प्यासी औरत ( pyasi ourat )

Saturday, December 20, 2014

मैं 25 साल का जवान युवक हूँ, मेरी लम्बाई 5.6 इंच है, पेशे से मैं एक कम्प्यूटर हार्डवेयर इंजीनियर हूँ। मेरा कमरा तीसरी मंजिल पर है और खिड़की की विपरीत दिशा में मेरा कम्प्यूटर रखा हुआ है
और सामने की छत से कम्प्यूटर की स्क्रीन साफ-साफ दिखती है। मैं रोज उसमें नग्न तस्वीरें देखता हूँ। सामने की छत पर एक औरत रोज कपड़े सुखाने आती है। मुझे नहीं पता था कि वो रोज मुझे छुप कर देखती थी।
एक दिन मैंने उसे ऐसा करते देखा लिया, तब से मैं उसे रोज छुप कर देखने लगा, मुझे वो अच्छी लगने लगी। मैंने उसके बारे में पता किया तो पता चला कि उसका नाम मीनाक्षी है और वो पेशे से अध्यापिका है और उसका पति एक बड़ा व्यापारी है लगभग 44-45 साल का। बहुत अमीर लोग थे वो।
मीनाक्षी लगभग 34-35 साल की होगी पर भगवान ने उसे क्या बनाया था, एक-एक अंग को जैसे सांचे में बनाया हो। उसके बदन का आकार 36-32-36 होगा, उसके मोमे इतने मोटे थे कि जैसे किसी गंजे आदमी का सर, उसकी ग़ाण्ड ऐसी उठी थी कि जैसे हिमालय के दो विशाल पर्वत !
जब मैंने उसे पहली बार देखा तो देखता ही रह गया। जब वो साड़ी पहनती थी तो क्या कयामत लगती थी ! मैं तो बस उसी को चोदने के सपने देखने लगा।
अचानक भगवान ने मेरी सुन ली।
एक दिन उनके घर में बिजली से शॉट सर्किट हुआ और घर का कम्प्यूटर जल गया। मेरी गली में एक बिजली का काम करने वाला लड़का रहता है, वो मेरा अच्छा दोस्त है। वो वहाँ गया, उसने बिजली तो ठीक कर दी पर कुछ समान लेने वो बाजार चला गया बिजली आने के बाद जब कम्प्यूटर चालू नहीं हुआ तो उन लोगों ने अपने कम्प्यूटर वाले को फोन किया।
इंजीनियर आया, देख कर बोला- कम्प्यूटर तो पूरा जल गया है, इसका कुछ भी नहीं हो सकता।
इतना सुनते ही मीनाक्षी रोने लगी तो उसके पति ने कहा- मैं दो-तीन कम्प्यूटर वालों को जानता हूँ !
उसने एक-एक करके सभी को बुलाया पर सबने जवाब दे दिया। मीनाक्षी रोना सा मुँह लेकर बैठ गई। शाम को मेरा एक दोस्त उनके कम्प्यूटर को देखने आया, उसने यह सब देखा और कहा- मेरा एक दोस्त कम्प्यूटर ठीक करता है, आप कहें तो मैं उसे बुलाऊँ?
उसने मुझे फोन किया, मैं उसके घर गया तो वो मुझे देखा हैरान हो गई। पर वो रोए जा रही थी।
मैंने कम्प्यूटर देखा, पावर सप्लाई, मदरबोर्ड़ की दो आई-सी और हार्डडिस्क का लॉजिक कार्ड जल चुके थे।
मैं बोला- सब जल गया है, ज्यादा खर्च होगा, आप नया क्यों नहीं ले लेते?
इतना सुनते ही मीनाक्षी रोने लगी।
मैंने पूछा- ऐसा क्या है इस कम्प्यूटर में जो आप इतना परेशान हैं?
मीनाक्षी बोली- मैं एक स्कूल टीचर हूँ और इसमें स्कूल के बच्चों के पेपर हैं और दो दिन बाद मुझे ये प्रैस में छपने के लिये देने थे। अगर समय से नहीं छपे तो बच्चे पेपर कैसे देंगे? और मैं अकेली दो दिन में इतने सारे पेपर तैयार नहीं कर सकती। मुझे तो स्कूल वाले नौकरी से निकाल देंगे।
मैंने कहा- कोई बात नहीं ! मैं देखता हूँ ! आप परेशान मत हों !
मैंने कम्प्यूटर उठाया और नेहरू प्लेस से उसका पावर सप्लाई और मदरबोर्ड ठीक करवा दिये और कम्प्यूटर को अपने घर ले आया। मेरे पास उसी कंपनी की वैसी ही एक हार्ड-डिस्क और थी मैंने उसका कार्ड उस खराब हार्ड-डिस्क में लगा दिया और किस्मत की बात है जो वो कार्ड चल गया और कम्प्यूटर चालू हो गया। यह सब करने में मुझे रात के दो बज गए थे।
मैंने उसी समय मीनाक्षी को फोन किया- आपकी मशीन ठीक हो गई है।
मीनाक्षी बोली- मुझे यकीन नहीं होता ! इसे तो सबने माना कर दिया था ! मुझे अभी देखना है। आप कम्प्यूटर चालू करो मैं छत पर आती हूँ, छत से तुम्हारे कमरे का कम्प्यूटर स्क्रीन साफ दिखता है।
वो छत पर आई और अपना कम्प्यूटर चलता देखा बहुत खुश हुई।
मैंने कहा- सुबह मैं आपका कम्प्यूटर दे दूँगा।
रात को मैंने उसकी हार्ड डिस्क का डाटा देखा, मैं तो देख कर हैरान रह गया, इसमें तो बहुत सारी ब्लू फिल्में थी।
सुबह मैंने उसका कम्प्यूटर दे दिया। उसने उसी समय सारे पेपर प्रैस वाले को मेल किये और फिर खुश होकर बोली- हाँ तो अभय जी, क्या लेंगे चाय या कॉफी?
मैंने मन ही मन कहा- मन तो तेरी चूत लेने को कर रहा है, पर भगवान ने मेरी ऐसी किस्मत नहीं बनाई।
मैंने कहा- जी, कुछ नहीं !
मीनाक्षी ने कहा- आपने इसमें कुछ देखा तो नहीं?
मैंने हँसते हुए कहा- अब मरीज़ डॉक्टर के पास आया है तो डॉक्टर उसे पूरी तरह देखेगा, तभी तो इलाज होगा न !
उसका चेहरा शर्म से लाल हो गया, वह बोली- तो आपने वो सारी ब्लू फिल्में देख ली?
मैं- हां !
कुछ देर कमरे में शांति रही और फिर मैंने डरते हुए पूछा- एक सवाल पूछूं? आप बुरा तो नहीं मानेंगी?
मीनाक्षी बोली- नहीं !
मैं- क्या आप मुझे अपनी छत से रोज़ देखती है जैसे रात देखा था?
मीनाक्षी- हां, और आप रोज़ कम्प्यूटर पर ब्लू फिल्में देखते हैं।
मैं कुछ डर सा गया।
मीनाक्षी- डरो मत, ब्लू फिल्में तो मुझे भी अच्छी लगती हैं और हर इंसान की अपनी-अपनी पंसद होती है।
कुछ देर बाद मीनाक्षी बोली- आज आपने मेरी नौकरी को बचाया है, बोलिए मैं आपके लिये क्या कर सकती हूँ? अगर मैं आपके कुछ काम आ सकती हूँ तो मुझे बहुत खुशी होगी।
मुझे लगा कि किस्मत एक बार फिर वही खेल खेल रही है जो 6 साल पहले खेला था, मैं अपने आपको फिर दुख नहीं पहुँचाना चाहता था इसलिए मैं गुस्से में उठा और बाहर चला आया।
उसने मुझे रोकना चाहा पर मैं नहीं रुका।
मैंने कहा- मुझे काम है।
शाम को उसका फोन आया, मैंने नहीं उठाया। फिर अगले दिन उसका फिर फोन आया, मैंने फोन उठाया।
मीनाक्षी- क्या हुआ? आप ऐसे क्यों चले आए? मुझे पता है कि आपको काम नहीं था, मेरी कोई बात बुरी लग गई आपको?
मैं- कोई बात नहीं ! मैं कल कुछ उदास था और आपने कहा कि मैं आप के लिये क्या कर सकती हूँ तो मुझे किसी की याद आ गई।
मीनाक्षी- बहुत प्यार करते थे?
मैं- हां !
मीनाक्षी- अब कहाँ है वो?
मैं- यहीं, इसी शहर में !
मीनाक्षी- क्या वो तुमसे मिलती है?
मैं- नहीं ! वो मुझे मिलना नहीं चाहती।
मीनाक्षी- कोई बात नहीं ! तो तुम किसी और लड़की से दोस्ती कर लो।
मैं- मुझसे कौन दोस्ती करेगा?
मीनाक्षी- तुम उदास मत हो, मैं हूँ ना ! आज से मैं तुम्हारी दोस्त हूँ।
मैं- आपके अपनेपन के लिये शुक्रिया ! पर देवी जी, मुझे एक दोस्त से भी ज्यादा चाहिए।
मीनाक्षी- इसका जवाब मैं कल दूंगी।
उस रात मैं सो नहीं पाया, भगवान का शुक्रिया करता रहा कि चलो लड़की नहीं तो औरत तो मिली इतने सालों के बाद।
उसी रात को उसका एस एम एस आया कि तुम्हें एक औरत चलेगी?
मैंने जवाब में इतना लिखा कि दोस्ती और प्यार में उम्र नहीं देखी जाती।
रात को ही उसका फोन आया।
मीनाक्षी- कैसे हो?
मैं- ठीक हूँ, आप कुछ जवाब देने वाली थी? और आपके पति कहाँ हैं?
मीनाक्षी- वो सो रहे हैं। तुम्हें एक बात बताती हूँ, मैं एक गरीब परिवार से हूँ और पैसे के लिये मैंने इनसे शादी तो कर ली पर ये बूढ़े हो गए हैं और मैं प्यासी रह जाती हूँ, और आज भी प्यासी हूँ। जब तुमने मुझे कहा कि तुम्हारी भी एक दोस्त थी जो अब नहीं है तो मुझे लगा कि तुम भी मेरे तरह प्यासे हो।
मैं- मीनाक्षी, मुझे नहीं पता था कि तुम इतनी दुखी हो, तुम्हारे आगे तो मेरा दुख कुछ भी नहीं ! मैं तो नदी से दूर हूँ पर तुम तो नदी में रहकर भी प्यासी हो ! अगर मैं तुम्हारे लिये कुछ कर सकता हूँ तो बताओ?
मीनाक्षी- ठीक है ! परसों रात को मेरे पति कुछ काम से बाहर जा रहे हैं और अगले दिन रात को आएँगे, तुम रात में आ जाना, मैं दरवाज़ा खोल दूंगी।
मैं- मीनाक्षी, अब तू दुखी मत हो ! मैं तुम्हें और प्यासा नहीं रहने दूँगा। अब से तुम्हारे सारे दुखों का अंत हो गया समझो।
मीनाक्षी- मुझे नहीं लगता था कि यह दिन भी आएगा।
तभी अचानक मीनाक्षी का पति उठ कर पानी पीने उठा और मीनाक्षी ने फोन काट दिया।
अगले दिन उसका फोन आया शाम को।
मीनाक्षी- हैलो, क्या हाल है?
मैं- ठीक हूँ, बस आप के ही ख्यालों में जी रहे हैं।
मीनाक्षी- अच्छा, एक खुशखबरी सुनो ! मेरे पति आज ही जा रहे हैं।
मैं- मुबारक हो।
मीनाक्षी- अच्छा, तुम आज ही आ सकते हो?
मैं- ठीक है, कब?
मीनाक्षी- रात में 10 बजे।
मैं- ठीक है।
रात लगभग 9.30 बजे उसका फोन आया और मैं उसके घर के पीछे के दरवाजे से अंदर गया।
अंदर जाकर मैं उसे देख कर हैरान हो गया, उसने काले रंग की साड़ी पहनी थी और उसका पल्लू आधी छाती को ही छुपा रहा था और उसके दोनों मम्मे लगभग आधे बाहर थे, मम्मों के ऊपर का हिस्सा क्या कमाल का लगा रहा था, एक दम गोरे-गोरे !
मैं उसके पास गया और उसके होटों पर एक अपने होटों को रख कर एक जोरदार चुम्बन लिया। वो मेरी बाहों में झूल गई।
मैं उसे उठा कर कमरे में ले गया, उसने टी वी पर ब्लू फिल्म लगा दी।
फिर उसने मुझे अपने हाथों से खाना खिलाया। फिर हम दोनों एक दूसरे से चिपक गए। मैंने उसके होटों पर चूमा, फिर गर्दन पर फिर मैंने ब्लाउज़ उतार दी। उसने अंदर ब्रा पहनी थी। फिर मैंने उसकी ब्रा के ऊपर से ही उसके चूचों को दबाया। ऐसी कसी छाती तो मैंने तब तक न ही दबाई और न ही देखी थी।
उसके मुँह से आह-आह की आवाज निकलने लगी, वो बोली- मेरे राजा, आराम से दबाओ। साल बहनचोद मेरा पति कभी इन्हें छूता भी नहीं है !
फिर मैंने उसकी ब्रा भी उतार दी, क्या मस्त मम्मे थे उसके !
मुझसे रहा नहीं गया, मैंने एक को मुँह में लिया और दूसरे को हाथ से दबाया। फिर मैंने उसका पेटेकोट का नाड़ा भी खोल दिया और अपना एक हाथ धीरे-धीरे उसके पेट से फिराते हुए उसके पेटीकोट के अंदर डाल दिया और उसकी जांघों को सहलाने लगा, फिर उसके पेट पर चूमा और उसका पेटीकोट उतार दिया।
अंदर उसने कच्छी पहन रखी थी। मैंने उसकी जांघों पर चूमा और उसकी कच्छी भी उतार दी। अंदर तो मामला एक दम साफ था, लगता था कि आज ही सफाई की हो !
फिर मैंने उसकी चूत में उंगली डाली और उसके ऊपर लेट कर उसकी चूत के दाने को हिलाता रहा। जैसे-जैसे उसकी चूत में उंगली हिलाता, वैसे-वैसे उसके मुँह से आह-आह की आवाज आ रही थी।
थोड़ी देर मैं मुझे उसकी चूत कुछ गीली-गीली लगी और वो झड़ गई।
अचानक वो बोली- बहन के लौड़े ! क्या तुझे उंगली से चोदने के लिए बुलाया है?
मैं बोला- इंतज़ार करो मेरी रानी ! मैं तुम्हारे पति की तरह नहीं हूँ जो सिर्फ सपने बारे में ही सोचूँ ! सिर्फ खुद मजे लूँ और तुम्हें प्यासा रखूँ। असली मज़ा तो आना बाकी है !
फिर मैंने अपने कपड़े उतारे और कच्छे में ही उसके ऊपर चढ़ गया, उसकी जांघों को सहलाया और उसकी चूत को चूम कर उसकी चूत में अपनी जीभ घुसा दी। उसके कूल्हों को पकड़ कर अपनी जीभ को अंदर-बाहर करने लगा। चूत का पानी कुछ नमकीन सा लगा पर मैं उसे पीता चला गया। जैसे-जैसे मैं जीभ को अंदर-बाहर करता, उसके मुँह से आह-आह की आवाज निकल रही थी।
उसने मेरे सर के बाल इतनी ज़ोर से पकड़ लिए कि शायद कुछ बाल उसके हाथ में भी आ गए, मैंने मन ही मन सोचा कि शायद शादी के बाद कुछ लोग इसी तरह से गंजे हो जाते हैं।
थोड़ी देर में ही वो दूसरी बार झड़ गई।
उसने थोड़ी देर आराम किया, फिर बोली- तुमने तो मुझे बिना चोदे ही शांत कर दिया !
मैंने कहा- अभी तो तुम्हें चोदना है ! यह तो तुम्हें गर्म करने के लिए था !
मैंने उसके होठों पर चूमा, उसने अपना हाथ मेरे कच्छे में डाल दिया और मेरे लण्ड पकड़ लिया। मैंने अपना कच्छा उतार दिया। उसने लौड़े को पकड़ कर कहा- साला मेरा पति तो कभी इसे पकड़ने ही नहीं देता है ! उसे क्या पता कि इसे पकड़ने में औरत को वही मज़ा आता है जो मम्मों को पकड़ने में आदमी को आता है।
फिर उसने मेरा लौड़ा अपने मुँह में ले लिया और ऐसे चूसने लगी जैसे एक छोटा बच्चा लॉलीपोप को चूसता है। क्या मजा आ रहा था, मैं बता नहीं सकता।
फिर मैंने उसे लेटने को कहा, वो लेट गई, मैं उसके ऊपर चढ़ गया और उसके होटों पर चूमते हुए अपने लण्ड को उसकी चूत में डाल कर हल्का सा झटका दिया। लण्ड का टोपा ही अंदर गया तो उसे हल्का सा दर्द हुआ, बोली- उनका लण्ड जल्दी ही झड़ जाता है तो वो ज्यादा अंदर नहीं देते ! इसलिए यह इतनी कसी है।
मैंने और ज़ोर लगाया तो कुछ अंदर गया, उसे दर्द हो रहा था। मैंने एक जोरदार मर्दों वाला झटका दिया तो लण्ड पूरा का पूरा चूत में जा चुका था। उसे दर्द हो रहा था, वो दर्द से तड़प रही थी।
मैंने फिर लण्ड निकाल कर पूरा का पूरा डाल दिया तो इस बार आराम से चला गया। फिर मैंने अपनी गति बढ़ाई और ज़ोर-ज़ोर से उसे चोदने लगा। अब उसे भी मज़ा आने लगा, वह भी गाण्ड उठा उठा कर साथ देने लगी, बोली- मेरे राजा, आज तक मुझे इतना मज़ा कभी नहीं आया था।
तभी मुझे लगा कि मेरा होने वाला है तो मैंने अपने झटके कम कर दिये और मन को कहीं और ले गया। इससे मुझे कुछ समय और मिल गया, इतनी देर में वो तीसरी बार झड़ गई। फिर मैंने अपनी गति बढ़ाई।
कुछ बाद मैं झड़ने लगा तो वह बोली- मेरी चूत में झड़ना ! मुझे तुम जैसा समझदार बच्चा चाहिए !
मैं उसकी चूत में ही झड़ गया।
कुछ देर हम ऐसे ही रहे। उस रात हमने चार बार सेक्स किया। सुबह उसने मुझसे कहा- तुम ही मेरे पति हो ! तुमने मुझे सच्चा सुख दिया है। सच में तुम ही औरत की यौन-भावना को समझ सकते हो।

Bhabhi ki chut me bada loda ( hindi sexy story )

Thursday, December 18, 2014

Mein delhi mein MBA karne ke liye wahna jakar mein apne cosin bhai k ghar jakar permanetly ruknna jo ki ab nahi rahe wanha sirf bhabhi rahti bhaiya.Shadi ke 3 saal baad hi ek road excident mein bhaiya ka swargwas ho gaya tha. Main bhabhi ke saath akela hi rahta tha. Bhabhi ka naam Ritu hai. Bhabhi bahut hi khoobsurat thi. Wo mujhe Sunny kah kar hi bulati thi. Unke Papa aur mummy ka swargwas bahut pahle hi ho chuka tha. Bhabhi umar mein mujhse 5 saal ki badi thi. Wo mujhe bahut pyar karti thi. Bhaiya ke gujar jane ke baad main bhabhi ki poori dekhbhal karta tha aur wo bhi mera bahut khayal rakhti thi. Main subah 10 baje hi ghar se chala jata tha aur phir raat ke 6 baje hi ghar wapas aata tha. Ek din meri tabiyat kharab ho gayi to main jaldi collagese dopahar ke 1 baje hi ghar wapas aa gaya. Bhabhi ne puchha, kya hua Sunny. Maine kaha, mera saara badan dukh raha hai aur lag raha hai ki kuchh fever bhi hai. Meri baat sunkar wo pareshan ho gayi. Unhone mujhse kaha, tum mere saath doctor ke paas chalo. Maine kaha, maine medical store se kuchh medicine le li hai. Mujhe thoda aaram kar lene do. Wo boli, theek hai, tum aaram karo. Main tumhare badan par tel laga kar malish kar deti hoon. Maine kaha, nahin, rahne do, main aise hi theek hoon. Wo boli, chup chap apne kamre mein ja kar let jao. Main abhi tel le kar aati hoon. Main kabhi bhi bhabhi ki baat se inkar nahin karta tha.

Main apne kamre mein aa gaya. Maine apni shirt aur pant utar di aur kewal baniyan aur nekar pahane huye hi let gaya. Main ek dam dheela tha aur thoda chhota nekar hi pahanta tha. Bhabhi tel le kar aayi. Unhone mere sir par tel lagaya aur mera sir dabane lagi. Uske baad unhone mere haath, seene aur peeth par bhi tel laga kar malish kiya. Aakhir mein wo mere pair par tel laga kar malish karne lagi. Aakhir main bhi aadmi hi tha. Unke haath lagane se mujhe josh aane laga. Josh ke mare mera lund khada hone laga aur mera nekar tent ki tarah se upar uthne laga. Dheere dheere mera lund poori tarah se khada ho gaya aur mera nekar ek dam tent ki tarah ho gaya. Main janta tha ki nekar ke chhota hone ki wajah se bhabhi ko mera lund thoda sa dikhayi de raha hoga. Wo mere pairon ki malish karte huye mere lund ko dekh rahi thi aur unki aankhein thoda gulabi si hone lagi thi. Unke chehre par halki si muskan bhi thi. Malish karne ke baad wo chali gayi. Uske baad main so gaya.Sham ke 6 baje meri neend khuli aur main uth gaya. Bhabhi chaye lekar aayi. Maine chaye pi. Uske baad main bathroom chala gaya. Bathroom se jab main wapas aaya to bhabhi ne kaha, ab let jao, main tumhare badan ki phir se malish kar deti hoon. Maine kaha, ab rahne do na, bhabhi. Wo boli, kya malish karne se kuchh aaram nahin mila. Maine kaha, bahut aaram mila hai. Wo boli, phir kyon mana kar rahe ho. Maine kaha, teek hai, tum kewal mere pair ki hi malish kar do. Wo khush ho gayi. Unhone mere pair ki malish shuru kar di. Mera lund phir se khada ho gaya. Is baar mera nekar thoda pichhe ki taraf khisak gaya tha jis se bhabhi ko mera lund is baar kuchh jyada hi dikhayi de raha tha. Bhabhi mere lund ko dekhte huye mere pairon ki malish karti rahi.

Thodi der baad wo boli, main jab tere pair ki malish karti hoon to tujhe kya ho jata hai. Main kaha, kuchh bhi to nahin hua hai mujhe. Unhone mere lund par halki si chapat lagate huye kaha, phir ye kya hai. Maine kaha, jab tum malish karti ho to mujhe gudgudi si hone lagti hai, isi liye to main mana kar raha tha. Unhone mere lund par phir se chapat lagate huye kaha, ise kabu mein rakha kar. Maine kaha, jab Tum malish karti ho to ye mere kabu mein nahin rahta. Wo boli, tum bhi apne bhaiya ki tarah hi ho. Main jab unke pair ki malish karti thi to wo bhi ise kabu mein nahin rakh pate the. Maine mazak karte huye kaha, phir wo kya karte the. Wo boli, badmash kahin ka. Maine kaha, batao na bhabhi, phir wo kya karte the. Bhabhi sharmate huye boli, wahi jo sabhi mard apni biwi ke saath karte hain. Maine kaha, tab to tumhein bhaiya ke pairon ki malish nahin karni chahiye thi. Unhone puchha, kyon. Maine kaha, aakhir baad mein pareshani bhi tumhein hi uthani padti thi. Wo boli, pareshani kis baat ki, aakhir mera man bhi to karta tha. Maine kaha, mera bhi kabu mein nahin hai, ab tum hi batao ki main kya karoon. Wo boli, shadi kar le. Maine kaha, main abhi shadi nahin karna chahta. Unhone muskurate huye kaha, phir bathroom mein ja kar muth mar le. Maine anjan bante huye puchha, wo kya hota hai. Wo boli, kya sach mein tujhe nahin maloom hai ki muth marna kise kahte hain. Maine kaha, nahin. Unhone mere lund ki taraf ishara karte huye kaha, ise apne haath mein pakad kar apna haath teji se aage pichhe karna. Thodi hi der mein iska juice nikal jayega aur ye shant ho jayega. Maine kaha, tum mujhe thoda sa kar ke bata do.

Josh mein aa hi chuki thi. Wo boli, tu bahut hi badmash hai. Ise bahar nikal, main bata deti hoon ki kaise karna hai. Maine kaha, tum khud hi ise bahar nikal kar batao ki kaise karna hai. Unhone sharmate huye mere lund ko pakad kar nekar se bahar nikal liya. Jaise hi mera 8" lamba lund bahar aaya to wo boli, baap re, tera to bahut hi bada hai aur mota bhi. Maine puchha, achchha nahin hai kya. Wo sharmate huye boli, bahut hi achchha hai. Maine puchha, bhaiya ka kaisa tha. Wo boli, unka bhi achchha tha lekin tere jaisa lamba aur mota nahin tha. Maine kaha, ab batao ki kaise karna hai. Unhone mere lund ko pakad kar apna haath aage pichhe karna shuru kar diya. Mujhe bahut maza aane laga. Wo bhi josh mein aane lagi. 2 min muth marne ke baad wo boli, aise hi kar lena. Ab ja bathroom mein. Maine kaha, bathroom mein kyon, agar main yahin kar leta hoon to ismein kya burayi hai. Wo boli, tera juice yahan girega aur mujhe hi saaf karna padega. Maine kaha, main hi saaf kar doonga. Wo boli, theek hai, yahin kar le. Main jati hoon. Maine unka haath pakad kar kaha, tum yahin baitho na. Wo boli, tere lund par haath lagane se mujhe pahle hi thoda sa josh aa chuka hai. Agar main tujhe muth marte huye dekhungi to mujhe aur jyada josh aa jayega. Phir mere liye bardast karna mushkil ho jayega. Aakhir main bhi to aurat hoon aur abhi jawan bhi. Maine kaha, mujh par bharosa rakho, main tumhare saath kuchh bhi nahin karunga. Wo boli, mujhe poora bharosa hai tabhi to maine tere lund ko pakad kar tujhe muth marna bataya hai. Maine puchha, nekar utar doon ya aise hi muth mar loon. Wo boli, kya nekar bhi kharab karega. Utar de ise.

Apna nekar utar diya aur muth marne laga. Bhabhi mujhe muth marte huye dekhti rahi. Main bhabhi ko dekhta hua muth mar raha tha. Dheere dheere wo aur jyada josh mein aa gayi. Josh ke mare mere muh se aah... Ooh... Ki aawaz nikal rahi thi. Wo mujhe aur kabhi mere lund ko dekh rahi thi. Unhone apna ek haath apni chut par rakh liya aur sahlane lagi. Maine puchha, kya hua. Wo boli, tu mujhe ek dam pagal kar dega. Main ja rahi hoon. Maine unka haath pakad liya aur kaha, batho na mere paas. Wo chup chap baith gayi. Main muth marta raha. Bhabhi josh ke mare pagal si ho chuki thi. Thodi hi der mein unhone mera lund pakad liya aur boli, ab rahne de, ab mujhse bardast nahin ho raha hai. Maine puchha, kya hua. Unhone apna petticoat upar kar diya aur boli, dekh meri chut bhi ek dam geeli ho gayi. Tune to mujhe pagal sa kar diya hai. Ab mujhe bardast nahin ho raha hai, tu meri chut ko shala de, main tera Lund sahla deti hoon. Maine kaha, kewal sahlana hi hai ya kuchh aur karna hai. Wo boli, agar tera man kare to meri chut ko thoda sa chat le jis se mujhe bhi thoda aaram mil jayega. Maine kaha, kapde to utar do. Wo boli, tu khud hi utar de. Maine bhabhi ke kapde utar diye. Ab wo ek dam nang ho gayi. Unki chut ek dam saaf thi. Maine kaha, tumhari chut to ek dam saaf hai. Wo boli, mujhe chut par baal bilkul bhi pasand nahin hain isi liye main ise hamesha hi saaf rakhti hoon. Tera bhi to ek dam saaf hai. Maine kaha, mujhe bhi baal pasand nahin hain. Wo let gayi to maine unki chut par apni jeebh phirani shuru kar di. Wo boli, aise nahin. Maine kaha, phir kaise. Wo boli, mujhe bhi to tera choosna hai. Tu mere upar ulta let ja aur apna lund mere muh ke paas kar de phir chat meri chut ko. Habhi ke upar 69 ki position mein let gaya. Maine unki chut par jeebh phirana shuru kiya to unhone mere lund ka supada apne muh mein le liya aur choosne lagi. Mujhe khoob maza aane laga. Bhabhi bhi josh ke mare siskariyan bharne lagi. Maine unki clit ko apne hothon se dabana shuru kar diya to unhone jor ki siskari li. Maine puchha, kya hua. Wo boli, bahut maza aa raha hai, aur jor jor se daba. Maine unki clit ko aur jyada jor se dabana shuru kar diya to unhone mera lund apne muh mein aur jyada andar le liya aur teji ke saath choosne lagi. Maine ek ungli unki chut mein dal di aur andar bahar karne laga. Thodi hi der mein bhabhi ki chut se juice nikal aaya. Wo boli, chat le ise. Maine unki chut ka saara juice chat liya. Thodi hi der mein mere lund ka juice bhi nikalne laga to bhabhi saara ka saara juice nigal gayi. Uske baad main hat gaya aur unke bagal mein let gaya.

Bhabhi mera lund sahlane lagi. Thodi der baad wo boli, aaj to wo ho gaya jo ki nahin hona chahiye tha. Maine kaha, maine aisa kya kar diya. Wo boli, tune mujhe apna lund dikha kar aaj mujhe pagal sa kar diya. Maine kaha, maine to nahin dikhaya tha. Wo boli, tera nekar hi itna chhota aur dheela tha ki mujhe tera lund dikhayi de gaya. Main apne aap ko kabu mein nahin rakh payi isi liye maine tujhse pair ki dobara malish karne ke liya kaha tha. Main tera lund dekhna chahti thi kyon ki mujhe tera lund bahut hi lamba aur mota dikh raha tha. Maine kaha, ab to dekh liya na. Wo boli, haan, dekh bhi liya aur pasand bhi kar liya. Maine kaha, ab kya irada hai. Wo boli, tu bhi wahi kar jo tere bhaiya mere saath karte the. Maine kaha, ye theek nahin hai. Wo boli, kya theek hai kya nahin, main kuchh nahin janti. Agar tu mere saath nahin karega to main mar jaungi. Maine puchha, main tumhare saath kya karoon. Wo boli, jo tere bhaiya mere saath karte the. Maine kaha, maine to kabhi dekha hi nahin ki bhaiya tumhare saath kya karte the. Bhabhi ne mere galon ko jor se kat liya aur boli, ab chod de mujhe. Maine kaha, dard hoga. Wo boli, to main kya karoon, hone de. Jo hoga dekha jayega. Maine kaha, tum meri bhabhi ho, main tumhein kaise chod sakta hoon. Bhabhi ka to josh ke mare bura haal tha. Wo boli, tu mujhe nahin chodega lekin main to tujhe chod sakti hoon. Maine kaha, phir tum hi chodo.

Und phir se khada ho chuka tha. Bhabhi mere upar aa gayi. Unhone mere lund ke supade ko apni chut ke beech rakha aur dabane lagi. Unke chehre par dard ki jhalak saaf dikh rahi thi phir bhi wo ruki nahin. Mera lund dheere dheere unki chut mein ghusta hi ja raha tha. Unki chut bahut hi tight thi. Unhone dabana jari rakha to thodi hi der mein unki aankhon mein aansoo bhi aa agye. Maine puchha, kya hua. Wo boli, dard bahut ho raha hai. Maine kaha, phir ruk jao na, kyon itna dard bardast kar rahi ho. Wo boli, main pagal ho gayi hoon. Ab tak mera lund bhabhi ki chut mein 6" tak ghus chuka tha. Dard ke mare bhabhi ka bura haal ho raha tha. Tabhi wo apne badan ka saara jor dete huye achanak mere lund par baith gayi. Mera poora ka poora lund unki chut mein sama gaya. Unke muh se jor ki cheekh nikli. Unka saara badan thar thar kanpne laga. Unke chehre par pasina aa gaya. Unki sansein bahut tej chal Rahi thi. Wo mere upar let gayi aur mere hothon ko choomne lagi. Main unki kamar aur chutad ko sahlane laga. Tabhi mujhe badmashi soojhi. Maine unki gaand ke chhed par apni ungli phirani shuru kar di to unhein maza aane laga. Achanak maine apni ungli unki gaand mein dal di to unhone jor ki siskari li aur boli, badmash kahin ka. Pahle to kah raha tha ki tum meri bhabhi ho, main tumhein kaise chod sakta hoon. Ab meri gaand mein ungli dal raha hai. Kya main ab teri bhabhi nahin rah gayi. Maine kaha, bilkul nahin, ab to tumne mera lund tumne apni chut mein dal liya hai. Ab tum meri bhabhi nahin rah gayi ho. Wo boli, phir main ab teri kya lagti hoon. Maine kaha, biwi. Wo boli, phir chod de na apni biwi ko. Kyon tarsa raha hai mujhe. Ab to maine tera poora ka poora lund apni chut ke andar le liya hai. Meri ungli abhi bhi bhabhi ki gaand mein thi. Maine phir shararat ki aur kaha, main tumhein ek hi shart par chod sakta hoon. Wo boli, kaisi shart. Maine kaha, main tumhari gaand bhi marunga. Wo boli, apni biwi se bhi puchhna padta hai kya. Maine kaha, mujhe nahin maloom. Wo boli, tere bhaiya ne to mujhse kabhi nahin puchha, jab bhi unka man kiya unhone meri chudayi ki aur jab unka man hua to unhone meri gaand bhi mari. Maine kaha, iska matlab tum bhaiya se gaand bhi marwa chuki ho. Wo boli, to kya hua, maza to dono mein hi aata hai. Ab mujhe jyada mat parshan kar, chod de na. Maine kaha, thoda sa tum chodo phir thoda sa main chodunga. Wo boli, theek hai, baba.

Ne dheere dheere dhakke lagane shuru kar diye to unke muh se cheekh nikalne lagi. Maine puchha, ab kya hua. Wo boli, dard ho raha hai. Maine puchha, kyon, ab to poora andar le chuki ho. Wo boli, andar lene se kya hota hai. Meri chut abhi tere lund ke size ki thode hi huyi hai. Maine puchha, mere lund ki size ki kaise hogi. Wo boli, jab tu mujhe kayi baar chod dega tab. Wo dheere dheere dhakke lagati rahi. Maine puchha, tumhari chut ko chauda karne ke liye mujhe kitni baar chodna padega. Wo boli, ye to tere upar hai ki tu kis tarah se meri chudayi karta hai. Maine puchha, kya ek baar mein bhi ho sakta hai. Wo boli, bilkul ho sakta hai, agar tu mujhe pahli baar mein hi kam se kam 1 ghante chod sake to. Lekin main janti hoon ki tu aisa nahin kar payega. Maine puchha, kyon. Wo boli, tune kabhi kisi ko pahle choda hai. Maine kaha, nahin. Wo boli, to phir tu 10 min se jyada rukega hi nahin. Maine kaha, rukunga kyon nahin. Wo boli, tujhe meri chudayi kerne mein josh jyada aa jayega is liye.

Bhabhi ko dhakke lagate huye lagbhag 10 min ho chuke the aur wo is dauran 1 baar jhad bhi chuki thi. Tabhi mere lund ka juice nikal pada aur saath hi saath wo bhi phir se jhad gayi. Wo muskurate huye boli, kya hua pahalwan. Maine kaha, wahi hua jo tum kah rahi thi. Wo boli, meri chut dheeli karne ke liye tujhe kam se kam 1 ghante tak meri chudayi karni padegi. Main ye bhi janti hoon ki agli baar tu jyada se jyada 15 min hi mujhe chod payega. Is tarah jab tu 3-4 baar meri chuday kar dega tab kul milakar 1 ghante ho jayenge aur meri chut dheeli ho jayegi aur tere lund ke size ki ho jayegi, samjah gaye bachchu. Maine kaha, bilkul samajh gaya, madam.

Ne mere lund ko apni chut ke andar hi rakha aur mere upar let gayi. Wo mere hothon ko choomti rahi aur main unki chuchiyon ko masalta raha. 10 min ke baad mera lund unki chut mein hi phir se khada hone laga to wo boli, ab tum mujhe chodo. Maine kaha, jaisi aap ki marzi. Wo muskurate huye mere upar se hat gayi aur let gayi. Main unke upar aa gaya.
Maine unki chudayi shuru kar di. Main poore josh mein tha aur jor jor ke dhakke lagate huye unko chod raha tha. Wo boli, sabhash bahadur, bahut hi achchhi tarah se chod rahe ho, chodte raho, rukna mat, thoda aur jor ke dhakke lagao. Maine aur jyada teji ke saath dhakke lagane shuru kar diye. Lagbhag 15 min ki chudayi ke baad main jhad gaya. Bhabhi bhi is chudayi ke dauran 2 baar jhad chuki thi.

Maine unhein saari raat khoob jam kar choda. Wo bhi poori tarah se mast ho gayi thi aur main bhi. Subah tak main unhein 6 baar chod chuka tha. Subah ko maine puchha, tumhari chut mere lund ki size ki ho gayi ya nahin. Wo boli, jab tumne meri 4 baar chudayi kar di phir uske baad main chillayi kya. Maine kaha, bilkul nahin. Wo boli, phir samajh lo ki meri chut tumhare lund ki size ki ho gayi.

Hindi sex story

Saturday, December 13, 2014

Hai aap sab mujhe mail kariyeg jisse mai aage v apni real sex ghatna ke baare me likh saku. Ab sidhe topic pe aata hu, ye baat us samay ki hai jab mai Btech 2nd year me tha aur ye ghatna mere aur meri badi mami Sheetal ke bich ghati thi aur mere life ka pehla sex jise yaad karke aaj bhi romaanchit ho jaata hu mera nanighar bihar me padta hai jaha mera nanighar hai waha pe log jyada padhe likhe nahi hai jis wajah se mujhe nanighar me bahut pyar aur respect milta tha,

Aur mere nanighar pe nani, 2 mama aur unki biwi yaani meri 2 mami choti mami dikhne me average hai par badi mami ki baat hi juda hai unki smile aisi hai yaar pucho mat behenchod kisi ka man dol jaye unki height 5ft4’’ rang gora hai slim hai aur haan mai inche tape le ke naapa to nahi tu unhe par ye jaan lo chhurhara badan, kaatilana adaaye aur boobs aise hai mano do taaza santra ko sine se chipka diya gaya ho jo blouse ke bahar nikalne ko betaab dikhte hai aur chutadd to dikhte banta hai,

Jab badi mami chalti hai hips itne matkaati thi man karta tha saali ko bich aangan me patak ke gaand me lauda pel du, par aisa karna aasaan nahi tha mere liye aur kya batau unke bare me bas pure milakar maal mast hai chodne ke liye kasam se yaaro mami ko 1 baar jo koi dekh le to use chodne ka khyal jarur aayega man me badi mami ki shaadi bahut hi kam umar me ho gayi thi mere bade mama ke umar aur unke umar me lagbhag 18 se 19 saal ka fark tha meri umar aur

Mere badi mami ki umar me jyada fark nahi tha wo mujhse sirf 2-3 saal badi hai jisse mere aur unme khub jamta tha o hamesha mujhse majak karti thi, kabhi kabhi sexy majak bhi kar leti aur puchti girlfriends ko lekar aur mai keh deta nahi koi girl friend nahi hai meri ab apne mama log ke bare me bata du, mere dono mama pahle gaon me kheti baadi karte the lekin ek saal bihar me shukha pad jaane se unka bahut nuksaan hua isliye bade mama kuch kaam dhundhne lage bade mama hai bahut mehnati hai isliye unhe bahut jaldi hi UP me banaras me ek builder ke paas construction me kaam mil gaya.

So mama kamane ke liye Banaras chale gaye to 2nd semester ke chhuti me mai nanighar pe gaya, us samay mera age 20 saal tha mai dikhne me shaant aur thoda sharmila hu sabhi mujhe bahut hi achha aur honhar ladka samajhte hai par mai kitna chuitya hu wo to mere dost aur mai hi janta hu college me bahut saari gandi gandi baate, picture dekh ke bas sex karne ka man karta tha aur jaisa ki maine bataya badi mami mere sath sexy

Majak v karti thi so mai is baar socha ki chahe jo v ho badi mami ko kaise v chodna hai yahi sochte sochte mai nanighar pahuch gaya aur meri jordar swagat hui mai sabko Namaste kiya Nani se thoda der baat kiya aur kuch der baad nani ghar se bahar nikal kar dusre ghar chali gayi gapiyaane mai pahle hi chote mama ko bata diya thi ki mai aa raha hun unhone bazaar se meri pasandida dish mutton mangwa liye the mai kareeb 6:30 baje saam me pahucha, saam dhal rahi thi.

Charo taraf andhera chha raha tha mama ke bachche sab chillane lage “bhaiya aa gye bhaiya aa gaye un sabhi ko maine toffee diya mere chhote mami ke 2 bachche (1ladka aur 1ladki) aur bade mami 1 beti hai, badi mami mera haal chal puchte hue ghar ke aangan me lage chair pe baithne ko kaha.

Mai waha baith kar badi mami se chay banana ko kaha, mai chay ka bahut shaukin hu ye baat badi mami ko pata tha badi mami jhat se mere liye 1 cup chay layi aur mere bagal me biche hue charpaai pe baith gayi aur mujhse baat karne lagi aur chhoti mami mutton ke liye kitchen me masala taiyar kar rahi thi.

Mai chay pine ke baad chair se uth badi mami ke god sir rakh kar let gaya aur badi mami ko bola ki mera sar thoda dukh raha hai badi mami mera sar bade pyar se dabane lagi ghar me us samay mai aur dono mami hi the mai lete hue badi mami ki boobs ache se nihar raha tha, man kar raha tha ki abhi blouse ke button kholu aur unke boobs ko chusna karu par darr lag raha tha thore der sar dabwane ke baad me so gaya badi mami phir chhoti mami ko help karne kitchen me chali gayi mai kareeb 2 ghante ke baad utha mera pura sarir pasine se lath path tha mami ne kaha  ja kar naha lijiye mere nanighar pe bijli ki suvidha nahi hai isliye thoda der sochne ke baad ek lamp leke bathroom me chala gaya nahane nahane ke baad man fresh ho gaya chhote mama bahar se ghum phir ke ghar laute aur meri padhai likhai ke bare me puchne lage kuch der baat karte karte

Hi dono mami ne kaha dinner karne ke liye mama aur mai ek sath baith gaye khane waise v meri pasandida dish thi isliye maine bahut kha liya khane ke baad sarir me bahut garmi lagne lagi so mai bahar tahalne chala gaya kuch der baad lauta to dekha sabhi sone ki taiyaari karne lage mai aur mama chhat pe chale gaye sone ,chhoti mami aur badi mami apne apne bedroom me par mera man nahi maan raha tha mai paani pine ke bahane chhat se niche utar kar badi mami se bola ‘pyas lagi hai..’

Badi mami thodi nind me hi thi unhone ek glass pani laya aur mujhe diya mai pani pine ke baad badi mami se bola “mami mujhe nind nahi aa rahi hai”badi mami boli aaiye baithiye” aur mami bed pe let kar mere se baat karne lagi. Aur meri nazar unki pure body ka jayza le rahi thi, mami mere iraado se bekhabar jaise taise lete hui thi us samay unka saaree bhikhra pada tha red colour blouse aur uske andar white bra saaf dikh rahi thi boobs aise lag rahe the jaise mami ne usko saza di ho  boobs blouse faad kar nikalne ko betaab thi

Achaanak,Thode der me bahut jor se bahar me tufaan aya, sab jag gaye mama chhat se apna aur mera bed lekar utar gaye dono mami bahar pasaare hue kapde uthane lagi mai bhi unka help karne laga andhera ka fayda utha badi mami ke boobs ko 1-2 baar touch kar diya unhe laga ye sab anjaane me hua hai so unhone ne kuch nahi kaha, bahar me bahut jor se baarish hone lagi, thode der ke baad mere chhote mama bole ki ‘abhinav tu badi mami ke ghar me so jaa mai jaa raha hu sone,

Mujhe bahut jor se nind lagi hai’ ye keh ke chhote mami aur chhoti mami dono apne bedrrom me chale gaye mere man me shaitaan jaagne laga, socha lagta hai aaj mauka mil jayega chodne ko.. phir badi mami puchi kaha kho gaye? Aur smile karne lagi. Mai bola “kuch nahi, bas college ki yaad aa gayi”phir badi mami se bade mama ko lekar majak karne laga bola kya baat hai mama ki yaad aa rahi hai? Wo boli, ‘dhatt bewkoof kahi ke’ aur khilkhila ke has padi par bade mama ke banaras jane ke baad mami thodi udas rehne lagi.

Badi mami hamesha mere se majak karti rehti thi, kabhi- kabhi to aslil majak bhi kar deti thi par mai man masos kar reh jaata tha bas yahi sochta tha ki kab mouka mile aur mami ki baja du kehte hai na bhagwan ke ghar der hai andher nahi bas yahi chiz mere sath ho gayi, us samay baat karte karte unhe nind lagne laga mai palang pe so gaya aur wo niche chataai bicha ke uspe so gayi badi mami ki ladki jo sirf 1 saal ki thi wo mere bed pi hi thi badi mami ke so jaane ke baad mujhe laga ki mai aaj sex nahi kar paunga sochte sochte bathroom gaya aur muth maar ke chala aay par phir bhi man maan hi nahi raha tha socha kya karu?

Achanak dimaag me idea sujha mai mami ke ladki ko chuti kaat (pinch kar) diya aur wo rone lagi uske rone ke awaaz se mami jaag gayi mami uthi aur bed pe aake let kar beti ko chuchi se dudh pilaane lagi mai ye sab chupchap dekh raha tha, mujhe bhi man kar rahatha mami se bolu ki mujhe bhi wo apna dudh pilaye par darr ke mare phat gayi meri aur chupchap dekhne laga.

Mami dudh pilate pilate wahi bed pe hi so gayi man hi man khush hone laga, man ki tammana jo puri hone hone ko tha, mai khidki ke paas leta hua tha, ab mai socha kya karu.. maine sheetal mami ke beti ko phir chuti kaata (pinch kiya) aur unki beti phir rone lagi.. badi mami phir jag gayi aur usko chup karane lagimai mami se soye hue awaz me bola ‘ mami sayad babu ko garmi lag rahi hogi isko khidki ke paas sula dete hai’ aur mai tuarant unki ladki ko khidki pe paas sula diya aur wo chup ho gayi.

Ab mami ek side me unki bachi(ladki) ek side me aur bich me mai tha wo sidhe lete hue thi..wo red colour ki saaree me kya lag rahi thi, jaise koi apsara ho mujhe biswaas hi nahi ho raha tha ki wo meri bagal me mere sath ek bed pe soyi hui hai mai unko dekh kar pagal sa hue jar aha tha, mera dil sex ke bare me soch kar dhadkne laga thode der baad mai apna ek pair unke pair pe daal diya unko laga ki sayad nind me daal diya hu isliye unhone bina kuch bole mera pair apne pair se hata diya

Thode der ke baad mai phir se unke pair pe apna pair daal diya is baar wo apna muh ghuma ke meri taraf pith karke so gayi mai apna pair darr se hata liya phir maine apne mobile me time dekha time lagbhag raat ke 1 baj rahe the ab mujhe baichaini hone lagi kyoki waha sab lagbhag 4:00 baje bhor me hi jaag jate hai mai phir se himmat karke apna pair unke pair daal diya aur unki ore thoda khisak gaya jisse unki body se meri body touch ho rahi thi ek ajeeb si masti chhane lagi dilo dimaag me aur mujhpe nasa chhane laga.

Mai darte hue apne pair ke ungilyo se unke pair ko sehlaane laga aur unki saaree aur petticoat ko upar ki sarkaane laga meri sarir me sansanhat ho rahi thi mai ye sab bahut hi aaraam se kar raha tha phir achanak mami apna pair khujlaate hue apni saaree thik ki, mera pair hataya aur let gayi mai darr gaya kahi mami jagi hui to nahi thi phir sochne laga jagi hui bhi hogi to unhone kuch bola nahi. Meri himmat thodi aur badh gayi mai thode der baad halke se uth kar unka face nihaarne laga.

Mami gehri nind me so chuki thi ab mai phir se apna pair unke pair pe daal diya aur abki baar apne baaye hath se dhire dhire unki saaree aur petticoat ko upar ki ore sarkaane laga ab mera hath mami ke mulayam jaangho pe tha kya bataau yaaro mera lund pura hard ho gaya aur underwear me kadakne laga, mera lund ka size 6”inch aur kafi mota hai, mai frenchie underwear pehanta hu to aap log samajh sakte ho kitna problem ho raha hoga kabhi kabhi to lund underwear ke side se nikal jata mere lund ke top pe thodi thodi paani aane lagi.

Saree aur petticoat ab mami ke jaangho tak pahuch gaya tha, unki mulayam, makhmali jaangho ko dekhte hi apna control khone laga kya dikh rahi thi wo us samay ye to mai sabdo me byaan nahi kar sakta mujhe to laga ki mai jyada josh me aake jhad naa jau isliye apne aap thode der me control kiya ek baar phir mai halke se uth kar mami ka face dekha wo aaraam se so rahi thi, mai ab dhire dhire mami ke jaangho pe hath pherne laga umhh wo garam garam mulayam jaanghe ka kya kehna.

Meri himmat ab aur badh gayi ab mujhe kuch nahi soojh raha tha siwaye mami ke choot ke bas yahi socha jo hoga ho jaye ab to kisi bhi tarah chodna hai mami ko phir mai petticoat ke andar dhire dhire apne kaapte hue haatho se chut ki ore badhane laga phir thode der me hi mere hatho ki unguliya mami ke love hole (choot) ke kareeb pahuch gayi jaise hi chut ke paas hath lagaya to mera sarir darr aur masti se kaapne laga mami abhi bhi so rahi thi ab mai pure mood me aa gaya tha.

Apna hath chut se hata ke mami ke chutdo pe pherne laga achanak mami gehri saans li meri to gaand phat gayi laga ab to tu gaya beta par hone ko to kuch likha tha kismet me mami chup chaap leti rahi mai unhe phir dekha is baar mujhe thoda shak hua laga ki mami jaag rahi hai mai sochne laga sayad mami ko maja aa raha hai aur yahi sochte hue meri himmat bahut badh gayi ab mai mami ke gaand pe apne hath ko aaraam se phiraane laga aur kabhi kabhi daba deta mami chup chaap in sab ka maja le rahi thi

Ab mai apna lund ko underwear se bahar nikaal liya aisa laga jaise kisi pinjre se panchi azaad hua ho apni underwear ko ghutne tak sarka diya ab mami ke gaand marne ki sochne laga mai apna baaya hath se mami ke gaand ke ched pe halka halka fingering karne laga phir mai apne hath me thuk lagaya aur gaand ke ched pe laga diya mami ne apni gaand halka sa sikood li. achaanak, mami nind me kuch badbadane lagi mai apna hath turant hataya aur wo sidhe ho ke late gayi.

Mujhe laga ab mami ki gaand nahi maar paunga aur wo aisa react ki mujhe laga sayad unko iska kuch khabar nahi mai phir time dekha to raat ke lagbhag 2 baj gaye the mere paas ab 2 ghante the jisme apna mission pura karna tha mai mami ko nihaarne laga unki saaree jaise taise bikhari hui, blouse ke anadar chuchiya aise lag rahi thi maano do santra rakha hua ho nipple bhi kadak malum pad raha tha phir maine apna 1 hath mami ke gaal pe rakh diya gaal to aisi ki j

Awaab nahi thode der tak hatho se gaal ko sehlaate raha ab mujhse bardaasht nahi hua mai mami ke face ko pakad ke dhire se apni taraf ghumaya aur unke lips pe apna lips daal diya phir turant lips hata ke unka chehra dekhne laga, koi reaction naa pake mai phir lips pe apna lips daal diya aur chusne laga ab mami puri tarah jaag gayi thi par phir bhi wo sone ka natak kar rahi thi mai apna hath unki petticoat me daal ke sidhe upar sarkate hue chut ke paas pahucha unki chut

Puri tarah ghane jhaanto se bhari hui thi ab apna hath unke chut ke slit pe daal ke sahlane laga.. slit ke daano ko halka halka kuredne laga idhar mera lund apna aapa khoye hue jhatka maar raha tha phir dhire dhire apni unguliya unke chut me ghusaane laga abhi bhi mami chup chap lete lete maja le rahi thi mera ek hath chut pe aur doosra hath unki chuchiyo ki sewa kar raha thamai apna hath unke blouse me daalne laga par blouse itna tight ho gayi thi ki hath andar jaa hi nahi raha

Tha phir mami apne sarir ko halka dheela kiya mai ab unke blouse ko kholne laga par excitement itna jyada tha ki khul hi nahi raha tha aur mai blouse ke button to todne hi wala tha ki mami apne hath se mere hath ko hata ke blouse ke button khol di phir bhi naa mai kuch bola naa mami ab unke kadak kadak nipples mere unguliyo me jakde hue the mai kabhi chuchi dabata to kabhi nipples ko ragadta pehli baar ye sab real me kar raha tha waise to hamesha ya to sex kahaniyo

Me ya phir blue filmo me hi aisa dekha tha ab mai mami ke boobs ko muh me leke bade pyar chusne laga mami ki saanse tez hone lagi phir kisi tarah unhone apne pe control liya kyunki bagal wale kamre me hi chhote mama aur chhoti mami soyi hui thiaur dono room me upar me ventilator hai jo khula hua hai matlab kahi jor se awaz gaya to sayad chhote mama sun na le mujhe darr bhi lag raha tha aur masti me bhi tha mai kuch der tak chuchiyo ka raspaan karte hu dhire dhire pure sarir me kiss karne laga ya kaho ki lick karne laga.

Dono logo ka sarir garam ho chuka tha aur pasine bhi nikal rahe the kiss karte karte mai naavi pe pahucha mujhe kisi bhi lady me uski naavi sabse jyada aakarshit karti hai isliye naavi pe aaraam se kiss karne laga mami thoda angdaai lene lagi par abhi bhi unhone ne ek shabd nahi bola nahi maine yaha tak to thik tha phir mai pairon se kiss karna suru kiya aur unke petticoat ko aaraam apne muh se upar ki ore sarka sarka ke sabhi jagaho pe kiss karne laga ab mai mami ke jaangho pe pahucha

Wow kya makhamli jaanghe thi uff pucho mat! Phir jaangho pe aaraam se kiss karne laga ab mujhe mami ke pyaar ki ras ki sugandh aane lagi aur mai aur josh me aa gaya par mujhe us samay choot choosne me koi interest nahi tha isliye bas choot ke paas sar le gaya aur choot sunghne laga ajeeb si madak khusboo thi abhi bhi mami kuch nahi bhi nahi boli thi ab mai phir se mami ki chuchiyo ki chusaai karne laga aur ek hath se dabaane laga idhar mere lund maharaja ki haalat kharab ho rahi thi

Mere lund maharaj jaldi se jaldi choot maharani ke aaagosh me samane to taiyaar khade hue tha  par mai apne aap pe control kiye hue tha ab aur der na karte hue apna lund ke supade ko mami ke boor pe daal diya achanak mami mujhe pakad ke apne se sata li aur mere kaano me kahne lagi ‘ please andar mat daalo, yaha tak jo hua so hua plz uske aage aur nahi please’.mai pure josh me tha ye baatein sunne ke baad thoda ruka phir mai mami ke kaan me bola please mami 1 baar please

Par mami manne ko taiyaar nahi thi mami apne dono hatho se apni chut ko dhakh li mai apna hath unke choot par le jakar unka hath hatane laga par wo pura dam laga kar hath daabe hui thi.. mai bhi pure dam se unka hath hataya aur dono hatho ke unguliyo me ungilya daal ke hath ko failane lagi thode der me mami shaant ho gayi mai socha ki sayad mami mujhse naraaj ho gayi mai mami ke kaan ke paas ja kar phir dhire se naram awaz me bola kya hua mami itna sab kuch ho gaya tab aap aisa kar rahi ho.

Pahle hi mujhe rok deti ab mujhse bardaast nahi ho raha hai” Mami khamosh rahi ek shabd kuch nahi boli bas mujhe ektak dekh rahi thi ek baat hamesha mere man me rehta hai kit um jisse sex karo to marzi yadi dono ka hai maja 4 guna ho jata haiyahi sochne laga fir mujhe laga ki sayad mami ka man nahi hai sex karne ka mai sad sa muh banake mami ko bola bina aapke marji ke nahi sex nahi karunga mami halke halke hasne lagi aur phir se pakad ke kaan me dhire se boli

Mai to bas tumhara patience check kar rahi thi aur kuch nahi ye sunte hi mera dil khusi se machal utha phir ek lamba jordar lips smooching hua idhar lund mahraj mami ki love hole me ghusne ko betaab tha ab mai apne lund ko mami ke chut ki slit pe ghisne laga mami ke choot pe pahle se hi bahut love hole ka ras tha jisse bade maje se lund maharaj ghis rahe the jaise lund aur choot smooching kar rahe ho idhar mami apne lower lips ko daanto tale dabaye hue lete thi ab

Mai socha thoda mami ko tadpau isliye apne lund ko hata liya mami isaare me puchi kya hua? Aur dhire se boli Please jaldi se daalo naa bahut din ho gaye hai ye kiye huye mai unko kiss karke unke kaan me bola “kya daalu? Wo boli “please daalo mai phir puchha “kya? Boli aapko nahi pata hai? Mai bola “mujhe to pata hai par aapke muh se sunna chahta hu wo halke halke muskurane lagi boli “bahut badmaas ho aap achha chaliye apna lund daal dijiye” mai pucha kaha?

Ab wo tadapne lagi boli “please jaldi se daal dijiye mere boor me ye sunte hi mere lund maharaj apne aukaad pe aa gaye aur ab mai phir apna lund unke choot ke slit pe sarkane laga aur phir Lund maharaj dhire dhire choot maharani ke aagosh me samane lage jaisa ki mami bahut dino baad chud rahi thi isliye unki choot thodi tight thi isliye lund maharaj ko ghusne me thodi dikkat ho rahi thi phir ek baar mami ko dekha unka chehre ka expression kya khub tha aankhein band thi unki

Aisa lag raha tha jaise mai swarg me hoon phir mai apne lund maharaj ko choot maharani ke andar jad tak dalne laga aur phir lund maharaj aur mami ki choot maharani ka Milan ho hi gaya ab mai dhire dhire aage piche karne laga mami bhi pure josh me uchhal kar sath dene lagi uske baad dhire dhire mere chodne ki speed badhti gayi takriban 3-4 minute ke baad laga jaise mai swarg me udd raha hu laga ab mera nikalane wala hai aur mai thoda ruk gaya phir thode der baad mami ke lips ko kiss karte hue lund ko puri tarah choot me utaar diya.

Aur is baar pure speed me chodne laga dono ke badan lapte hue the mami ke muh se awaz nikalne wala tha ki maine unke lips ko aur jor kiss karne lagi itna garmi ki pasine se bhing chuke the hum dono aur phir hum aur mami dono ek sath jhadh gaye mami ke chehre pe santusti ke bhaw dikh rahe the thoda smile kar rahi thi mai unke sarir pe leta hua tha wo mere baalo me hath phira rahi thi mai mami ko bataya ki “ ye mere life ka pehla sex tha” to mami kehne lagi

Mujhe viswas nahi hota, aapko to sex ke bare me bahut jaankari hai. Mai haste hue bola ye sab Sex stories me padh kar aur Blue filmo se sikha hu Mami boli Aap kewal dikhte sareef hai par hai bahut badmaas” aur has padi thode der ke baad mai uth kar bathroom me pesaab karne chala gaya bathroom me lamp light ki dhimi se roshani thi aur bathroom me ghuste hi apne lund maharaj ko dekhne laga phir pakad bola meri virginity loss ho gayi aur hasne laga

Pesaab karne ke baad jaise hi bed pe aaya mami ko apni bahon le liye aur sar pe kiss kiya Aur chuchiyo halke jor se daba diya wo chihuk uthi halka awaz kar di dono log darr gaye kahi chhote mama nahi sun le phir thode der me ek dusre ke chehre ko dekh muskurane lage mere baalo ko itne aaram se sehla rahi thi mai bata nahi sakta kitna achha feel ho raha tha phir thode der me dhire dhire lund maharaj phir se kadak ho gaye mai mobile utha ke time dekha to 3:30 am ho gaye the matlab mere paas ab bas adha ghanta hi bacha tha.

Mai phir se excited ho gaya time kam hone ke wajah se apne lips ko mami ke lips ke mila kar smooch karte hue ek hath se petticoat uthaya aur lund maharaj ko choot maharani ki ander ghused diya is baar thodi aur der tak sex hua hum dono me takreeban 5-6 minutes. Aur 3:45 me mami uth kar apne bed pe chali gay aur so gayi mai bhi gehri nind me so gaya uske baad sidhe sabere lagbhag 9 baje mami chay leke aayi aur boli, Bauaji uthiye, chay pi lijiye mai bina unke taraf dekhe chay hath me liya aur pine laga

Aur raat ki ghatna ke bare me sochne laga. Mami bhi kaatilana smile dete hue kamre se bahar kitchen ki ore chal di thodi der me mami 4-5 kele leke aayi aur boli “kha lijiye nahi to kamjori ho jayega ye baat sunte hi dono log hasne lage. Tab chhoti mami kitchen se hi puchne lagi kya hua itne jor se aap log has rahe hai mai bola “kuch nahi mami ek jokes sun kar has rahe hai aur iske baad mere aur mami ke bich aur bahut 
 

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