मेरा नाम शिरीष शर्मा है! मैं २० साल का गोरा-चिट्टा नौजवान हूँ और इंदौर में रहता हूँ! आज मैं आप सबको मेरी पहली कहानी बताता हूँ....
मई का महीना था ! घर पर मैं अपने मोम डैड के सांथ रहता हूँ लेकिन उस दिन वो भोपाल गए हुए थे और हमारी काम वाली आ गई! वो बहुत ही सुन्दर है और उसका फिगर ३४ २८ ३४ का है..... !
मैंने दरवाजा खोला और वापस जाकर अपने बेड पर लेट गया ! इतनी देर में मैंने देखा कि वो अपना ब्लाउज़ खोल के हवा खा रही थी! मुझे देख के वो एकदम सहम गई और मैं वहां से उठ के चला गया और न्यूज़ पेपर पढ़ने लगा !
तभी वो मेरे पास आई और बोली," आपने कुछ देखा तो नहीं...............?"
मैंने उसे कहा," कुछ तो शर्म किया करो, ऐसे कहीं भी कपड़े खोल के खड़ी हो जाती हो.....?"
तो वो बोली- बहुत गर्मी हो रही है, भैय्या !! क्या करूँ ?
मैंने कहा,"अब कभी ऐसा मत करना.........!"
तो वो- ठीक है, बोल के चली गई !
लेकिन मेरे दिमाग में तो वही मोटे मोटे गोल गोल बोबे दिख रहे थे ....................
मुझसे रहा नहीं गया और मैंने उसे जाकर पूछा,"तुम अपने घर पर क्या बिना कपड़ों के घूमती हो इतनी गर्मी में ........?"
तो वो शरमाई और बोली,"हाँ ! मेरा मरद तो मुझे मना नहीं करता नंगा घूमने के लिए...!"
तो मैंने कहा,"जब इतने मस्त बोबे देखने को मिलेंगे तो कौन मना करेगा ..............?"
तो वो शरमा के वहां से चली गई ..........................
फिर मैं नहाने चला गया ! लेकिन मैंने दरवाजा खुला छोड़ दिया ! थोड़ी देर में कमला मेरे कमरे में आई तो उसने मुझे नहाते हुए देखा और मेरी चाल काम कर गई………..!
वो मेरा ९ इंच लम्बा लंड देख कर खुद को रोक नहीं पाई और बोली," इतना लम्बाऽऽऽ!!!???"
तो मैंने पूछा," तुझे चाहिए ये....?"
वो मेरे पास आई और मैंने उसके सारे कपड़े निकाल दिए ! अब हम दोनों नंगे थे...............!
हम दोनों सांथ में नहाये ! फिर मैं उसे अपने बेडरूम में ले गया ! उसे बेड पर पटका कर अपना लंड उसके मुँह में डाल दिया, वो भी मजे से चूसने लगी ! १५ मिनट तक चुसवाने के बाद मैंने सारा माल उसके मुँह में ही डाल दिया और वो भी चाट चाट के पी गई............ !
५ मिनट तक और चुसवाने के बाद मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया ! फिर मैंने उसे घुटनों पर बिठा के पीछे से अपना लंड उसकी चूत पे रखा और ३ धक्कों में पूरा का पूरा लंड अन्दर डाल दिया और वो जोर से चिल्लाई, ऊऊऊऊऊईईईईईई,,,, आह आह आह आह आह मर गई.................. !
उसके बाद मैंने धक्का मारना शुरू किया ! पहले धीरे धीरे धक्के मारे और फिर जोर जोर से !! पूरा कमरा पचक-पचक की आवाज़ से भर गया !
कमला भी लगातार चिल्ला रही थी ऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊउईईईईईईए ऊऊऊउईई उए उए आह आह आह आह अहह ह्ह्ह ............. !
२० मिनट तक वो ३ बार झड़ चुकी थी! लेकिन मेरे लौड़े में बहुत जान बाकी थी और वो अन्दर बाहर लगा हुआ था !
फिर मैंने अपने लौड़ा निकाल के उसकी गांड पे रख दिया और वो बोलने लगी,"साहब, गांड मत मारो !! मैंने कभी नहीं मरवाई ...........!"
लेकिन मैंने उसकी एक न सुनी और पूरा लंड उसकी गांड में पेल दिया !
वो अब बहुत जोर से चिल्लाई, “आहआह आह आआअह्ह्ह्ह्ह आआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह..............! “
फिर मैंने झटके देना शुरू किया और वो दर्द से चिल्लाई," आआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ऊऊईईईए........ और १० मिनट तक चोदने के बाद मैंने सारा माल उसके अन्दर डाल दिया !”
उसे चोद के मैं जैसे ही पीछे मुड़ा तो मैंने देखा कि हमारे घर के सामने रहने वाली शीतल भाभी वहां खड़ी थी ! कमला ने बाहर का दरवाजा खुला छोड़ दिया था............. !
भाभी को देख कर कमला ने जल्दी से कपड़े पहने और चली गई और मैंने भी जल्दी से तौलिया उठा के लपेट लिया !
तभी भाभी बाहर गई और दरवाजा लगा दिया !
मैंने सोचा," आज तो मैं गया............................!"
तभी भाभी आई और बोली," तुम तो बहुत अच्छी चुदाई करते हो ........मुझे चोदोगे ?????"
यह सुन कर मैं तो हैरान ही रह गया .....................!
वो बहुत ही सुंदर है! ३४ २८ ३४ की कमसिन कली ! मैंने भी बिना देर किये भाभी को पूरा नंगा कर दिया और भाभी ने भी मेरा तौलिया हटा दिया और मेरा लंड चूसने लगी !
५ मिनट में मेरा लंड पूरा कड़क हो गया तो वो बोली,"जल्दी चोद दो मुझे ! मेरे पास ज्यादा टाइम नहीं है, तुम्हारे भईया आने वाले हैं ! "
तभी मैंने भाभी को बेड पे लिटाया और पूरा लंड चूत में पेल दिया ! वो चिल्लाई," आह आह ऊऊऊऊउईईईईए............. और फिर खुद भी गांड हिला-हिला कर मेरा साथ देने लगी !
" पचक -पचक .................और मैंने धक्के तेज़ कर दिए ! ३० मिनट तक चोदने के बाद मैंने सारा माल अंदर डाल दिया तभी वो मुझसे यह वादा करके चली गई कि मैं मौका देख के फिर चुदाई करवाउंगी........................ !
उस दिन मैंने दो औरतों को चोदा...................
कुछ दिन बाद पता चला कि भाभी माँ बनने वाली हैं ! उसके अगले दिन वो हमारे घर पर आई और मुझे बताया कि यह उस दिन की चुदाई का ही नतीजा है और वो बहुत खुश थी क्योंकि उनकी शादी के ५ साल बाद भी भैय्या उन्हें बच्चा नहीं दे पाए थे !
दो औरतों को चोदा..
Saturday, March 11, 2017
रंडी बना दिया
Tuesday, February 28, 2017
जब से मेरी बीवी को पीएसी के जवानों और उसके जीजा ने पेला था उसकी चुदवाने की भूख और बढ़ गई थी। इसी दौरान मेरी बदली प्रतापगढ़ हो गई थी। नीलू की बुर की आग एकदम चरम पर थी। अब चुदवाते वक़्त वो खुल के गालियों का प्रयोग करती। वो अब पूरी रंडी हो चुकी थी।
मेरी ड्यूटी एक प्राइवेट कंपनी में थी। एक दिन मुझे कुछ काम से पटना जाना था। हम दोनों की ट्रेन रात के साढ़े ग्यारह बजे थी। खाना खाकर हम ऑटो से स्टेशन पर पहुंचे। स्टेशन पर बिल्कुल सन्नाटा था। बहुत कम लोग या यूँ कहें कि इक्का दुक्का लोग दिखाई दे रहे थे। ट्रेन थोड़ी लेट थी। हम वहीं बैठ कर बातें कर रहे थे।
तभी न जाने कहाँ से कुछ पुलिस वाले आ गए। वो हमसे पूछताछ करने लगे। मैंने उन्हें अपना कार्ड दिखाया पर वो नहीं माने और हमें एक केस में फरार पति-पत्नी साबित करने लगे। मैं उनको समझाता रहा पर वो नहीं माने।
दरोगा बोला- साले, मादरचोद ! हमें समझाओगे? पहले तो अपने माँ-बाप का खून करते हो और भागने की प्लानिंग करते हो ! ले चलो इनको थाने फिर बात करते हैं !
इतना कहकर वो सब हम दोनों को ले जाने लगे। एक सिपाही नीलू से बोला- साली चल अपना सामान उठा ! तुझसे तो लगता है साहब ही बात करेंगे ! साली की जवानी तो देखो ! अगर साहब बोल दें तो यहीं पटक कर चोद दूं !
नीलू बोली- क्या बदतमीजी कर रहे हो? एक औरत से इस तरह बात करते हैं?
दूसरा सिपाही बोला- तब कैसे बात करते हैं बुरचोदी रंडी? ज्यादा बोल मत ! नहीं अभी तेरे मर्द के सामने साहब त्तुम्हें अपने लंड पर नचवाएंगे ! समझी?
यह सब सुनकर नीलू चुप हो गई पर उन सब की बुरी नज़र उस पर पड़ चुकी थी। वो सब हमें लेकर ड्यूटी-रूम में गए। वहाँ पर उस दरोगा ने पता नहीं किसे फ़ोन लगाया। बात करने के बाद वो मुस्कुराने लगा। उसने अपने तीनों सिपाहियों से कुछ बात की और उसके बाद वो सब हमें गाडी में स्टेशन के दूसरी ओर ले जाने लगे। तो मैंने पूछा- हमें कहाँ ले जा रहे हैं?
तो बोला- अभी पता चल जायेगा !
थोड़ी देर बाद हम एक मकाननुमा ऑफिस में पहुंचे। उन्होंने हमें उतारा और अन्दर ले गए। वहां कोई नहीं था। दरअसल यह वीआईपी गेस्ट-रूम था। वहां पहुँच कर दरोगा बोला- अब बोल साले ! छुटना चाहता है या दफा ३०२ लगवाना चाहता है? अब हम चाहें तो तुम्हें छोड़ भी सकते हैं पर इसके लिए तुझे कुछ देना होगा ! देगा?
मैं बोला- क्या?
वो बड़ी बेशर्मी से बोला- तेरी माल ! यानि तेरी बीवी !
मैं गुस्से में उससे बोला- जबान सम्हाल कर बात कर साले ! तू मुझे नहीं जानता, मैं तुम्हें जेल भिजवा सकता हूँ !
वो बोला- भिजवा दे ! पर वो तो तू तब करेगा जब तू यहाँ से बच कर जायेगा?
इतना कहकर उसने नीलू को दबोच लिया। बाकी के सिपाहियों ने मुझे दबोच कर मेरे मुँह में कपड़ा ठूंस कर मेरा मुँह बंद कर दिया और फिर मुझे रस्सी से खूब मजबूती से बांध कर एक कमरे में छोड़ दिया।
अब आगे की कहानी नीलू के शब्दों में-
उस दरोगा ने पीछे से मुझे कसकर पकड़ लिया, फिर बोला- रानी, आज तो तुझे हमारे लौड़ों पर नाचना होगा !
मैंने चिल्लाते हुए कहा- छोड़ो मुझे ! मैं तुम लोगो की बात नहीं मानूंगी किसी भी कीमत पर !
तब दरोगा बोला- फिर ठीक है, हम तेरे पति का एनकाउंटर कर देंगे, उसके बाद तुझे भी चोद कर रंडीखाने भेज देंगे। जहाँ तेरी जवानी का भुरता बन जायेगा। मान जाओ !
मैं बोली- ठीक है ! मुझे सोचने दो !
मैंने सोचा कि अगर मैं इन सब की बात मान लेती हूँ तो ज्यादा से ज्यादा ये मेरी चुदाई ही करेंगे और अगर नहीं मानी तो ये मेरे पति को जान से तो मारेंगे ही साथ में मुझे भी बर्बाद कर देंगे। यह सोचकर मैंने कहा- ठीक है, मुझे मंजूर है ! पर सुबह तुम लोगों को हमें इज्जत के साथ वापस छोड़ना होगा !
दरोगा बोला- जो तुम बोलो रानी, सब मंजूर !
अब मेरा दिमाग चुदाई की बात सोचते ही धुकधुकाने लगा।
एक सिपाही बोला- साहब क्या मस्त प्लान बनाया है, कई दिनों से किसी की मारी नहीं थी, आज सारी कसर निकालूँगा !
दूसरा बोला- अबे अब इस हरामजादी को चुदाई वाले कमरे में तो ले के चल !
यह कह कर उसने मेरी गांड सहला दिया। वो सब अब मुझे ऊपर लेकर जाने लगे। रास्ते में कोई मेरी चुचियों को सहलाता, कोई गांड पर, तो कोई गाल पर !
हाय ! मैं तो इतने लोगों से चुदने की बात सुनकर ही मस्त हो गई थी। आज फिर मुझे अपने पीएसी वाले जीजा की टक्कर का लौड़ा जो मिलने वाला था।
अन्दर पहुंचते ही दरोगा बोला- चल री मादरचोद, अपने कपड़े उतार ! कसम से साली एकदम कंटीली है ! आज तो तुझे जमकर चोदूंगा ! खोल बुरचोदी ! आज तुझे पुलिस का डंडा दिखाऊंगा। अरे तुम लोग देख क्या रहे हो? गरम करो रंडी को ! आज इसे दिखायेंगे कि पुलिस का लौड़ा जब घुसता है तो क्या होता है ! साली का गांड भी पेलूँगा !
हाय ........ आह! ऐसे मत करो ! छोड़ो मेरी चुचियों को ! आह सी... दर्द हो रहा है ! कभी चूचियां नहीं दबाई क्या? जब मैं चुदने को तैयार हूँ तब मेरे साथ जबरदस्ती क्यों कर रहे हो?
साली रंडी ! तू ऐसी माल है कि बिना ऐसे किए चोदने का मज़ा ही नहीं आएगा ! खोल स्साली पहले अपना जलवा तो दिखा ! यह कहकर दरोगा ने साड़ी के ऊपर से ही मेरी बुर को मींज़ दिया।
हाय, क्या कर रहे हो। छोड़ो ना! मैं बोली।
तब उसने मुझे कपड़े उतारने का इशारा किया। अब मेरी समझ में आ गया था कि चाहे मेरी चूची हो या बुर या गांड सबकी बैंड बजेगी। मैं अन्दर ही अन्दर खुश भी थी। काफी दिनों के बाद मेरी जवानी की बैंड फिर से बजने वाली थी। हाय जीजू ! क्या बना दिया तूने मुझे ?
अब मैंने एक-एक करके अपने कपड़े उतार के एक तरफ रख दिए क्योंकि मैं जानती थी कि ये सब मेरी मां-बहन सब चोद सकते हैं तो मैं अपने कपड़े क्यों ख़राब करूँ !
उन सबने भी अपने कपड़े मुझसे पहले ही उतार दिए। उनके लौड़ों को दख कर तो मन किया कि उनका मुँह चूम लूँ ! सब एक से बढ़ कर एक ! दरोगा का सबसे मस्त ! मेरी बुर तो पानी देने लगी, साली कुछ देर का इन्तज़ार भी नहीं करवा सकती।
दरोगा ने पीछे से मुझे पकड़ लिया और लण्ड मेरी गांड से सटाते हुए बोले- रानी तैयार हो ना ! अगर नहीं तो तेरे पति को तैयार करूँ !
मैं तो मस्त थी पर कुछ नहीं बोली। सब मेरे ऊपर टूट पड़े, मेरे दोनों 32 साइज़ की चुचियों को दबा-दबा कर लाल कर दिया।. दरोगा मेरे होंठों को अपने मुंह में लेकर चूसने लगा। एक मेरी बाईं और एक मेरी दांई चूची के चुचूक चूसने लगे। एक मेरे गांड के दरारों को अपने जीभ से चाटने लगा। सब तरफ से मैं फँसी थी। मेरी बुर तो रिसने लगी। करीब ५ मिनट तक ऐसा करने के बाद एक उंगली मेरी बुर को सहलाते-सहलाते अन्दर घुस गई। हाय मेरा तो बुरा हाल था।
वो उंगली दरोगा की थी। वो चीखा- सालों ! इस रंडी मादरचोद को भी मज़ा आ रहा है ! यह देखो इसकी बुर का रस !
कहकर वो अपनी उंगली चाटने लगा। सब मेरे ऊपर हंसने लगे और एक बोला- हरामजादी, तुझे तो सारी पुलिस-फ़ोर्स भी चोदे तब भी आग न बुझे !
मैं भी बेशर्मी से बोली- साले रंडी हूँ रंडी की तरह चोदोगे तभी मज़ा दूंगी ! मेरी बुर सस्ती रंडी वाली बुर नहीं है ! समझे ? पीएसी के लौड़ों पर दौड़ चुकी हूँ। देखती हूँ तुम्हारे में कितने दम है !
दरोगा ने मेरे कान के लौ को चूसते हुए धीरे से फुसफुसाते हुए कहा- रानी, सही कहूँ तो एकदम मस्त माल हो ! ये सब तो परम पेलू हैं पर सही में अगर तुम मज़ा लेकर यहाँ से जाना चाहती हो तब हम जैसा कहें वैसा करना होगा !
मैं भी नशीली आवाज में बोली- मेरे राजा, आज बुर का दरवाज़ा खोल तो अपने डंडे से ! मैं तो बिल्कुल तैयार हूँ ! जैसे चाहो वैसे पेलो ! तुम लोगो की रंडी हूँ ना, सब तरफ से फाड़ डालो मेरी ! मेरी बुर तुम्हारे लौड़े का स्वागत ही करेगी, इतना जीभर के पेलवाउंगी कि तुम भी क्या याद करोगे।
दरोगा बोला- क्या नाम है तुम्हारा रानी?
मैं बोली- नीलू !
हाय बड़ा मस्त और रंगीन नाम है। चल रानी अब हमारे लौड़ों को अपने बुर के लिए तैयार कर ! दरोगा बोला।
मैं अब उनके मस्त खड़े लौड़ों को चाटने लगी। एक बोला," साली मस्त है ! सब आता है इसे ! लगता है इसका पति इसे सब सिखा कर रखता है। लंड को चाट रंडी साली ! ले पी मादरचोद !
उधर मैं उनके लौड़े चूसने में मस्त थी, इधर दरोगा ने मेरी प्यारी सी चोट्टी बुर पर हाथ लगाया और फिर मुँह भी लगा दिया। फिर तो एक ने मेरी गांड में उंगली कर दी। मैं और मेरी जवानी पूरी उफ़ान पर आ चुके थे और थोड़ी देर में मेरी जवानी के रस का फव्वारा निकल गया। दरोगा पूरा का पूरा माल चाट गया और बोला- रानी तेरी बुर भी तेरी मुंह की तरह नमकीन है ! मज़ा आ गया, अब तो तुम्हारी असली तीसरी डिग्री शुरु होगी।
इतना कहकर उसने मुझे कुतिया की तरह उल्टा कर दिया। उसके बाद थूक लगा लगा कर जो उनके 9-9 इंच के लौड़ों ने मेरी पेलाई की पूरे आधे घंटे तक बिना रुके !
पेल-पेल के उन्होंने मेरी बुर में ही अपना सारा का सारा माल डाल दिया। मेरी बुर से उनका पानी टपकते हुए नीचे फर्श पर गिर रहा था। हाय मैं तो पूरी तरह मस्त हो गई थी, सभी मुझको एक-एक बार चोद चुके थे।
अब मैं दरोगा की गोद में थी। वो मेरी चुचियों से खेल रहा था। उसने मुझसे पूछा- रानी मज़ा आया?
मैं उसके लंड को सहलाते हुए बोली- पूरा राजा ! तुम लोगों ने तो मेरी बुर को एकदम मस्त कर दिया ! इस समय तो दो चार लंड और भी होते तो मैं आराम से चुदवा लेती। कसम से पहली बार पीएसी ने और इस बार पुलिस ने पेल-पेल कर मुझे पूरा रंडी बना दिया। हाय ! अगला राउंड कब शुरू करोगे राजा?
दरोगा ने पीएसी वाली चुदाई के बारे में पूछा तो मैंने सारा किस्सा बता दिया शोर्ट में। उसने मेरे जीजा का नाम पूछा तो मैंने बता दिया। जीजा का नाम सुनते ही वो हंसने लगा। दरअसल मेरे उस जीजा की ड्यूटी वहीं प्रतापगढ़ में ही लगी थी। उसने मुझसे पूछा- तू कहे तो तेरे जिज्जू को यहीं बुला दूं?
मैंने कुछ नहीं कहा। तब उसने अपने सेलफोन पर बात करके मेरे जीजा को आने को कहा- यार आओ यहाँ एक मस्त रंडी तुम्हारा इन्तज़ार कर रही है।
मैं तो जीजा के आने की बात सोच कर सिहर गई। अब उन लोगों के लंड फिर से मेरी कहानी सुनकर तैयार हो गए थे।
एक बार फिर मेरे बुर में लौड़े घुसने लगे। अबकी बार एक सिपाही ने मेरी गांड को निशाना बनाया और मेरी दोनों तरफ से जबरदस्त कुटाई हुई। मैं तो पूरा निहाल हो गई ! मेरी गांड लंड ले-ले के पूरी लाल हो गई। चारों ने जगह बदल-बदल के मुझे चोदा। हाय मेरा रंडीपन मेरे ऊपर हावी हो गया था। मैं तो मदहोश हो गई थी। याद भी न रहा कि मेरे पतिदेव बगल वाले कमरे में बंद हैं। सबने मुझे चोद-चोद कर मेरी बुर को एकदम खोल दिया। इस बार सबने एक साथ मेरे मुंह में अपना पानी दिया। मुझे न चाहते हुए भी उसे पीना पड़ा।
तभी नीचे गाड़ी रुकने की आवाज़ आई, मैं समझ गई कि जिज्जू आ गया है ! मेरी बुर जो आठ-दस बार झड़ चुकी थी, एक बार फिर पानी देने लगी।
तभी दरवाज़े पे जीजा आया, वो मुझे देखकर सन्न हो गया। मैं दौड़ कर उससे लिपट गई। वो सब समझ गया। तुंरत उसने अपने कपरे उताड़े और दरोगा से बोला- अरे यार ! इस हरामजादी रंडी को कहाँ से पकड़ लिया।
अरे नीलू रानी कैसे यहाँ?
तब मैंने उसे सारी बात बताई तो वो हंसने लगा और बोला- साली कोई मर्डर नहीं हुआ है शहर में ! ये तो तू इनको भा गई होगी और ये तेरे को फंसा के यहाँ अपने लौड़ों पर नचवा रहे हैं ! चलो ठीक भी है ! तेरी जैसी मादरचोद रंडी की इसी तरह गांड मारी जानी चाहिए। अरे यार ! नीचे मेरा अर्दली होगा, उसे भी बुला ले, वो भी इसे देखेगा तो मस्त हो जायेगा। चल साली, पहले मेरा लौड़ा तो चाट !
कसम से मैं इस समय खुद को एक रंडी ही समझ रही थी और खुल कर अपनी खुजली शांत करना चाहती थी। मैं भी खुल के उनके लौड़े चाटने लगी। जीजा का अर्दली भी मुझे देख कर मस्त हो गया।
अब कमरे में केवल मैं जीजा, दरोगा और वो अर्दली थे। तीनों मुझे फिर से नोचने लगे और गन्दी गन्दी गालियां देने लगे। मुझे भी मज़ा आ रहा था।
उन तीनों के लंड चूसने के बाद मैं बोली- जीजा, राजा, मेरा मन कर रहा है कि एक साथ तुम सब के लौड़े मेरे तीनों छेद को भर दें ! कसम से पिछला बलात्कार याद दिला दो !
जीजा बोला- अरे हरामजादी, तू चिंता मत कर ! सुबह तक तू अपने पैरों पर नहीं जा सकेगी ! साली मैं तो तेरा गांड मरूँगा !
दरोगा बोला- मैं तो इसके मुंह को चोदूँगा !
अर्दली बोला- साहब लोग थैंक्यू ! इस साली की बुर तो एकदम ताजी लौंडिया की तरह फूली है ! मैं तो इसी में अपना डंडा डालूँगा ! आज इसे मालूम होगा कि पुलिस और पीएसी जब मिल के मारते हैं तो क्या होता है।
फिर क्या, उनके मूसल मेरी गांड, बूर और मुँह में घुस कर उधम मचाने लगे। मैं तो एकदम से मस्ता गई। हाय, क्या चुदाई थी !
जगह बदल बदल कर तीनों ने सारी रात मेरी पति की जमानत का पूरा इस्तेमाल किया। हाय रे जीजा का काला लंड ! उफ्फ ये दरोगा मुआ तो सारी रात मुझे पेलता ही रहा, कभी मुंह में, कभी बुर में तो कभी गांड में ! सारी रात सब मेरी जवानी को रौंदते रहे और मै रंडियों की तरह चुदती रही। हाय रे जवानी- उफ्फ्फ ये उफनती जवानी केवल दस इंच के लौड़ों से ही मस्त रहती है, वैसे तो मेरे पति का भी नौ इंच का है, पर वो जब भी पेलते हैं तो अकेले ! हाय, यहाँ तो कई सारे मिल के मेरी बच्चेदानी को फाड़ डालते हैं।
किसी तरह पेलवाते- पेलवाते सुबह हुई। रात भर मैं आह,उच्च, आउक्च,उफ्फ, आई, हाय,सीईईईई. उई मां और न जाने कौन सी मस्ती वाली सिस्कारें मारती रही।
मैंने अपने पूरे कपड़े पहने। जीजा जल्दी चला गया, दरोगा ने मेरे पति को सख्त ताकीद देकर कहा- अगर किसी से कहा तो जान से तो जाओगे ! तेरी बीवी की बुर में डंडा भी पेलेंगे
Hindi sex story
Saturday, December 13, 2014
Aur mere nanighar pe nani, 2 mama aur unki biwi yaani meri 2 mami choti mami dikhne me average hai par badi mami ki baat hi juda hai unki smile aisi hai yaar pucho mat behenchod kisi ka man dol jaye unki height 5ft4’’ rang gora hai slim hai aur haan mai inche tape le ke naapa to nahi tu unhe par ye jaan lo chhurhara badan, kaatilana adaaye aur boobs aise hai mano do taaza santra ko sine se chipka diya gaya ho jo blouse ke bahar nikalne ko betaab dikhte hai aur chutadd to dikhte banta hai,
Jab badi mami chalti hai hips itne matkaati thi man karta tha saali ko bich aangan me patak ke gaand me lauda pel du, par aisa karna aasaan nahi tha mere liye aur kya batau unke bare me bas pure milakar maal mast hai chodne ke liye kasam se yaaro mami ko 1 baar jo koi dekh le to use chodne ka khyal jarur aayega man me badi mami ki shaadi bahut hi kam umar me ho gayi thi mere bade mama ke umar aur unke umar me lagbhag 18 se 19 saal ka fark tha meri umar aur
Mere badi mami ki umar me jyada fark nahi tha wo mujhse sirf 2-3 saal badi hai jisse mere aur unme khub jamta tha o hamesha mujhse majak karti thi, kabhi kabhi sexy majak bhi kar leti aur puchti girlfriends ko lekar aur mai keh deta nahi koi girl friend nahi hai meri ab apne mama log ke bare me bata du, mere dono mama pahle gaon me kheti baadi karte the lekin ek saal bihar me shukha pad jaane se unka bahut nuksaan hua isliye bade mama kuch kaam dhundhne lage bade mama hai bahut mehnati hai isliye unhe bahut jaldi hi UP me banaras me ek builder ke paas construction me kaam mil gaya.
So mama kamane ke liye Banaras chale gaye to 2nd semester ke chhuti me mai nanighar pe gaya, us samay mera age 20 saal tha mai dikhne me shaant aur thoda sharmila hu sabhi mujhe bahut hi achha aur honhar ladka samajhte hai par mai kitna chuitya hu wo to mere dost aur mai hi janta hu college me bahut saari gandi gandi baate, picture dekh ke bas sex karne ka man karta tha aur jaisa ki maine bataya badi mami mere sath sexy
Majak v karti thi so mai is baar socha ki chahe jo v ho badi mami ko kaise v chodna hai yahi sochte sochte mai nanighar pahuch gaya aur meri jordar swagat hui mai sabko Namaste kiya Nani se thoda der baat kiya aur kuch der baad nani ghar se bahar nikal kar dusre ghar chali gayi gapiyaane mai pahle hi chote mama ko bata diya thi ki mai aa raha hun unhone bazaar se meri pasandida dish mutton mangwa liye the mai kareeb 6:30 baje saam me pahucha, saam dhal rahi thi.
Charo taraf andhera chha raha tha mama ke bachche sab chillane lage “bhaiya aa gye bhaiya aa gaye un sabhi ko maine toffee diya mere chhote mami ke 2 bachche (1ladka aur 1ladki) aur bade mami 1 beti hai, badi mami mera haal chal puchte hue ghar ke aangan me lage chair pe baithne ko kaha.
Mai waha baith kar badi mami se chay banana ko kaha, mai chay ka bahut shaukin hu ye baat badi mami ko pata tha badi mami jhat se mere liye 1 cup chay layi aur mere bagal me biche hue charpaai pe baith gayi aur mujhse baat karne lagi aur chhoti mami mutton ke liye kitchen me masala taiyar kar rahi thi.
Mai chay pine ke baad chair se uth badi mami ke god sir rakh kar let gaya aur badi mami ko bola ki mera sar thoda dukh raha hai badi mami mera sar bade pyar se dabane lagi ghar me us samay mai aur dono mami hi the mai lete hue badi mami ki boobs ache se nihar raha tha, man kar raha tha ki abhi blouse ke button kholu aur unke boobs ko chusna karu par darr lag raha tha thore der sar dabwane ke baad me so gaya badi mami phir chhoti mami ko help karne kitchen me chali gayi mai kareeb 2 ghante ke baad utha mera pura sarir pasine se lath path tha mami ne kaha ja kar naha lijiye mere nanighar pe bijli ki suvidha nahi hai isliye thoda der sochne ke baad ek lamp leke bathroom me chala gaya nahane nahane ke baad man fresh ho gaya chhote mama bahar se ghum phir ke ghar laute aur meri padhai likhai ke bare me puchne lage kuch der baat karte karte
Hi dono mami ne kaha dinner karne ke liye mama aur mai ek sath baith gaye khane waise v meri pasandida dish thi isliye maine bahut kha liya khane ke baad sarir me bahut garmi lagne lagi so mai bahar tahalne chala gaya kuch der baad lauta to dekha sabhi sone ki taiyaari karne lage mai aur mama chhat pe chale gaye sone ,chhoti mami aur badi mami apne apne bedroom me par mera man nahi maan raha tha mai paani pine ke bahane chhat se niche utar kar badi mami se bola ‘pyas lagi hai..’
Badi mami thodi nind me hi thi unhone ek glass pani laya aur mujhe diya mai pani pine ke baad badi mami se bola “mami mujhe nind nahi aa rahi hai”badi mami boli aaiye baithiye” aur mami bed pe let kar mere se baat karne lagi. Aur meri nazar unki pure body ka jayza le rahi thi, mami mere iraado se bekhabar jaise taise lete hui thi us samay unka saaree bhikhra pada tha red colour blouse aur uske andar white bra saaf dikh rahi thi boobs aise lag rahe the jaise mami ne usko saza di ho boobs blouse faad kar nikalne ko betaab thi
Achaanak,Thode der me bahut jor se bahar me tufaan aya, sab jag gaye mama chhat se apna aur mera bed lekar utar gaye dono mami bahar pasaare hue kapde uthane lagi mai bhi unka help karne laga andhera ka fayda utha badi mami ke boobs ko 1-2 baar touch kar diya unhe laga ye sab anjaane me hua hai so unhone ne kuch nahi kaha, bahar me bahut jor se baarish hone lagi, thode der ke baad mere chhote mama bole ki ‘abhinav tu badi mami ke ghar me so jaa mai jaa raha hu sone,
Mujhe bahut jor se nind lagi hai’ ye keh ke chhote mami aur chhoti mami dono apne bedrrom me chale gaye mere man me shaitaan jaagne laga, socha lagta hai aaj mauka mil jayega chodne ko.. phir badi mami puchi kaha kho gaye? Aur smile karne lagi. Mai bola “kuch nahi, bas college ki yaad aa gayi”phir badi mami se bade mama ko lekar majak karne laga bola kya baat hai mama ki yaad aa rahi hai? Wo boli, ‘dhatt bewkoof kahi ke’ aur khilkhila ke has padi par bade mama ke banaras jane ke baad mami thodi udas rehne lagi.
Badi mami hamesha mere se majak karti rehti thi, kabhi- kabhi to aslil majak bhi kar deti thi par mai man masos kar reh jaata tha bas yahi sochta tha ki kab mouka mile aur mami ki baja du kehte hai na bhagwan ke ghar der hai andher nahi bas yahi chiz mere sath ho gayi, us samay baat karte karte unhe nind lagne laga mai palang pe so gaya aur wo niche chataai bicha ke uspe so gayi badi mami ki ladki jo sirf 1 saal ki thi wo mere bed pi hi thi badi mami ke so jaane ke baad mujhe laga ki mai aaj sex nahi kar paunga sochte sochte bathroom gaya aur muth maar ke chala aay par phir bhi man maan hi nahi raha tha socha kya karu?
Achanak dimaag me idea sujha mai mami ke ladki ko chuti kaat (pinch kar) diya aur wo rone lagi uske rone ke awaaz se mami jaag gayi mami uthi aur bed pe aake let kar beti ko chuchi se dudh pilaane lagi mai ye sab chupchap dekh raha tha, mujhe bhi man kar rahatha mami se bolu ki mujhe bhi wo apna dudh pilaye par darr ke mare phat gayi meri aur chupchap dekhne laga.
Mami dudh pilate pilate wahi bed pe hi so gayi man hi man khush hone laga, man ki tammana jo puri hone hone ko tha, mai khidki ke paas leta hua tha, ab mai socha kya karu.. maine sheetal mami ke beti ko phir chuti kaata (pinch kiya) aur unki beti phir rone lagi.. badi mami phir jag gayi aur usko chup karane lagimai mami se soye hue awaz me bola ‘ mami sayad babu ko garmi lag rahi hogi isko khidki ke paas sula dete hai’ aur mai tuarant unki ladki ko khidki pe paas sula diya aur wo chup ho gayi.
Ab mami ek side me unki bachi(ladki) ek side me aur bich me mai tha wo sidhe lete hue thi..wo red colour ki saaree me kya lag rahi thi, jaise koi apsara ho mujhe biswaas hi nahi ho raha tha ki wo meri bagal me mere sath ek bed pe soyi hui hai mai unko dekh kar pagal sa hue jar aha tha, mera dil sex ke bare me soch kar dhadkne laga thode der baad mai apna ek pair unke pair pe daal diya unko laga ki sayad nind me daal diya hu isliye unhone bina kuch bole mera pair apne pair se hata diya
Thode der ke baad mai phir se unke pair pe apna pair daal diya is baar wo apna muh ghuma ke meri taraf pith karke so gayi mai apna pair darr se hata liya phir maine apne mobile me time dekha time lagbhag raat ke 1 baj rahe the ab mujhe baichaini hone lagi kyoki waha sab lagbhag 4:00 baje bhor me hi jaag jate hai mai phir se himmat karke apna pair unke pair daal diya aur unki ore thoda khisak gaya jisse unki body se meri body touch ho rahi thi ek ajeeb si masti chhane lagi dilo dimaag me aur mujhpe nasa chhane laga.
Mai darte hue apne pair ke ungilyo se unke pair ko sehlaane laga aur unki saaree aur petticoat ko upar ki sarkaane laga meri sarir me sansanhat ho rahi thi mai ye sab bahut hi aaraam se kar raha tha phir achanak mami apna pair khujlaate hue apni saaree thik ki, mera pair hataya aur let gayi mai darr gaya kahi mami jagi hui to nahi thi phir sochne laga jagi hui bhi hogi to unhone kuch bola nahi. Meri himmat thodi aur badh gayi mai thode der baad halke se uth kar unka face nihaarne laga.
Mami gehri nind me so chuki thi ab mai phir se apna pair unke pair pe daal diya aur abki baar apne baaye hath se dhire dhire unki saaree aur petticoat ko upar ki ore sarkaane laga ab mera hath mami ke mulayam jaangho pe tha kya bataau yaaro mera lund pura hard ho gaya aur underwear me kadakne laga, mera lund ka size 6”inch aur kafi mota hai, mai frenchie underwear pehanta hu to aap log samajh sakte ho kitna problem ho raha hoga kabhi kabhi to lund underwear ke side se nikal jata mere lund ke top pe thodi thodi paani aane lagi.
Saree aur petticoat ab mami ke jaangho tak pahuch gaya tha, unki mulayam, makhmali jaangho ko dekhte hi apna control khone laga kya dikh rahi thi wo us samay ye to mai sabdo me byaan nahi kar sakta mujhe to laga ki mai jyada josh me aake jhad naa jau isliye apne aap thode der me control kiya ek baar phir mai halke se uth kar mami ka face dekha wo aaraam se so rahi thi, mai ab dhire dhire mami ke jaangho pe hath pherne laga umhh wo garam garam mulayam jaanghe ka kya kehna.
Meri himmat ab aur badh gayi ab mujhe kuch nahi soojh raha tha siwaye mami ke choot ke bas yahi socha jo hoga ho jaye ab to kisi bhi tarah chodna hai mami ko phir mai petticoat ke andar dhire dhire apne kaapte hue haatho se chut ki ore badhane laga phir thode der me hi mere hatho ki unguliya mami ke love hole (choot) ke kareeb pahuch gayi jaise hi chut ke paas hath lagaya to mera sarir darr aur masti se kaapne laga mami abhi bhi so rahi thi ab mai pure mood me aa gaya tha.
Apna hath chut se hata ke mami ke chutdo pe pherne laga achanak mami gehri saans li meri to gaand phat gayi laga ab to tu gaya beta par hone ko to kuch likha tha kismet me mami chup chaap leti rahi mai unhe phir dekha is baar mujhe thoda shak hua laga ki mami jaag rahi hai mai sochne laga sayad mami ko maja aa raha hai aur yahi sochte hue meri himmat bahut badh gayi ab mai mami ke gaand pe apne hath ko aaraam se phiraane laga aur kabhi kabhi daba deta mami chup chaap in sab ka maja le rahi thi
Ab mai apna lund ko underwear se bahar nikaal liya aisa laga jaise kisi pinjre se panchi azaad hua ho apni underwear ko ghutne tak sarka diya ab mami ke gaand marne ki sochne laga mai apna baaya hath se mami ke gaand ke ched pe halka halka fingering karne laga phir mai apne hath me thuk lagaya aur gaand ke ched pe laga diya mami ne apni gaand halka sa sikood li. achaanak, mami nind me kuch badbadane lagi mai apna hath turant hataya aur wo sidhe ho ke late gayi.
Mujhe laga ab mami ki gaand nahi maar paunga aur wo aisa react ki mujhe laga sayad unko iska kuch khabar nahi mai phir time dekha to raat ke lagbhag 2 baj gaye the mere paas ab 2 ghante the jisme apna mission pura karna tha mai mami ko nihaarne laga unki saaree jaise taise bikhari hui, blouse ke anadar chuchiya aise lag rahi thi maano do santra rakha hua ho nipple bhi kadak malum pad raha tha phir maine apna 1 hath mami ke gaal pe rakh diya gaal to aisi ki j
Awaab nahi thode der tak hatho se gaal ko sehlaate raha ab mujhse bardaasht nahi hua mai mami ke face ko pakad ke dhire se apni taraf ghumaya aur unke lips pe apna lips daal diya phir turant lips hata ke unka chehra dekhne laga, koi reaction naa pake mai phir lips pe apna lips daal diya aur chusne laga ab mami puri tarah jaag gayi thi par phir bhi wo sone ka natak kar rahi thi mai apna hath unki petticoat me daal ke sidhe upar sarkate hue chut ke paas pahucha unki chut
Puri tarah ghane jhaanto se bhari hui thi ab apna hath unke chut ke slit pe daal ke sahlane laga.. slit ke daano ko halka halka kuredne laga idhar mera lund apna aapa khoye hue jhatka maar raha tha phir dhire dhire apni unguliya unke chut me ghusaane laga abhi bhi mami chup chap lete lete maja le rahi thi mera ek hath chut pe aur doosra hath unki chuchiyo ki sewa kar raha thamai apna hath unke blouse me daalne laga par blouse itna tight ho gayi thi ki hath andar jaa hi nahi raha
Tha phir mami apne sarir ko halka dheela kiya mai ab unke blouse ko kholne laga par excitement itna jyada tha ki khul hi nahi raha tha aur mai blouse ke button to todne hi wala tha ki mami apne hath se mere hath ko hata ke blouse ke button khol di phir bhi naa mai kuch bola naa mami ab unke kadak kadak nipples mere unguliyo me jakde hue the mai kabhi chuchi dabata to kabhi nipples ko ragadta pehli baar ye sab real me kar raha tha waise to hamesha ya to sex kahaniyo
Me ya phir blue filmo me hi aisa dekha tha ab mai mami ke boobs ko muh me leke bade pyar chusne laga mami ki saanse tez hone lagi phir kisi tarah unhone apne pe control liya kyunki bagal wale kamre me hi chhote mama aur chhoti mami soyi hui thiaur dono room me upar me ventilator hai jo khula hua hai matlab kahi jor se awaz gaya to sayad chhote mama sun na le mujhe darr bhi lag raha tha aur masti me bhi tha mai kuch der tak chuchiyo ka raspaan karte hu dhire dhire pure sarir me kiss karne laga ya kaho ki lick karne laga.
Dono logo ka sarir garam ho chuka tha aur pasine bhi nikal rahe the kiss karte karte mai naavi pe pahucha mujhe kisi bhi lady me uski naavi sabse jyada aakarshit karti hai isliye naavi pe aaraam se kiss karne laga mami thoda angdaai lene lagi par abhi bhi unhone ne ek shabd nahi bola nahi maine yaha tak to thik tha phir mai pairon se kiss karna suru kiya aur unke petticoat ko aaraam apne muh se upar ki ore sarka sarka ke sabhi jagaho pe kiss karne laga ab mai mami ke jaangho pe pahucha
Wow kya makhamli jaanghe thi uff pucho mat! Phir jaangho pe aaraam se kiss karne laga ab mujhe mami ke pyaar ki ras ki sugandh aane lagi aur mai aur josh me aa gaya par mujhe us samay choot choosne me koi interest nahi tha isliye bas choot ke paas sar le gaya aur choot sunghne laga ajeeb si madak khusboo thi abhi bhi mami kuch nahi bhi nahi boli thi ab mai phir se mami ki chuchiyo ki chusaai karne laga aur ek hath se dabaane laga idhar mere lund maharaja ki haalat kharab ho rahi thi
Mere lund maharaj jaldi se jaldi choot maharani ke aaagosh me samane to taiyaar khade hue tha par mai apne aap pe control kiye hue tha ab aur der na karte hue apna lund ke supade ko mami ke boor pe daal diya achanak mami mujhe pakad ke apne se sata li aur mere kaano me kahne lagi ‘ please andar mat daalo, yaha tak jo hua so hua plz uske aage aur nahi please’.mai pure josh me tha ye baatein sunne ke baad thoda ruka phir mai mami ke kaan me bola please mami 1 baar please
Par mami manne ko taiyaar nahi thi mami apne dono hatho se apni chut ko dhakh li mai apna hath unke choot par le jakar unka hath hatane laga par wo pura dam laga kar hath daabe hui thi.. mai bhi pure dam se unka hath hataya aur dono hatho ke unguliyo me ungilya daal ke hath ko failane lagi thode der me mami shaant ho gayi mai socha ki sayad mami mujhse naraaj ho gayi mai mami ke kaan ke paas ja kar phir dhire se naram awaz me bola kya hua mami itna sab kuch ho gaya tab aap aisa kar rahi ho.
Pahle hi mujhe rok deti ab mujhse bardaast nahi ho raha hai” Mami khamosh rahi ek shabd kuch nahi boli bas mujhe ektak dekh rahi thi ek baat hamesha mere man me rehta hai kit um jisse sex karo to marzi yadi dono ka hai maja 4 guna ho jata haiyahi sochne laga fir mujhe laga ki sayad mami ka man nahi hai sex karne ka mai sad sa muh banake mami ko bola bina aapke marji ke nahi sex nahi karunga mami halke halke hasne lagi aur phir se pakad ke kaan me dhire se boli
Mai to bas tumhara patience check kar rahi thi aur kuch nahi ye sunte hi mera dil khusi se machal utha phir ek lamba jordar lips smooching hua idhar lund mahraj mami ki love hole me ghusne ko betaab tha ab mai apne lund ko mami ke chut ki slit pe ghisne laga mami ke choot pe pahle se hi bahut love hole ka ras tha jisse bade maje se lund maharaj ghis rahe the jaise lund aur choot smooching kar rahe ho idhar mami apne lower lips ko daanto tale dabaye hue lete thi ab
Mai socha thoda mami ko tadpau isliye apne lund ko hata liya mami isaare me puchi kya hua? Aur dhire se boli Please jaldi se daalo naa bahut din ho gaye hai ye kiye huye mai unko kiss karke unke kaan me bola “kya daalu? Wo boli “please daalo mai phir puchha “kya? Boli aapko nahi pata hai? Mai bola “mujhe to pata hai par aapke muh se sunna chahta hu wo halke halke muskurane lagi boli “bahut badmaas ho aap achha chaliye apna lund daal dijiye” mai pucha kaha?
Ab wo tadapne lagi boli “please jaldi se daal dijiye mere boor me ye sunte hi mere lund maharaj apne aukaad pe aa gaye aur ab mai phir apna lund unke choot ke slit pe sarkane laga aur phir Lund maharaj dhire dhire choot maharani ke aagosh me samane lage jaisa ki mami bahut dino baad chud rahi thi isliye unki choot thodi tight thi isliye lund maharaj ko ghusne me thodi dikkat ho rahi thi phir ek baar mami ko dekha unka chehre ka expression kya khub tha aankhein band thi unki
Aisa lag raha tha jaise mai swarg me hoon phir mai apne lund maharaj ko choot maharani ke andar jad tak dalne laga aur phir lund maharaj aur mami ki choot maharani ka Milan ho hi gaya ab mai dhire dhire aage piche karne laga mami bhi pure josh me uchhal kar sath dene lagi uske baad dhire dhire mere chodne ki speed badhti gayi takriban 3-4 minute ke baad laga jaise mai swarg me udd raha hu laga ab mera nikalane wala hai aur mai thoda ruk gaya phir thode der baad mami ke lips ko kiss karte hue lund ko puri tarah choot me utaar diya.
Aur is baar pure speed me chodne laga dono ke badan lapte hue the mami ke muh se awaz nikalne wala tha ki maine unke lips ko aur jor kiss karne lagi itna garmi ki pasine se bhing chuke the hum dono aur phir hum aur mami dono ek sath jhadh gaye mami ke chehre pe santusti ke bhaw dikh rahe the thoda smile kar rahi thi mai unke sarir pe leta hua tha wo mere baalo me hath phira rahi thi mai mami ko bataya ki “ ye mere life ka pehla sex tha” to mami kehne lagi
Mujhe viswas nahi hota, aapko to sex ke bare me bahut jaankari hai. Mai haste hue bola ye sab Sex stories me padh kar aur Blue filmo se sikha hu Mami boli Aap kewal dikhte sareef hai par hai bahut badmaas” aur has padi thode der ke baad mai uth kar bathroom me pesaab karne chala gaya bathroom me lamp light ki dhimi se roshani thi aur bathroom me ghuste hi apne lund maharaj ko dekhne laga phir pakad bola meri virginity loss ho gayi aur hasne laga
Pesaab karne ke baad jaise hi bed pe aaya mami ko apni bahon le liye aur sar pe kiss kiya Aur chuchiyo halke jor se daba diya wo chihuk uthi halka awaz kar di dono log darr gaye kahi chhote mama nahi sun le phir thode der me ek dusre ke chehre ko dekh muskurane lage mere baalo ko itne aaram se sehla rahi thi mai bata nahi sakta kitna achha feel ho raha tha phir thode der me dhire dhire lund maharaj phir se kadak ho gaye mai mobile utha ke time dekha to 3:30 am ho gaye the matlab mere paas ab bas adha ghanta hi bacha tha.
Mai phir se excited ho gaya time kam hone ke wajah se apne lips ko mami ke lips ke mila kar smooch karte hue ek hath se petticoat uthaya aur lund maharaj ko choot maharani ki ander ghused diya is baar thodi aur der tak sex hua hum dono me takreeban 5-6 minutes. Aur 3:45 me mami uth kar apne bed pe chali gay aur so gayi mai bhi gehri nind me so gaya uske baad sidhe sabere lagbhag 9 baje mami chay leke aayi aur boli, Bauaji uthiye, chay pi lijiye mai bina unke taraf dekhe chay hath me liya aur pine laga
Aur raat ki ghatna ke bare me sochne laga. Mami bhi kaatilana smile dete hue kamre se bahar kitchen ki ore chal di thodi der me mami 4-5 kele leke aayi aur boli “kha lijiye nahi to kamjori ho jayega ye baat sunte hi dono log hasne lage. Tab chhoti mami kitchen se hi puchne lagi kya hua itne jor se aap log has rahe hai mai bola “kuch nahi mami ek jokes sun kar has rahe hai aur iske baad mere aur mami ke bich aur bahut