon ki tarah muh par galo par hotho ko chumane lagi.khub kas kar lipat kar mere sine me sir chupa liya.

Garam garam chumme lene se mera lund khada ho gaya tha ,akhir main bhi to jawan tha. Usne meri pith par hath sahalate hue dusara hath dhire dhire aage se lejakar mera lund pakad liya aur masalane lagi. Us samay main lungi me tha. Aur uske niche underwear nahin tha. Usne lungi ke anader hath dal kar lund ko bahar nikala.mera mota tagada lund dekh kar uski aankho me ajib si chamak aa gai aur achanak niche jhuk kar lund chum liya. Lund ek dam se phanphana utha aur lohe ki tarah kada ho gaya. Wo mere kan me boli bhaiya ab mat tadpao, jaladi se aa jao ,bardast nahin ho raha hai.main bhi pura garam ho chuka tha so usko bed par le gaya.pahale uski saree utari phir bloue. Bra kholate hi wo thoda sharmai,chuchu par hath rakh liya. Maine hath hata kar chuchi ko muh me le liya aur dhire dhiire nipple ko chusane laga,wowwwwwwwwwwww kya mast chuchi thi.lagata tha uske sale gandu pati ne kabhi chui hi nahin thi .30 size ki santare ki tarah kadi aur gudgudi .thodi der chusate hi uski shari sharam bhag gai aur jor jor se siskane lagi hi bhaiya jaladi kijiye .haiiiiiiiiiiii main mar jaoongi. Uski aankhe masti se lal ho gai thi. Usne mera hath pakad kar chut par rakh diya .maine turant uske peticot ka nada khola aur peticot nikalane laga to sharam se palat gai. Maine khinch kar peticot tango se nikal diya aur apani lungi bhi khol kar phenk di. Ab hum dono bilkul nange the. Maine uske chutar par chumma liya to wo sidhi ho gai. Maine uski tange chodi karake chut par honth rakh kar uski chut ka tit chusane laga.maine jitani chut chodi hain sabako pahale chat kar taiyr karata tha kyonki ek to chut chatane se ladaki puri garam hokar sath me jhar jati hai dusare us mard ki diwani ho jati hai.

Chut chatate hi wo puri pagal ho gai aur mere sir ke bal pakad kar apne upar khinch liya. Chut se bahut ras tapak raha tha .kitana to main pi gaya tha. Bahut mast khusbudar chut thi. Chut ki khusaboo lete hi lund aur kada ho gaya.lund ka supada uski chut oar rakha to uska sara badan kampane laga aur boli jaladi ghusa dijiye bhaiya.chut to chatane se aur chut ke ras ki wajaha se puri gili thi phir bhi hath me thuk lekar maine lund paer aur laga liya aur chut ke ched me sata kar dhakka mara to lund phisal kar supara ander chala gaya. Wo ekdam chilai aaaaaaaahhhhhhhhh aur sarir kada kar liya, main uske upar let gaya uske hontho ko muha me lekar jeebh uske muh me dal di wo bhi meri jeebh chusane lagi. 1 minute bad maine thoda upar hokar dusara tej dhakka lagaya kyonki lund itana kada ho gaya tha ki rookana muskil tha. Tej dakke se adhe se jyada lund jhatake se ander to gaya lekin wo bahut jor se chilai haiiiiiiiiii mar gai bhayaaa.,dhire are nikaliye main mar gai maaaaaaaaa. Lekin maine pairo me kaichi dal rakhi thi wo lund to nahin nikal pai lekin kasmasati rahi. Maine phir chummaa lekar puchkara 'kya hua thoda aur hai bas. Wo boli bhaiya pahali bar hai na isliye thoda dhire dhire kijiye na. Mujhe surprise hua .bola kya matlab to boli bhaiya main aaj tak kuwari hoon ,unka lund khada hi nahin hota tha. Kabhi thoda bahut hua bhi to bahar hi jhar jata tha ander jane ki nobat hi nahin aai.maine chumma chati aur baton me uljha kar moka dekh kar ek akhiri jora ka dhakka mar diya aur mera lund uski kuwari kachi chut ko phadata hua pura ghus kar uski bache dani me lag gaya.

Wo bahut tadapi lekin main savdhan tha, usko kas kar daboch liya tha aur lund ko bahar nahin nikalane diya. Itani umar aur puri aurat hone ke bawjood wo dard se rone lagi thi.maine pure chehare par chuma. Chuchi chusi ,ek hath se uske chutad sahalaye tab usko thoda aram mila .karib 5 minute bad maine pucha dard kam hua wo boli haan thoda hai. Maine dhire se lund bahar karake halke halke dhakke lagane chalu kiye . Dhire dhire usko bhi dard ki jagah maja aane laga to boli thoda jor se dhakka lagaiye. Maine dhire dhire raftar badha di aur last me pura humach kar chodana chalu kiya to wo tange upar karke chudwane lagi aur pagalon ki tarah bol rahi thi hai bhiya aaj puri rat kas kar chod do haiiiiiiiiiiii main apki ho gaiiii aaj se main apki hoon bhaiya mere pet me aaaj hi apana bacha dal doooooo. Haiii aur jor jor se chodiyeeeeee aise kahate hue wo jhatake se lipat gai aur muha se awaj nikali aaabhaiyyyyaaaaaaayyyye kyaaaaamainnn marrrrr gaiiiiiireeeeeeeeeee ahhhhhhhhhhhhhhhhhhhhh aur wo puri tarah jindagi me pahali bar jhar gai. Uski chut itani garam ho gai thi ki 4-5 jor jor se dhakke lagane ke bad main bhi jhar gaya aur uski chut ko apane virya se pura bhar diya.wo khub kas kar mere se lipat gai aur kan me boli bhaiya abhi bahar mat nikalana. Bacha hone ke liye aapka pura pani bache dani me jana jaroori hai. Main uski chut me lund dale uske upae hi let gaya . Aur use chumane laga , ek hath niche le jakar chut ko tatol kar dekha to mere hath me khun lag gaya. Mujhe phir surprise hua to wo boli bhiya ab to apko biswas ho gaya na .maine apko bina chudi chut di hoon main bola haan shalu aaj se tu meri jan hai tu meri rani hai kyonki tune apana kuwara sharir mujhe arpan kiya hai. Wo bhi khush ho gai .15-20 minute bad uske upar e utha ,uski chut ne sara pani ander sokh liya tha ,phir thoda bahut bahar aaya usme pura khun laga tha.

Niche chadder par bhi khoon lag gaya tha. Wo thi aur mere lund ko saf karake chumma liya phir apani chut saf ki. Uske bad us rat ko maine use 5 bar choda subah 4 baje hum dono nange hi lipat kar soye . Uske bad to maine use lagatr 3 sal tak chod kar 2 bache paida kiye. Pahali bar me hi usko garabh (pet) rah gaya tha. To bahane se uske pati ko bulaya ek rat ke liye. Wo kar to kuch nahin paya lekin jab use pata chal ki wo garabhwati ho gai hai to khusi se ghar le gaya. Shayad use apani kamjori ka pata tha ,use ye bhi achi tarah pata tha kia ye bacha uska nahin hai phir bhi isiliye chup raha.ab wo apani sasural me khush hai.aur usne apana ilaj bhi kara liya hai. Use pakka to nahin malum lekin shak pura hai ki dono bache mere hain karan ki dono ki shakal mere se milatai hai. Ab dikkat ye hai wo mujhe apane yahan aane nahin deta aur shalu ko bhi nahin bhejata, aur ek samasya ho gai hai ki main kisi bhi ladaki ko tabhi kas kar chod pata hoon jab wo chudwate samay shalu ki tarah hai bhiyaaaaaaaa kah kar bole. Isliye jo bhi jaroorat mand bahan meri story ko padhe wo mujhe contact kar sakati hai. Uski bhi jaroorat puri ho jayegi aur mujhe shalu ke badale me chodane ko bahan mil jayegi. Please bina hichak mail karein. Incest_man2k@yahoo.com. Puri secrecy aur full satisfication ka wayada hai. Rat ko rukane me bhi koi problem nahin hogi. Aur koi charge nahin hai.sabhi bahano ki free sewa ke liye . Aapka apana incest_man (bhai logo ye meri jeewan ki sachai hai koi kahani nahin hai. Isliye mujhe mail karen isme meri galati kahan par hai)aur aap bhai logo , agar ladaki ko chod kar use apana diwana banana ho to uske liye kya tantra kirya aur upay karana chahiye ,janane ke liye mail karin.

Bhabi ka Aashiq - Hindi sex story

Wednesday, September 10, 2014

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Mom ka hot doodh - Hindi antarvasna story

Tuesday, September 9, 2014

I am here again to share with you a sexy part of my life. Aaj jaise hi mujhe pata chala ki dad bahar 3 din ke business trip par ja rahe hai to mai man hi man khushi se jhum utha aur raat ka intazaar karne laga. Meri mom bahut hi sexy lady hai, unka figure bhi bahut hi akarshak hai, bade bade boobs, gora rang, madmast cheez hai. Ab chunki mom se pahle sex kar chukka tha sliye hum aapas me khul gaye the. Is baar kafi dino ke bad yeh mauka aaya tha. Sham ko dad ke jane ke bad mom kitchen me kam kar rahi thi to mai kitchen me jakar mom ko pitche se pakad liya aur bola my mom aaj to mai doodh peeunga, to wo hanste hue boli pee lena abhi garam to hone de, maine hanste hue kaha to garam karo na mai to peena chahta hun, to wo boli aaj special doodh kesar dalkar pilaungi.maine kaha mujhe kali bhainsh ka nahi, tumhara peena hai isse special aur kahan hoga- mom hans ke boli badmash ho gaya hai chal bhag, kam karne de. Mom jaldi karna aur mai bahr aakar Tv serial dekhne laga aur phir Tv par ek adult film aane lagi bahut sexi film thi mai use dekhne laga, Serial khatam hone par mammy apane kamare mein jate hue boli “to doodh garam kar ke rakha hai jakar pee lena, maine kaha mujhe yeh nahi pina, mai sone ja rahi hoon aur khyal rakhna jyada der nahi ho” Mom doodh lekar pahale apane kamare mein gayee. Mai samajh gaya. Aur maine jaldi hi Tv band kar mom ke room me chala gaya dekha to mom leti huyee thi mai bhi unake bagal mein jakar let gaya. Mai mom ke boobs par hath pherne laga, Blowse ke button khol rakhe the. Maine kaha mom kya hua aur maine bra ka hook khol diya ar bola kyo kaid kar rakha hai inko kam se kam raat ko azad kar do aur maine unke boobs ko daba diya unhone blowse utar diya Ab mom ki choonchiya ajad thi. Kya mad mast thi aur mom boli doodh side table par rakha hai, pee lo na aur mom uthkar doodh ka glass layee, maine unke petikot ka nada khol diya aur wo sat se neeche aa gira aur wo neeche kuchh bhee nahi pahne thi...phir wo boli yeh doodh pee lo” maine kaha jab samne khud itni sundar doodhwali khadi ho to yeh kali bhains ka doodh kaun piyega aur maine unki choochiyo ko jor se daba diya aur unhe muh me le liya Mom ne kaha “par isamein doodh kahan hai” yah kahte hue mere muh me se apanee choonchi chhurakar uthi aur doodh ka glass utha kar mere muh me laga diya. Maine ne thoda piya aur glass lekar baki pine ke liye mom ke muh mein laga diya. Mom neb hi thoda piya muh se glass hatate hue kaha, “mai doodh pi liya tha” es beech doodh chhalak kar mom ki choonchiyon par gir gaya. Mai use apanir jeebh se chatane laga.

Ab to mom glass lekar apani choonchiyon par dhire-dhire doodh girati rahi aur mai maja le-le kar use chatate gaya. Choonchiya chatane se mom ke sare badan mein sursuri hone lagee, is beech thora doodh bah kar mom ki nabhi se hota hua choot tak chala gaya. Meri jeebh doodh chatate-chatate neeche aa rahi thi aur mom ke badan mein sansani fail rahi thi. Mom doodh giraye ja rahi thi doodh boobs se hota hua bahi se neeche aa gaya tha Ab mere hoth mom ke bur ke thik upar hokar doodh chat rahe the. Mai phir jheebh ko uupar ki taraph kar boobs ke pas le aaya aur unke boobs daba kar jor jor se chusne laga mom bhi exite ho rahi thi aur bolne lagi “Oh raja! Esi tarah choosate aur chatate raho …bahut …achchha lag raha hai… maine kaha kya mast doodh hai aisa nasa aur kahan hai ….mujhe to yehi peena hai roj…. Mom boli……ye kya kar rahe ho …. Main masti se pagal ho rahi hun….. Oh rajjjjjaaaa chato aur….. Jor se chustoooo….bahut achchha lag raha hai …meri mom….aur mai unke boobs ko chusta raha phir mom ne mere lund ko hathon me le liya to mai bola tum bhi pee lo na iska doodh …boli isme doodh kahan hota hai,,,mai bola doodh nahi to malai to hoti hai naa….aur uspar mom ne doodh gira diya aur glass me jo malai thi mere lund par dal di …aur use apne jeebh se chatne lagi …aur apni jeebh ko golai me phirane lagi …maine uske sir ko pakad kar kaha chus le na ab iska malai wala doodh …aur lund ko mom ke muh ki taraf thela ..aur ab to use chusne lagi aur mere lund ko aandar bahar kar jor jor se chusne lagi ummmm….ummm ahhhhh…ki aawaj aa rahi thi mera lund tan kar bada ho gaya tha aur chudai ke liye pura tayyar tha mom bhi ab ruk nahi pa rahi thi. Mom ki bur bhi bhi use pane ke liye bekarar thi. Mera lund bhi ab mom ki bur se milane ke liye bekarar tha. Mom ab sidhe let gayee aur usne chudai ka nimantran de diya. Mai bhi turant hi mom ke upar aa gaya aur ek jhtake me mom ki bur mein apana pura lund ghusa diya. Mom bhi neeche se kamar utha kar lund aur bur dono ko apas me milane me sahayog dene lagi. Dono es samay es prakar mil rahe the mano kaie baraso bad mile ho. Maine rafter bharahte hue puchha, “kya karun rani mom?” Mom boli andar tak to kar diya ab puchhta hai kya karun chal chudakkar kahin ka” unhone mere hoth chum liye aur boli kiye ja jaise teri ichha.

Mai ab ar dhakke laga raha tha aur mom ki bur niche se unaka jabab de rahi thi. Ghamasan chudai chal rahi thi. Aur mom ke siskariya nikalne lagi…ahhh…uiiiiiiiiiiiiii… .kya kar raha hai re……..jor se chodo rajaaaaa chadoooo … meri bur bhi kam nahi hai….. Kas-kas kar dhakke maro mere rajaaaaaa, chodo jor es sali bur kooooooo, jo har samay chudane ke liye bechain rahati hai… chooooo..dooooooo…… Ab to mai bhi tufan mail kee tarah chudai karane laga. Bur se pura lund nikalata aur puri gaharai tak pel raha tha. Mai to swarg kee havao me urane laga.. Mom kya mazza aa raha hai meri rani ..kha..jamke.. “hai rajjjja ! Our jor…seeeeee … bara majjjjjjjja aaaaa aa raha hai……our joooorrrr seeee……. ..ohhhhh maaaaa oh mere raja bahut achchha lag raha hai…mai bhi ab upar se kas kas kar dhakke par dhakka lagate hue bol raha tha, “ hai raniiiiiii.. Tumhari bur ne to aaj mere lund ko pagal bana diya hai….wah es sundar bur ka diwana ho gaya hun…..ese chod chod kar jab tak tum chahogi jannat ki sair karungaa…. Rani bahut maja aa raha hai….” Phir mom bhi boli uiiiiiiii….chodo…chodo….chodo …aur choddoooo, raja sath-sath girana….ohhhhh haiiiiiiiiii aa jao …. Chod doo…. Oh….ohhhhhhh ahhhhhhh esssss Mere sanam…..hai ab nahi ruk paungeee ohhhhh mai … mai…gayeeeeeeeeeeeeeeeee.” Idhar mai kas kas kar dochar dhakke lagakar sath-sath jhar gaya. Sachmuch es chudai se mai bahut khus tha aur mom bhi puri masti me chudai ka bharpoor maza liya. Ab dono jhar chuke the maine mom ka jordar kiss liya aur mom ki chunchiyon ke beech sir rakha kar unke upar thori der pade rah kar apane sanso ko snayat karne ke bada mom ke bagal mein hi letane ke bada pas me lipat kar so gaye, subah mom ne uthaya aur kaha uthna nahi hai kya…… aur mere lund ko daba diya ….kaha jaldi fresh ho jao ….mai brush kiya phir mom chay layee aur humne chay pee.

Phir maine dekha mom aur apne chutar matkati hui bathroom ki taraf chali gayee. Mai bhi mom ke pichhe pichhe bathroom me chala gaya aur andar jakar gate lock kar diya. Mom ne apne kapde utar diye, maine bhi sare kapde utar diye aur ab maine shower khol diya. Ham dono ke nange jism par pani ki phuwar parane lagee. Bathroom mein lage bare sheese mein main dekh raha tha, shower ke neeche mom ke uttejak badan aur badi badi choonchiyo par pani par raha tha, wo choochiyo se tapkata pani jo pairon ke beech mom kibur se hota hua paron par chhoti-chhoti dhar banate hue neeche gir raha tha. Jo bahut hi sexi lag raha tha Meri chhatiyo se girta hua lund par se dhar banakar bahta pani aaj bahut achchha lag raha tha. Mom ne mera land hanth mein le liya aur supare ko kholane aur band karne lagee. Lund hanth mein aate hee karak ho kar khada go gaya. Anb maine mom ke boobs ko aur sare shareer ko apani chhati se chipaka kar unke hoth apane hothon mein le liya. Mom ki kasi hui badi badi choonchiyan mere sine mein ragar khane lagi phir mom ne mere lund ko pakar kar apane bur se sata liya aur thora pair fala kar bur par ragarne lagee. Phir maine mom ke sare badan par sabun lagaya unke boobs ko aur bur ke upar bhi khub masala phir hum dono ek dusre ke badan par fisalne lage mom apne boobs ko pure badan par dabakar phisla rahi thi, bada maza aa raha tha phir maine shower ko tej kar diya aur sabun dho li. Iske bad mai mom ke boobs ko dabate aur sahalate hue mom ke hothon ko choos raha tha aur mere lund ko mom ki bur apne hoth se sahla rahi thi. Baithkar nahane ke liye rakhe stool par mom ne apana ek pair utha kar rakha liya aur mere land ko bur me ghusane ka mauka mil gaya. Shishe mein dikh raha tha unaka lund undar bahar hote hue meri pyari bur se khilwar kar raha tha. Mom ki Bur use pura apane muh me lene kee koshish kar rahi thi. Kuch der bad mom apne apane ko chhura kar bath-tub ko pakar kar jhuk gayee. Mom ke gol gol bade bade chootar uthe hue the mai unhe dab daba kar jhebh se chatne laga aur dant se kata bhi mom boli kya karta hai ab raha nahi ja raha hai aur maine mom ki bur o dekhne laga. Maine us par apane tannaye hue lund ko laga kar thakka diya. Pura lund gap se bur mein sama gaya. Phir kya tha lund aur choot ka khel shuru hua. Sheeshe me jaise blu film chal rahi ho, jisaki heroin mom thi aur hero mai. Mera lund mom ki bur mein andar bahar ho raha tha jisase mom ki bur pagal ho rahi thi par mujhe sheeshe mein lund ka ghusana aur nikalana baut bhala lag raha tha.

Shower se pani ki fuhar ham dono par pad rahi thi, hamlog usaki parvah na kar tan ki aag mitane me lage the. Mai peechhe se mom ki choonchiyan pakar kar barabar dhakke lagaye ja rahe tha. Shishe mein apani chudai dekh kar mom bhi kafi garam ho chukee thi esliye mom bhi apane chutar ko aage pichhe kar gapagap laure ko bur mein le rahi thi aur bolti ja rahi thi, “are yaar….. ! Bahut achchha lag raha hai….es chudai mein choddo mere sanam jindagee ka pura maja le lo ….hai !!!!!! Mere chodu balam…… tumhara laura bara jandar hai…… maro raja dhakka….. Aur jor se….. Hai raja aur jor se…. Aur jor se…… hai! Es jalim laure se phar do meri burrrrrrrrrr bbbbbbbahut achchhaaaaaaaa laggggggg rahaaaa haiiiiii….” Peechhe se chudai mein mere hanth jhuke-jhuke dukhane lage maine mom boli- “raja jara ruko, is tarah puri chudai nahi ho pa rahi hai, leta kar chudne mein pura laura ghusata hai to jharane mein bahut maja aata hai” phir maine shower band kiya. Aur mom vahi geele jameen par let gayee aur boli, “ab upar aa kar chudai karo” ab mai mom ke upar the aur mom ki bur me lund dalkar bharpoor chudai karane laga. Aur mom ki bur me lund pura ka pura andar bahar ho raha tha aur mom neeche se uchhal uchhal kar sath dete hue barbara rahi thi, “ab chudai ka majja mil raha hai maro raja maro dhakka… Aur jor se han! Raja esi tarah se chodo is bur ko… Ahhhhhh esssssssssss ohhhhhhh. Mai kas-kas kar dhakka mar kar mom ki bur ko chod raha tha. Thori der bad mera lund mom ki bur kee gahrai mein chal gaya aur hum dono sath-sath khalas ho gaye. Mom safe period mein thi mom ne pahle bata diya tha..es liye parvah nahi kiya. Tab mai bhi towel lapete kar bath-room se bahar aa gaye aur kapde pahan kar tayyar ho gya. Phir mom bhi bathroom se nikal kar kapde pahankar tayyar ho gayi. Hune raat ko phir bharpoor masti li.
 

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