बड़ी गांड वाली आंटी का नाम सुनते ही, मेरे मुह में पानी आ जाता है और मेरी आँखों के सामने बड़ी गोल-गोल और गोरी चिकनी गांड और उनके बीच में फसी हुई मस्त लकीर और कसा हुआ वो छेद घुमने लगता है और मेरा लंड मस्त होकर जोर मारने लगता है और जो भी कपड़े पहने मैने पहने हुए होते थे, उसमे मेरा लंड बड़ा हो जाता था और मुझसे कण्ट्रोल नहीं होता था और मुझे कही न कहीं कोने में जाकर मुठ मारकर अपने लंड को शांत करना पड़ता था । मुझे अभी तक किसी बड़ी गांड वाली आंटी के शरीर को भोगने का सुख नहीं मिला था, लेकिन मैने ब्लूफिल्म बहुत सारी देखी थी और उसमे कितनी ही बार बड़ी गांड वाली आंटी को कभी एक लंड के साथ, कभी दो लंड के साथ और कभी तीन लंड के साथ चुदते हुए देखा था और पता नहीं कितनी बार मुठ मारा था ।
मै एक बड़ी गांड वाली आंटी को चोदना चाहता था, लेकिन कभी मुझे मौका ही नहीं मिला; लेकिन मेरी जिन्दगी में कभी सुखा नहीं रहा । एकदिन, मै मार्किट में था और रोड पार कर रहा था, तभी एक लम्बी सी गाड़ी आई और मुझे टक्कर मार दी । हालाकि, गाड़ी वाले ने मुझे बहुत बचाने की कोशिश की; लेकिन फिर हल्की सी टक्कर लग ही गयी । मुझे थोडा जोर से लगी थी और मै साइड में बैठ गया । सब लोग जमा हो गये और चिल्लम-चिल्ली करने लगे; मैने सब को शांत किया और जाने को बोला । गाड़ी से एक मस्त और पटाखा बड़ी गांड वाली आंटी उतर कर आई और मुझसे मेरा हाल चाल पूछने लगी । मैने उनको जाने को बोला, तो उन्होंने मेरे बारे में पूछा । मैने बोला, कि मै कमरा लेकर रहता हु, तो उन्होंने मुझे अपनी कार में मुझे बैठाया और मुझे अपने घर ले गयी । क्या आलीशान घर था और घर में चारो तरफ नौकर-चाकर ।
उन्होंने मुझे एक बड़े से कमरे में भेज दिया और वहा जाकर मै बिस्तर पर पसर गया और नहाकर वहा पर रखे कपड़े पहन लिए । तभी एक नौकर मुझे खाने के लिए बुलाने आया और मैडम के कमरे में चले गया । वो बेड पर बैठी हुई दारू पी रही थी और वो मस्त कामुक नाईट ड्रेस में थी; मेरा लंड तो फुंकारे मारने लगा और वो मेरी हालत देखकर हसने लगी और इशारे से मुझे अपने पास बुलाया । मै तो किसी जादू से बंधा हुआ, उसके पास चले गया और उसने मेरे पायजामे को पकड़ लिया और एक ही झटके में उसे नीचे खीच लिया । मेरा लंड उसकी आँखों के सामने लहरा रहा था, उसने किसी बच्चे की तरह मेरे लंड को अपने हाथो में ले लिया और उसको मस्ती में उसको मसलने लगी और एकदम से उसने मेरे लंड को गप्गापा ले लिया और उसको मस्ती में चूसने लगी ।
मैने भी उसके सारे कपड़े उतार दिए और उसको नंगा कर दिया और उसके चूचो को मस्ती में दबाना शुरू कर दिया और पुरे कमरे में हम दोनों की कामुक आवाज़े पुरे कमरे में गूंज रहे थे आआआआअ ……ऊऊऊओ । मैने उस औरत को बिस्तर पर लेटा दिया और उसके दोनों पैरो को खोल दिया और अपने लंड को बड़ी आंटी चूत पर रगड़ना शुरू कर दिया, वो मस्ती में मचल रही थी और उसने अपने हाथ से मेरे लंड अपनी चूत में गुसा दिया । हम दोनों मस्ती में एक दुसरे के कामुक अंगो को चोद रहे थे और मस्ती में मज़ा ले रहे थे । मैने उस बड़ी गांड वाली आंटी को पूरी रात चोदा और मेरा बड़ी गांड वाली आंटी को चोदने का सपना पूरा हो गया ।
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