दीदी के साथ सेक्स - Brother sister sex story

Saturday, May 18, 2013

मेरा नाम राज है। मैं 21 साल का लड़का हूं। कहानी शुरु करने से पहले मैं बता दूं कि यह हिंदी स्टोरी ब्लॉग  पर मेरी पहली कहानी है। मैं आप सब लोगों से विनती करूँगा कि मुझे कोई गलत नाम से ईमेल ना करे। इससे पहले मैंने किसी लड़की के साथ सेक्स नहीं किया था। पर मुझे क्या मालूम था कि मुझे पहला प्यार खुद मेरे घर में मिलेगा।
मेरी माँ किसी हूर से कम नहीं ! आज भी किसी मॉडलिंग शो में हिस्सा लें तो वही प्रथम आयेंगी। अब मैं आपको अपनी दीदी के बारे में बताता हूँ। मेरी एक प्यारी सी दीदी है नेहा ! वो मुझसे एक साल बड़ी है। उनकी उम्र 22 साल है। वो भी देखने में किसी मॉडल से कम नहीं लगती। वो मुझे काफी अच्छी लगती है पर उन्हें ऐसे गन्दी नजरों से नहीं देखा था। हम दोनों एक दूसरे से बहुत प्यार करते हैं पर भाई-बहन की तरह।
एक दिन की बात है, मम्मी-पापा को शादी में किसी दूसरे शहर में जाना पड़ा। मैं और मेरी दीदी घर पर अकेले ही रह गए। जाते वक़्त मम्मी ने दीदी से कहा कि मेरा ख्याल रखे। मॉम और डैड के जाने के बाद मुझे तो खुली छूट मिल गई कि जो मन में आयेगा वो करूँगा।
मैं अपने दोस्तों से साथ मिलकर घूमने चला गया और दीदी से कह गया कि मैं रात को देर से आऊंगा।
दीदी ने कहा- जल्दी आ जाना ! मुझे पढ़ने के लिए अपनी सहेली के घर जाना है !
मैं जल्दी की वजह से कह गया- हाँ ! मैं आ जाऊंगा।
मैं घर से निकला ही था कि मौसम ने अपना रंग दिखाना चालू कर दिया। पर इतने दिनों बाद तो मौका मिला था तो मैं उसे बेकार कैसे जाने देता। पर दोस्तों के साथ समय का पता ही नहीं चला और घर आने के लिए मुझे देर हो गई। तभी मुझे दीदी की कही बात याद आई कि उन्हें तो काम की वजह से बाहर जाना था। मैंने तभी दोस्तों को अलविदा कहा और घर के लिए निकल गया। पर मौसम ने अपना तेवर दिखाना शुरू कर दिया, बारिश का आना तो पक्का ही था। और वही हुआ जो मैं सोच रहा था, दीदी जा चुकी थी अपनी सहेली घर ! मैंने जल्दी से घर का दरवाजा खोला डुप्लीकेट चाभी से जो घर के बाहर गमले के नीचे रखी रहती है। जल्दी जल्दी मैं घर में घुसा और मैंने चैन की साँस ली कि शुक्र है घर तो पहुंचा।
फिर मै फ्रेश होने लगा और फ्रेश होकर टीवी देखने के लिए बैठ गया। घर पर तो कोई था ही नहीं तो मैंने सोचा कि क्यों न आज ब्लू फिल्म देखी जाये। और मैं टीवी-डीवीडी चला कर देखने लगा और अपने लिंग को सहलाने लगा। जैसे कि मैंने पहले बताया कि मेरी माँ और मेरी दीदी दोनों ही काफी सेक्सी है तो मुझे ज्यादातर इन्सेस्ट मूवी देखना ज्यादा पसंद है। मै बैठ कर मूवी देख रहा था और धीरे धीरे अपने लिंग को सहला रहा था कि इतने में दरवाजे पर घण्टी बजी। मैं एकदम से हिल गया।
तभी बाहर से आवाज़ आई- राज ! दरवाजा खोल ! मैं भीग रही हूँ !
मैंने जल्दी-जल्दी अपने आप को ठीक किया और डीवीडी बंद करके दरवाजा खोलने के लिए चला गया। पर मैंने जैसे ही दरवाज़ा खोला, मुझे एक जोरदार चांटा लगा। दीदी पूरी तरह भीग चुकी थी और वो कह रही थी कि जल्दी नहीं खोल सकता था?
मैं कुछ नहीं कह सका पर दीदी को जल्दी ही अपनी गलती का एहसास हुआ और उन्होंने कहा- सॉरी यार ! पर तूने भी तो इतनी देर लगा दी थी, मै बाहर खड़ी भीग रही थी, तुझे थोड़ा भी ख्याल नहीं है।
मैंने भी दीदी को सॉरी कहा और उन्होंने मुझे अपने गले से लगा लिया। बारिश की वजह से उनका पूरा बदन भीग चुका था और ऊपर से उन्होंने कसे हुए कपड़े पहने हुए थे। वो देखने में काफी सेक्सी लग रही थी। मैं भी उनसे चिपक गया और और मधुर सपनों में खो गया कि तभी दीदी नहीं कहा- राज बस यार ! अब हट ! मुझे कपड़े बदलने हैं।
मैंने कहा- ओह सॉरी दीदी !
वो जाने लगी, जाते समय वो पीछे से इतनी सेक्सी लग रही थी कि कोई 70 साल का बूढ़ा भी देख ले तो बिना वियाग्रा के ही उसका लंड खड़ा हो जाये। मेरे भी मन में मेरा सोया हुआ शैतान जागने लगा और सोचने लगा- काश मैं उनको चोद सकता !
पर आखिर वो मेरी दीदी थी ना !
मैं यह सोच ही रहा था कि तभी दीदी ने पलट कर मुझसे पूछा- तुझे घर आने में इतनी देर क्यों हो गई?
मैं एकदम से घबरा गया क्योंकि मैं उस समय उनके मोटे मोटे चूतड़ देख रहा था। वो मुझे घूरने लगी और कहने लगी- क्या देख रहे हो राज?
मैंने कहा- कुछ नहीं दीदी............! मैंने अपने आप को संभाला और कह दिया- दोस्तों के साथ समय का पता नहीं नहीं चला ! दीदी सॉरी ............!!!!!
दीदी ने कहा- कम से कम एक फ़ोन ही कर देता !
मैंने कहा- मैं भूल गया !
तो उन्होंने कहा- चल, कोई नहीं ! मै फ्रेश होने के लिए जा रही हूँ !
और यह कहते हुए वो बाथरूम में घुस गई। मै बैठ कर उनके मोटे मोटे स्तन और गांड के बारे में सोचने लगा कि तभी आवाज़ आई- राज, मेरे कपड़े देना ! मैं लेना भूल गई !
मैंने पूछा- कहाँ हैं?
उन्होंने कहा- मेरे कमरे में देख ! वहीं मिल जायेंगे !
मैंने कपड़े लाकर उन्हें दिए और टीवी देखने लगा। तभी दीदी बोली- राज, मेरी ब्रा तो इसमें नहीं है !
तो मैंने कहा- खुद ही ले लो !
और मैं गुस्से में ब्रा लेने चला गया और देने के लिए जाने लगा। बाथरूम के पास जाकर उन्हें ब्रा देने लगा कि तभी दीदी नै मेरा हाथ पकड़ कर मुझे अन्दर खींच लिया और कहने लगी- बहुत बदमाश हो गया है तू ? क्या देख रहा था तू तब ?
मैंने कहा- कुछ नहीं !
तो दीदी बोली- मै सब जानती हूँ कि तू क्या देख रहा था !
मैंने कहा- क्या !
वो बोली- तू ही बता कि क्या देख रहा था?
मैंने कहा- दीदी वो मैं.........वो मै ....... !!
और मैं चुप हो गया!
तो दीदी बोली- तू मेरी गांड देख रहा था ना?
मैंने कहा- ना.....न ........ना ...नहीं दीदी
और एकदम से मैं उनसे चिपक गया और कहा- सॉरी दीदी, आज के बाद कभी ऐसे नहीं देखूंगा !
वो बोली- चल पगले, मै सब समझती हूँ ! चल अच्छा एक बात बता कि मैं तुझे कैसे लगती हूँ !
मैं हैरान रह गया कि दीदी आज कैसे बात कर रही है ............
मैंने कहा- अच्छी लगती हो !
दीदी बोली- अच्छी या बहुत अच्छी?
मैंने कहा- बहुत अच्छी !
तो वो बोली- तू अपनी दीदी को चोदेगा?
मैं सर नीचे कर के खड़ा हो गया ! मेरे तो मन की बात कह रही थी पर वो मेरी दीदी थी तो मै कुछ ना बोला !
वो कहने लगी- चल ठीक है ! रहने दे ! लगता है कि तू बुरा मान गया !
और मैं बाहर आ गया ! पर रह रह कर मुझे दीदी का गीला बदन याद आ रहा था ...और मुझे आज मौका भी मिला और मै कुछ ना कर सका !!!!
मैं अपने कमरे में आ गया और दीदी के बारे में सोचने लगा और अचानक खड़ा हो कर बाथरूम की तरफ जाने लगा। मैंने सोचा कि जब उन्हें खुद ही कोई प्रॉब्लम नहीं है तो मै क्यों पीछे हटूँ !
और मैं बाथरूम में पहुँच गया। मैं जब बाथरूम में पहुँचा तो दीदी अपने कपड़े उतारने ही जा रही थी, उनका मुँह दूसरी तरफ था। मैंने पीछे से जाकर उन्हें पकड़ लिया और चूमने लगा! मेरा लण्ड उनकी गांड की दरार में घुसने लगा।
वो बोली- आ गया ना !
मैंने कहा- दीदी, प्लीज़ ! किसी से कहना मत !
......और उन्हें चूमने लगा।
दीदी बोली- अरे पगले, मैँ किसी से क्यों कहूँगी .....
मैं भी खुश हो गया और धीरे धीरे उनके कपड़े उतारने लगा और साथ ही उनके होंठों पर चूमने लगा.......
क्योंकि यह मेरा पहला सेक्स था तो दीदी ने मुझे धक्का दिया और कहा- जानवर है क्या? आराम से कर ! आज तो मै तेरी हूँ ......
मैंने कहा- सॉरी !
और इतने में दीदी ने अपना सूट उतार दिया। मैं तो देख कर बेहोश होने वाला था कि दीदी ने मुझे संभाला और कहा- क्या हुआ?
मैंने कहा- दीदी, इतने बड़े बड़े स्तन हैं आपके !
मैं उनको हाथ में लेकर चूसने लगा और दबाने लगा। दीदी भी जोश में आ चुकी थी और मुझसे चिपक गई थी। मेरा तो सपना साकार हो गया था। मैंने दीदी को धीरे धीरे पूर्ण नग्न कर दिया और खुद भी नंगा हो गया..........
फिर क्या आज एक भाई अपनी बहन को चोदने वाला था !
मैंने जैसा ही अपना लण्ड निकाला, दीदी बोली- हे राम ! इतना मोटा ? साले तू क्या करता है?
मैंने कहा- दीदी कुछ नहीं ! यह तो ऐसा ही है !
वो बोली- साले, तूने आज तक कितनी लड़कियों को चोदा है?
मैंने कहा- किसी को नहीं ....
वो बोली- चल आज अपनी बहन को चोद ! और खुद भी मजा ले और मुझे भी मजा दे !
मैंने कहा- दीदी, तो देर किस बात की !
मैं उन्हें चूमने लगा....... उन्होंने मेरा लंड हाथ में ले लिया और आगे पीछे करने लगी। मुझे काफी मजा आ रहा था। मैं उनके बोबे दबा रहा था और होंठ चूस रहा था।
वो बोली- साले केवल चूसेगा ही या खायेगा भी ?
मैंने दीदी से बोला- साली, बड़ी जल्दी है तुझे ? चल घोड़ी बन जा साली रांड ! जल्दी कर ! मुझे तो तुजसे ज्यादा जल्दी है ! रंडी, कब से सोच रहा था कि कब तुझे चोदूँ !
वो बोली- अच्छा भैया ऐसे बात है तो लो.......
और वो घोड़ी बन गई, मैं उसे पेलने लगा।
वो बोली- भैया दूध नहीं पीता? थोड़ा तेज नहीं चोद सकते ?
और मैंने झटके तेज कर दिए और चोदने लगा ...........
दीदी कहने लगी- बहन के लौड़े ! थोड़ा धीरे ! ओई माँ.........मर गई साले ! थोड़ा धीरे !
मैंने कहा- अब पता चला कि मै कितना दूध पीता हूँ....... साली रंडी, तेरी गांड का तो आज मैं बुरा हाल बना कर छोड़ूंगा !
वो भी कहने लगी- हाँ कुत्ते ! कर ना !
और मेरा साथ देने लगी.... उसकी चूत पर बहुत सा थूक लगा कर जोर जोर से चोदने लगा। अब वो मजे से चुदने लगी ....और उसे भी मजा आने लगा......जब उसे मजा आने लगा तो वो भी उचकने लगी।
बीस मिनट तक मैं उसे चोदता रहा और अलग अलग ढंग से चोदा ! 20-25 मिनट बाद जब मेरी छूट होने को आई तो मैने लंड बाहर कर उसके मुँह पर पिचकारी मारी और उसने मेरा लंड अपने मुँह में ले लिया और सारा वीर्य चाट गई ! और फिर मैं उससे चिपक गया ! हम दोनों एक दूसरे के साथ देर तक चिपके रहे। इतने में मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया और मैंने कहा- दीदी एक बार और हो जाये !
वो बोली- ......हाँ हाँ ! क्यों नहीं ! नेकी और पूछ पूछ !..............अज मेरे भैया राजा फाड़ दे अपनी बहन की चूत ! बना ले अपनी ............
और उस रात मैंने अपनी बहन को पाँच बार चोदा .........नए नए स्टाइल में ......... और पूरी रात उससे चोदता रहा ! रात को पता नहीं कब नींद आई और मैं सो गया। सुबह उठ कर देखा तो दीदी घर का काम कर रही थी। मैंने दीदी को पीछे जाकर फिर से पकड़ लिया और एक ट्रिप फिर से ली और कॉलेज़ चला गया।

साली के साथ जबरदस्त मज़ा किया

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मामी - Marathi zavazavi katha

यह बात 3 महीने पुरानी है जब मैं गर्मी की छुट्टी में अपने नाना नानी के घर
गया था वहां मेरे मामा मामी रहते थे मेरी मामी मस्त माल थी हमेशा बड़े गले का
कुरता पहना करती थी उनको देख कर मेरा मन डगमगाता था ऐसा लगता था जैसे वो मुझे
अपनी ओर आकर्षित करती थी मैं बार बार उनके झुकने का इन्तज़ार करता रहता था।
मेरी मामी का नाम सोनिया है। मुझे जब भी लगता था कि वो झुकने वाली है तो मैं
सामने जाकर खड़ा हो जाता था और तिरछी नज़र से उनके बड़े बड़े गोरे गोरे और चिकने
चिकने बूब्स को देखा करता था मुझे उनके बूब्स बेहद पसन्द थे, मुझे उन्हे छूने
का बेहद मन करता था कभी कभी जान बूझ कर मैं उनसे सामने से जाकर टकरा जाता था
और बड़ी होशियारी से उनके बूब्स को छू लिया करता था। लेकिन इतने में मेरा मन
नहीं भरता था। मैं उन्हे सहलाना चाहता था वो बहुत गूरी है। उनको देख कर मुझे
उनको चूदने का मन करता था। वो बहुत गदराई हुई बदन की है मैं भी वैसा ही हूं।
एक दिन मेरे मामा को कुछ काम से 6 दिनो के लिये दुबई जाना पड़ा। मैं घर के हाल
में बैथा ही था तब मेरी मामी हाल में आयी और उन्होने मुझे एक चिट्ठी दी उस
चिट्ठी में लिखा था "मैं तुमसे कुछ कहना चाहती हूं मुझे तुम्हे देखते ही कुछ
कुछ होता है मैं तुम्हारे साथ अकेले में कुछ वक्त गुज़ारना चाहती हूं ये बात
मैं ने चिट्ठी में इसलिये कहीं क्योंकि मुझे शरम आ रही थी अगर तुम मुझसे
मिलोगे तो आज रात 11.00 बजे मेरे कमरे में आ जाना और तुम्हारी ओर से हां है
तो चिट्ठी मुझे वापस लौटा देना मैं तुम्हारा इन्तज़ार करुंगी"। ये पढ़ कर तो
मेरा मन ही उछल पड़ा, मैं ने तुरन्त वो चिट्ठी उनको वापस लौता दी और 11 बजने
का इन्तज़ार करने लगा।

रात हो चुकी है 11 बज रहे है मैं कमरे में चला गया कमरे के अन्दर घुसते ही
मैं ने देखा कि मेरी मामी काले रंग की नाइटी पहनी हुई थी उन्हे देख कर ऐसा लग
रहा था कि उन्होने अंदर कुछ भी नहीं पहना है। उनके बड़े बड़े बूब्स मुझे दिख
रहे थे। मुझे समझ नहीं आ रहा था कि मैं शुरुआत कहां से करुं। तभी अचानक मेरी
मामी ने मेरा हाथ पकड़ लिया ये उस हसीन रात की शुरुआत थी। मैने भी मामी की कमर
को पकड़ के अपनी ओर खींच लिया और उन्हे चूमने लगा। उनके गालों को चूमते चूमते
मैं उनके होंठों तक पहुंच गया। जब मैने देखा कि मेरी मामी मेरे चुम्मो का
आनंद ले रही है तो मैने अपना हाथ उनके बूब्स पर रख दिया। मेरे हाथों ने जैसे
ही उनकी चूचियों को छुआ वो कांप सी गयी मुझे उनके बूब्स छूने में बहुत मज़ा आ
रहा था। वो बहुत नरम थे तभी मैने उनकी नाइटी को उनके कंधे से नीचे उतार दिया
उनके चिकने बूब्स अब पुरी तरह से मेरे हाथ में थे मैने अपनी उंगलियों से उनके
गुलाबी निप्पल को रगड़ना शुरु किया तो वो काफ़ी उत्सुक हो गयी और मेरे लंड को
कस कर पकड़ लिया। मैं अपना चेहरा उनके बूब्स के पास ले गया और अपने गालो और
जीभ से उनके बूब्स को सहलाने लगा। मैने अपने हाथ से उनके बूब को पकड़ लिया और
छूने लगा ऐसा करते ही मेरी मामी पागल सी हो गयी उन्होने मेरा लंड और कस कर
पकड़ लिया और सहलाने लगी फिर मैने अपनी पैंट की ज़िप खोली और अनपे छोटु को
निकाल के उनके हाथ में दे दिया। मेरी मामी बहुत अच्छी तरह से मेरे छोटु को
सहला रही थी तभी मैने उन्हे पलंग पर बैठा दिया और उनके सामने जाकर खड़ा हो
गया। वो समझ गयी कि मैं चाहता था कि वो मेरे लंड को चूसे उन्होने मेरे लंड को
कस कर पकड़ा और चूमने लगी।

मैने उन्हे अपने लंड को मुंह में लेने को कहा उन्होने मेरे छोटु के सामने
वाले हिस्से को जिसे हम सुपाड़ा कहते हैं उसे मुंह में ले लिया मुझे काफ़ी मज़ा
आ रहा था मैं और मज़ा लेना चाहता था मैने अपनी मामी के सिर को पकड़ा और अपना
लंड को और अन्दर घुसाता चला गया देखते ही देखते मेरा पूरा का पूरा लंड उनके
मुंह के अन्दर था मुझे काफ़ी मज़ा आ रहा था मुझे लगा कि मेरा लस कहीं उनके मुंह
में ही न गिर जाये इसलिये मैने अपने छोटु को निकाल लिया। उसके बाद पता नहीं
मामी को क्या हुआ मामी ने फिर से मेरा लंड चूसना शुरु कर दिया मेरा लंड
फ़ुलसाइज़ का हो गया था फिर मैं पूरा नंगा हो गया मामी की नाइटी भी पूरी उतार
दी उनको नंगा देखकर मेरा लौड़ा पूरा सनसना उठा अब मेरे लौड़े को कुछ चाहिये था
तो वो थी मामी की चूत मैं ने मामी को बिस्तर में लिटा दिया और उनके ऊपर चढ़
गया और अपने लंड से उनकी चूत को सहलाने लगा फ़िर थोड़ी देर बाद जैसे ही अपना
लंड उनकी चूत में डाला तो मेरी मामी के मुंह से आवाज़ निकली "आऊउछह्हह" ऐसा
लगा जैसे मामा ने उन्हे कभी चोदा ही नहीं। मैं ने कन्डोम भी नहीं लगाया था
मैं ने अपनी मामी को कस के पकड़ लिया और अपना लंड और अन्दर घुसाता चला गया
मेरी मामी दर्द से सिमट सी गयी थी। थोड़ी देर बाद उन्हे भी मज़ा आने लगा मैने
जब चोदते हुए अपनी मामी के चेहरे की तरफ़ देखा तो वह आंखें बंद कर के मुस्करा
रही थी उन्हे काफ़ी आनंद आ रहा था। फिर मैने अपनी मामी को घोड़ी बनने को कहा वो
दोनो घुटनो और हाथो के बल अपनी गांड मेरी तरफ़ करके लेट गयी।

मैने अपने हाथो से उनकी गांड को पकड़ कर पहला दिया मुझे उनकी गांड का छेद नजर
आ रहा था। मेरा लौड़ा उसमे घुसने को बिल्कुल तैयार था मैने अपना लौड़ा जैसे
उनकी गांड में टिकाया तो मेरी मामी ने माना कर दिया कहने लगी कि गांड में
घुसाने में बहुत दर्द करता है। लेकिन लौड़ा है कि मानता नहीं मैं ज़िद करने लगा
तो मामी मान गयी और कहा कि धीरे धीरे घुसाना मैं अपना लौड़ा ले कर तैयार हो
गया और घुसाने लगा मैं जानता था कि मामी को दर्द हो रहा है लेकिन मुझे मज़ा आ
रहा था उनकी गांड का छेद बहुत छोटा और टाइत था बहुत मुश्किल से अन्दर घुस रहा
था मैने भी पूरा ज़ोर लगा दिया। धीरे धीरे जगह बनती गयी और छेद फैलने लगा मेरा
लंड और अन्दर घुसता चला गया। मैं अपने लंड को अन्दर बाहर करता गया मामी की
चिकनी चिकनी गांड में मेरा लंड मज़े कर रहा था फिर मैने अपना लंड उनकी गांड से
निकाल लिया और मामी को लिटा दिया और उनके पेट पर बैठ गया और अपने लंड को दोनो
बूब्स के बीच सहलाने लगा मैने अपनी मामी से कहा कि क्या चिकनी चूची है तो
मामी शरमाने लगी। मैने अपनी मामी से कहा कि मेरे लंड को चूसो न तो मामी ने
मेरे लंड को पकड़ा और अपने गालों से सहलाने लगी और मुझसे पूछा कि कैसा लग रहा
है मैने कहा पहले चूसो तो। तब मामी मेरे लंड को अपनी जीभ से चूसने लगी और
दातों से काटने लगी मैं तो मज़े में पागल हो रहा था मुझसे सहा नहीं गया और
मैने उनके मुंह में ही गिरा दिया मामी मेरे लस को चाटने लगी। मेरी मामी ने
कहा कि ये तूने क्या किया मैं समझ गया कि मामी अभी और चुदवाना चाहती है। मैने
कहा कि घबराओ नहीं अभी मैं तुम्हे और चोदुंगा। लेकिन मेरा लंड मुरझा गया था।

मैं अपनी मामी के बूब्स को पकड़ के चूसने लगा और अपनी मामी की चूत को अपनी
उंगलियों से सहलाने लगा मामी में अभी भी बहुत जोश बाकी था। उन्होने भी मेरे
लंड को सहलाना शुरु कर दिया। धीरे धीरे मेरा लंड फिर से तनने लगा था जैसे ही
मेरा लंड थोड़ा कड़ा हुआ मेरी मामी ने उसे अपने मुंह में ले लिया और कस कस के
चूसने लगी वो मुझसे किसी भी हाल में और चुदवाना चाहती थी मेरे लंड को बार बार
अपने मुंह में घुसाती और निकालती। वो मेरे लंड को इतनी जोर से चूस रही थी कि
उनके चूसने की आवाज़ आने लगी मेरा लंड भी अब तैयार हो गया था मैं भी उनके
चेहरे को हाथ में लेके अपने लंड को अन्दर ठेलने लगी, क्या मज़ा आ रहा था। मामी
ने कहा कि मुझे और चोदो न तभी मैने अपनी मामी को लिटा दिया और उनकी जांघ को
चाटने लगा चाटते चाटते मैं उनकी कमर तक पहुंचा तो देखा कि मेरी मामी मज़े में
तिलमिला उठी तभी मैने उनकी 1 टांग को अपने कंधे पर रख लिया और अपने लंड को
उनकी चूत में टिका दिया और अन्दर घुसा दिया और फ़िर इतनी रफ़्तार से चोदा उनको
मामी बोल रही थी थोड़ा धीरे धीरे करो मामी की चूत गीली हो गयी थी चोदने में और
मज़ा आ रहा था मेरा लंड चूत में आसानी से फ़िसल रहा था मैं ने मामी की चूत ढीली
कर दी थी मुझे डर था कि मामा को पता न चल जाये क्योंकि मामी की चूत बहुत टाइट
थी।

और मैं ने चोद चोद कर उसे ढीली कर दी थी फिर मैं ने मामी को कहा कि चलो कोई
और स्टेप करते है मामी ने मुझे पलंग में लेटने को कहा और मेरे ऊपर चढ़ गयी वो
अपने बूब्स के निप्पल को मेरे होंठों के पास लाने लगी मैं उनके निप्पल काटने
लगा फ़िर वो मेरे लंड को पकड़ के मेरे लंड से अपने चूत को सहलाने लगी फ़िर धीरे
धीरे अन्दर घुसाने लगी मामी मेरे लंड के ऊपर बैठ गयी और हिलने लगी, मुझे बहुत
मज़ा आ रहा था जब वो मेरे ऊपर बैठ कर हिल रही थी तब उनके बड़े बड़े बूब्स हिल
रहे थे वो नाज़ारा मैं कभी नहीं भूल सकता मामी के गोरे गोरे दूध और गुलाबी
गुलाबी निप्पल मामी अपने हाथ से अपने बूब्स को सहला रही थी और अपने निप्पल को
दबा रही थी मैने फ़िर मामी की गांड को कस कर पकड़ा और निकोटने लगा फ़िर मैं ने
मामी को नीचे लिटा दिया और मेंढक की तरह चढ़ गया फ़िर मैं मामी को ज़ोर ज़ोर से
चोदने लगा मामी अपने दोनो हाथो से मेरी गांड को पकड़ने और मारने लगी मैने
चोदना और तेज़ कर दिया मामी की चूत से पानी छूट गया और मैं ने भी अपना लस
अन्दर ही गिरा दिया मामी ने कहा कि मुझे ऐसा कभी किसी ने नहीं चोदा है मैं
एकदम ही लस्त पड़ गया था कुछ करने की हालत में ही नहीं था। घड़ी की तरफ़ देखा तो
4 बज रहा था। ये चुदाई मैं ने पूरे 6 दिन की और जब भी मैं वहां जाता हूं तब
तब मामी को किसी न किसी बहाने से होटल ले जा कर चोदता हूं।
 

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